नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, नौ सितंबर को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। वे पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेंगे और राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अस्पताल में ही कैबिनेट की बैठक की।
इस बीच देश के अलग अलग हिस्सों में बाढ़ और बारिश की घटनाओं से राहत नहीं है। उत्तराखंड में हरिद्वार से ऋषिकेश रेल रूट पर सोमवार सुबह काली मंदिर के पास भूस्खलन हुआ। पहाड़ी से बड़े बड़े पत्थर रेलवे ट्रैक पर बने लोहे के ढांचे पर गिरे। इसके कारण पूरा ढांचा क्षतिग्रस्त हो गया। मलबा ट्रैक पर आ गिरा। अब रूट बाधित है। कई ट्रेनों को रोक गया है। ट्रैक से मलबा हटाया जा रहा है।
उधर, राजस्थान में तेज बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति है। नदि, नाले भर जाने से सोमवार को आठ जिलों, उदयपुर, सलूंबर, जालोर, डूंगरपुर, सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर और बालोतरा में स्कूल बंद रहे। पंजाब के 23 जिलों के करीब दो हजार गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इनकी करीब चार लाख की आबादी प्रभावित है। राज्य के 12 जिलों के करीब 50 लोगों की बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में जान गई।
हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृंदावन में हालात बिगड़े हैं। राधा वल्लभ मंदिर में पानी भरा है। बांके बिहारी मंदिर से एक सौ मीटर दूर बाढ़ का पानी बह रहा है। हिमाचल प्रदेश में दो नेशनल हाईवे समेत सवा आठ सौ सड़कें अब भी बंद हैं। इनमें ज्यादातर सड़कों को बंद हुए 10 दिन हो चुके हैं।
पंजाब के लुधियाना में सतलुज के तेज बहाव से अब भी खतरा बना हुआ है। इसी बीच अमृतसर के कई इलाकों में पानी भरने की वजह से अगले आदेश तक स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए गए है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद कैबिनेट मीटिंग ली। इसके बाद उन्होंने ऐलान किया कि फसल की बरबादी के लिए प्रति एकड़ 20 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। बाढ़ में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार को चार लाख रुपए की सहायता दी जाएगी।


