नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के नए चीफ जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता में कॉलेजियम की पहली बैठक हुई, जिसमें सुप्रीम कोर्ट में जज के लिए हाई कोर्ट के तीन जजों के नाम की सिफारिश की गई। गौरतलब है कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के तीन जज रिटायर हुए हैं, जिससे सर्वोच्च अदालत में जजों की संख्या 34 से घट कर 31 हो गई है। कॉलेजियम ने गुवाहाटी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस विजय विश्नोई, कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी अंजारिया और बॉम्बे हाई कोर्ट के वरिष्ठ जज अतुल एस चंदूरकर के नाम का सिफारिश की है।
सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए तीन जजों में एक जस्टिस बेला एम त्रिवेदी भी हैं। उनके रिटायर होने के बाद कहा जा रहा था कि एक महिला जज के नाम की सिफारिश भी हो सकती है। लेकिन कॉलेजियम ने तीनों पुरुष जजों के नाम की सिफारिश की है। सरकार की मंजूरी मिलने के बाद इन जजों की नियुक्ति होगी। वैसे सुप्रीम कोर्ट में गर्मी की छुट्टियां शुरू हो गई हैं। इसलिए नए जज छुट्टियों के बाद ही कामकाज संभालेंगे।
बहरहाल, कॉलेजियम ने जस्टिस विजय बिश्नोई की सिफारिश की है, जो फिलहाल गुवाहाटी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं। इनका मूल हाई कोर्ट राजस्थान है। विजय बिश्नोई ने जुलाई 1989 में वकालत शुरू की थी। पांच फरवरी 2024 को वे गुवाहाटी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने। जस्टिस एनवी अंजारिया कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस हैं। इनका मूल हाई कोर्ट गुजरात है। अंजारिया ने अगस्त 1988 में गुजरात हाई कोर्ट में वकालत शुरू की थी। वे 25 फरवरी 2024 को कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे। तीसरा नाम जस्टिस अतुल एस चंदूरकर का है, जो बॉम्बे हाई कोर्ट के वरिष्ठ जज हैं। चंदूरकर ने 1988 में वकालत शुरू की और बाद में नागपुर स्थानांतरित होकर विविध कानूनी मामलों में विशेषज्ञता हासिल की। वे बॉम्बे हाई कोर्ट में 2013 से जज के रूप में कार्यरत हैं।