नई दिल्ली। विपक्षी पार्टियों की बैठक में शरद पवार की पार्टी शामिल नहीं हुई। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का भी कोई प्रतिनिधि बैठक में शामिल नहीं हुआ। बाद में बताया गया कि आम आदमी पार्टी अलग से प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख कर विशेष सत्र की मांग करेगी। हालांकि इस बात का जवाब नहीं मिला की दिल्ली की पार्टी होने के बावजूद आम आदमी पार्टी ने किसी प्रतिनिधि को बैठक में क्यों नहीं भेजा?
गौरतलब है कि शरद पवार की पार्टी संसद का विशेष सत्र बुलाने का विरोध करती रही है। पवार ने कहा था कि विशेष सत्र की बजाय सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। माना जा रहा है कि इसलिए उनकी पार्टी विशेष सत्र के मुद्दे पर हुई बैठक में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से शरद पवार और सुप्रिया सुले की नजदीकी भाजपा और केंद्र सरकार से बढ़ी है। केंद्र सरकार ने विदेश एक सात में से एक डेलिगेशन का नेतृत्व सुप्रिया सुले को दिया था।