नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ गए। मंगलवार को हुई मतगणना के बाद आए नतीजों में भाजपा बुरी तरह से चुनाव हारी है। लगातार दो चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली भाजपा इस बार बहुमत से पीछे रह गई। भाजपा को सिर्फ 240 सीटें मिलीं हैं, जो बहुमत से 32 कम हैं। उसे पिछली बार 303 सीटें मिली थीं। इस लिहाज से इस बार उसे 63 सीटें कम मिली हैं। हालांकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को पूर्ण बहुमत मिल गया है। एनडीए को 293 सीटें मिली हैं। भाजपा को उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में बड़ा नुकसान हुआ है।
दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने शानदार प्रदर्शन किया है। उसे कुल 203 सीटें मिली हैं। गठबंधन की मुख्य पार्टी कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं। पिछले दो चुनावों में वह क्रमशः 44 और 52 सीट जीत पाई थी। राहुल गांधी रायबरेली और वायनाड दोनों सीटों से चुनाव जीत गए हैं। कांग्रेस की सहयोगी समाजवादी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 37 सीटों पर जीत हासिल की है। विपक्षी गठबंधन की सहयोगी डीएमके ने तमिलनाडु में पिछला प्रदर्शन बरकरार रखा। उसने 22 सीटें जीती हैं। अन्य के खाते में 18 सीटें गई हैं।
ममता बनर्जी ने ‘इंडिया’ ब्लॉक से अलग चुनाव लड़ा था और वे 29 सीटें जीतने में कामयाब रहीं। पिछली बार 18 सीट जीतने वाली भाजपा 12 सीटों पर सिमट गई। कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली। पार्टी के दिग्गज नेता और प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी अपनी पारंपरिक बहरामपुर सीट पर चुनाव हार गए। विपक्षी गठबंधन की पार्टियों ने महाराष्ट्र में भी शानदार प्रदर्शन किया। उद्धव ठाकरे की शिव सेना ने नौ और शरद पवार की एनसीपी ने सात सीटों पर जीत दर्ज की। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल को चार और झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा को तीन सीटें मिलीं। आम आदमी पार्टी को पंजाब में तीन सीटों से संतोष करना पड़ा।
जहां तक भाजपा की सहयोगी पार्टियों का सवाल है तो बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यू ने 12 सीटों पर जीत हासिल की। आंध्र प्रदेश में ठीक चुनाव से पहले भाजपा ने चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी से तालमेल किया था और टीडीपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 16 सीटें जीती है। केंद्र में एनडीए की सरकार बनाने में इन दो पार्टियों की अहम भूमिका हो सकती है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना को सात सीटें मिली हैं। भाजपा की अन्य सहयोगी पार्टियों को 18 सीटें मिली हैं।
चुनाव नतीजों के बाद मंगलवार को सोनिया व राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के दिल्ली मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें राहुल ने कहा- देश मोदी और शाह को नहीं चाहता। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा के कम हुए जनाधार के लिए प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि यह मोदी की नैतिक हार है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा कि यह मोदी की हार है। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
दूसरी ओर नतीजों के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार शाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- जनता ने लगातार तीसरी बार एनडीए पर भरोसा जताया है। यह भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। मैं इस स्नेह के लिए जनता जनार्दन को नमन करता हूं और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि हम जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पिछले दशक में किए गए अच्छे कार्यों को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा- मैं अपने सभी कार्यकर्ताओं को उनकी कड़ी मेहनत के लिए भी सैल्यूट करता हूं। उनके असाधारण प्रयासों को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।