नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक और चिट्ठी लिखी है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर तीखा हमला किया है और कहा कि वे इतिहास में झूठ बोलने और सांप्रदायिक भाषण देने वाले प्रधानमंत्री के रूप में दर्ज होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया है कि वे कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर झूठ फैला रहे हैं। खड़गे ने उनको इस मसले पर बहस करने की चुनौती भी दी है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने दो मई को लिखी चिट्ठी में प्रधानमंत्री मोदी को कांग्रेस और भाजपा के चुनाव घोषणापत्र पर बहस की चुनौती दी है। खड़गे ने चिट्ठी में लिखा- आपने एनडीए के सभी उम्मीदवारों को पत्र लिखकर बताया है कि उन्हें वोटरों से क्या बात करनी है। चिट्ठी के लहजे से लगता है कि आपमें बहुत हताशा और चिंता है। यह आपको ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रही है, जो प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देती।
खड़गे ने तीन पन्नों की चिट्ठी में लिखा है- चुनाव के बाद लोग आपको एक ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में याद करेंगे, जो हार से बचने के लिए झूठ से भरे सांप्रदायिक भाषण देते थे। बेहतर होगा कि नफरत भरे भाषण देने के बजाय आप पिछले दस सालों में अपनी सरकार के काम पर वोट मांगें। उन्होंने लिखा है- मतदाता इतने समझदार हैं कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में क्या लिखा है और किन गारंटी का वादा किया है, वे खुद पढ़ और समझ सकते हैं। हमारी गारंटी इतनी सरल और स्पष्ट है कि हमें उन्हें समझाने की जरूरत नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी में कहा है- हमारा घोषणापत्र न्याय की बात करता है। हम समाज के सभी वर्गों के लिए विकास कैसे लाएंगे, घोषणापत्र में इसका जिक्र है। कांग्रेस आपको या भाजपा के किसी भी व्यक्ति को हमारे साथ दोनों पार्टियों के घोषणापत्र पर बहस करने की चुनौती देती है।