delhi election : राजधानी दिल्ली में विधानसभा का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। चुनाव आयोग के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक करीब 58 फीसदी मतदान हुआ है।
यह आंकड़ा शाम पांच बजे तक के मतदान है। शाम छह बजे तक मतदान का समय निर्धारित था लेकिन उसके बाद भी अनेक मतदान केंद्रों पर लोगों की कतार लगी हुई थी।
चुनाव आयोग देर रात आंकड़ा अपडेट करेगा और लेकिन वह भी मतदान का अंतिम आंकड़ा नहीं होगा। अंतिम आंकड़ा गुरुवार को जारी होगा। पिछले चुनाव में यानी 2020 में करीब 63 फीसदी मतदान हुआ था। चुनाव नतीजे आठ फरवरी को घोषित होंगे।
बहरहाल, चुनाव आयोग की शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर 57.85 फीसदी लोगों ने वोट डाले हैं। सबसे ज्यादा उत्तर पूर्वी दिल्ली में 63.83 फीसदी और सबसे कम दक्षिण पूर्वी दिल्ली में 53.77 फीसदी मतदान हुआ है।(delhi election)
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इस बार कम वोटिंग हुई(delhi election)
पिछले 12 सालों में यानी दिल्ली विधानसभा के पिछले तीन चुनावों के मुकाबले इस बार कम वोटिंग हुई है।(delhi election)
साल 2013 में 65.63 फीसदी, 2015 में 67.12 फीसदी और 2020 में 62.59 फीसदी वोटिंग हुई थी। तीनों बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी।
मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा की घटना हुई। भाजपा ने आरोप लगाया है कि सीलमपुर में बुर्के में महिलाओं से फर्जी मतदान करवाया जा रहा है।
इस दौरान आम आदमी पार्टी और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प भी हुई। बाद में बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ ने माना कि किसी और के नाम पर दूसरे लोग वोट डाल गए। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने जांच में कहा कि नाम एक जैसे होने की वजह से कंफ्यूजन हुआ।
लोगों की उंगलियों पर स्याही लगाई
उधर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि नॉर्थ एवेन्यू एन ब्लॉक में दो से तीन हजार रुपए प्रति मतदाता बांटे गए और लोगों की उंगलियों पर स्याही लगाई गई। यह सब चुनाव आयोग की नाक के नीचे हो रहा है।(delhi election)
मतदान के दौरान आप के दो विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दिनेश मोहनिया के खिलाफ एक महिला ने फ्लाइंग किस देने का केस दर्ज कराया तो ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है।