भोपाल। मंत्री केवल गाड़ी, बंगला या रूतबे के लिए नहीं बल्कि मंत्री आमजन कार्यकर्ता और पार्टी के लिए भी मददगार हो जिनके कारण ही मंत्री बनते हैं। उठने – बैठने से लेकर बोलने और अधिकारियों से कामकाज करने तक का प्रशिक्षण मंत्रियों को दिया गया है। चहुंओर से मंत्री होने का महत्व समझाया गया है।
दरअसल, राजधानी भोपाल के अटल बिहारी वाजपई सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में प्रदेश के मंत्रियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिक्षण कार्यक्रम रविवार शाम को समाप्त हुआ इन दो दिनों में पार्टी नेताओं और विषय विशेषज्ञों ने मंत्रियों को छोटी-छोटी बातों से लेकर बड़े-बड़े फैसले लेने के लिए तैयार किया। पहली बार मुख्यमंत्री बने डॉ मोहन यादव के साथ-साथ 16 मंत्री प्रदेश सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं। मंत्रियों की कार्य क्षमता दक्षता कैसे बढ़े इसके लिए यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया। पहले दिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रशिक्षण के महत्व पर जोर-जोत हुए कहा कि कैबिनेट के निर्णय से प्रदेश की जनता प्रभावित होती है इसलिए मंत्रियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। मंत्रियों को बारीकियां का पता चले और प्रशासन में कसावट राय और जिसका सीधा लाभ आमजन को मिलेगा।
पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष ने स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी ने तुम्हें मंत्री बनाया है। वक्त है अब पार्टी को भी समय दें। संगठन के काम पूरे समर्पण और उत्साह के साथ करें। व्यस्तता का बहाना ना बनाएं, व्यस्तता सबके पास होती है लेकिन इसके बावजूद पार्टी और परिवार समाज और अपने कार्यक्षेत्र के लिए समय देना ही होता है। पूर्व राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश ने पार्टी के शून्य से शिखर पर पहुंचने की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए पार्टी के वैचारिक महत्व को भी समझाया। सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान और भाऊ महालगी प्रबोधिनी संस्थान के संयुक्त प्रयासों से लीडरशिप समित का और ट्रेनिंग मॉडल तैयार किया गया जिसमें विशेष रूप से मंत्रियों को यह पता चला कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और गवर्नेंस के साथ मध्यप्रदेश का तालमेल बैठेगा।
बहरहाल, राजधानी भोपाल में दो दिन हुए मंत्रियों के प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण माना जा रहा है और यहां तक कहा जा रहा है कि प्रदेश के मंत्रियों को जो ट्रेनिंग दी गई है वह ट्रेनिंग पूरे देश के भाजपा शासन राज्यों के लिए नजीर बन सकती है। मंत्रियों की कई स्तर पर मॉनिटरिंग होगी और इससे मंत्री सुपर स्किल्ड होंगे। विषय विशेषज्ञों पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी के साथ-साथ प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने भी मंत्रियों को अपने-अपने विषय में समझाया। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मंत्री पहलाद पटेल और कैलाश विजयवर्गीय ने भी मंत्रियों को संबोधित किया।
कुल मिलाकर सरकार और पार्टी की साख आम जन के बीच कैसे बेहतर बने कैसे पार्टी कार्यकर्ताओं की अपेक्षा दूर हो और कैसे मंत्री दक्षता और क्षमता के साथ कार्य कर सके इसके लिए इस दो दिवसीय प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जिसमें मंत्रियों के उनके मंत्री होने के महत्व को बारीकी से समझाया गया है।