भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव क्या इस महीने हो जाएगा? जानकार सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नागपुर में संघ मुख्यालय जाने और संघ प्रमुख सहित तमाम वरिष्ठ पदाधिकारियों से मिलने के बाद अब यह तय है कि इस महीने अध्यक्ष का चुनाव हो जाएगा। पहले कहा जा रहा था कि 15 अप्रैल तक चुनाव हो जाएगा क्योंकि जेपी नड्डा का सेवा विस्तार 15 अप्रैल तक ही है। हालांकि यह सेवा विस्तार भी कैसे हो रहा है वह किसी को पता नहीं चल रहा है।
पहले भाजपा अध्यक्ष के कार्यकाल का विस्तार करने के लिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मंजूरी लेनी होती थी। लेकिन अब इस नियम को बदल दिया गया है और संसदीय बोर्ड को अधिकार दे दिया गया है कि वह अध्यक्ष को सेवा विस्तार देने का फैसला करे। इसके बावजूद ध्यान नहीं आ रहा है कि अध्यक्ष को सेवा विस्तार देने के लिए संसदीय दल की बैठक हुई हो।
ध्यान रहे नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में पूरा हो गया था। उस समय उनको छह महीने का सेवा विस्तार दिया गया। लेकिन उसके बाद उनका कार्यकाल कब, कैसे और कितने कितने दिन के लिए बढ़ाया गया इसकी सूचना मीडिया में नहीं आई। इसलिए ऐसा लग रहा है कि उनके सेवा विस्तार में लिख दिया गया है कि अगले आदेश तक या अगला अध्यक्ष चुने जाने तक वे अध्यक्ष रहेंगे।
भाजपा अध्यक्ष पद की रेस थमी, प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव पर भी विराम
बहरहाल, अगर इस महीने भाजपा अध्यक्ष का चुनाव होना है तो उससे पहले पांच-छह प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव कराना होगा। अभी तक सिर्फ 13 प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव हुए हैं और भाजपा के संविधान के मुताबिक आधे राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव हो जाएगा उसके बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। सो, भाजपा को पहले प्रदेशों में चुनाव कराना है। हैरानी की बात है कि भाजपा ने तमाम बड़े राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव रोक रखा है।
उत्तर प्रदेश में भूपेंद्र चौधरी की जगह नया अध्यक्ष बनना है। कोई एक महीने पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली आकर प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। तब कहा जा रहा था कि जल्दी ही संगठन और सरकार में बदलाव होगा। लेकिन फिर सारा मामला रूक गया। ऐसा लग रहा है, जैसे जान बूझकर प्रदेशों में चुनाव रोके गए हैं।
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड से लेकर तमिलनाडु तक प्रदेशों में चुनाव रूके हुए हैं। अगर अगले एक दो हफ्ते में इन राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव नहीं होता है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव फिर टलेगा। सोचें, पिछले साल अक्टूबर के मध्य में के लक्ष्मण की अध्यक्षता में एक कमेटी बनी थी, जिसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कराना था। छह महीने से वह कमेटी क्या कर रही है?
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बताया जा रहा है कि अध्यक्ष के लिए नाम तय नहीं हो पा रहा है इसलिए सारे चुनाव स्थगित रखे गए हैं। अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम तय हो जाएगा फिर ज्यादा समय नहीं लगेगा। फिर दो हफ्ते के अंदर सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएग। लेकिन कब और किसका नाम तय होगा यह किसी को पता नहीं है। शिवराज सिंह चौहान से लेकर मनोज सिन्हा और धर्मेंद्र प्रधान से लेकर मनोहर लाल खट्टर तक के नाम की चर्चा चल रही है। परंतु सबको पता है कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी नियुक्तियों में चौंकाने के लिए जाने जाते हैं। इसलिए हैरान होने के लिए तैयार रहना चाहिए।
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