बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने आखिरकार अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में नंबर दो की पोजिशन दे दी। आकाश को बहुजन समाज पार्टी का नेशनल कन्वेनर बनाया गया है। एक साल के अंदर बसपा में इतना कुछ हो गया। पहले आकाश आनंद नेशनल कोऑर्डिनेटर बने, फिर मायावती के उत्तराधिकारी बने, फिर उनको दोनों पदों से हटाया गया, फिर वे पार्टी से निकाले गए, बाद में पार्टी में वापसी हुई और उसके कुछ दिन बाद उनको चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया गया। उनके साथ दो नेशनल कोऑर्डिनेटर थे। अब मायावती ने उनको नेशनल कन्वेनर बना दिया है।
इस तरह से वे आधिकारिक रूप से पार्टी के नंबर दो पदाधिकारी हो गए हैं। उम्मीद की जा रही है कि अब मायावती उनकी पोजिशन से छेड़छाड़ नहीं करेंगी। आकाश ने वादा किया है कि वे अब अपने ससुराल वालों के साथ संबंध नहीं रखेंगे और उनके हिसाब से पार्टी में कोई काम नहीं करेंगे। लेकिन पार्टी के नंबर दो पदाधिकारी के रूप में उनके सामने बड़ी चुनौती है। सबसे पहले चुनौती बिहार विधानसभा की है। बिहार में बसपा ने पिछली बार ओवैसी और उपेंद्र कुशवाहा के साथ तालमेल करके चुनाव लड़ा था और उसका एक विधायक जीता था, जो बाद में जदयू में चला गया। इस बार पार्टी तालमेल करेगी या अकेले लड़ेगी यह फैसला करना है? अगर बिहार में आकाश कुछ अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब होते हैं तो उनका नेतृत्व स्थापित होगा और डेढ़ साल बाद होने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव में पार्टी को गंभीरता से लिया जाएगा।


