उस बार उप राष्ट्रपति के चुनाव में विपक्ष ऊपर से एकजुट रहा। ‘इंडिया’ ब्लॉक की किसी पार्टी ने ऐलान करके एनडीए के उम्मीदवार का समर्थन नहीं किया। पहले ऐसा होता रहता था। क्षेत्र या किसी और आधार पर पार्टियां गठबंधन से बाहर जाकर राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति के चुनाव में वोट करती रही हैं। इस बार ऐसा नहीं हुआ। फिर भी कम से कम 29 वोट इधर उधर हुए हैं। या तो सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है या उन्होंने जान बूझकर अपना वोट अमान्य कराया है ताकि एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की जीत का अंतर बढ़े। ऐसा नहीं है कि यह अनायास हुआ है। भाजपा ने इसके लिए प्रबंधन किया और भाजपा को पता है कि ‘इंडिया’ ब्लॉक की किस पार्टी के किस सांसद ने क्रॉस वोट किया और किसने अपना वोट अमान्य कराया। तभी सत्तापक्ष की ओर से चुनाव की कमान संभाल रहे किरेन रिजिजू और एकनाथ शिंदे ने एनडीए का समर्थन करने वाले विपक्षी सांसदों को धन्यवाद कहा। यह जले पर नमक छिड़कना था क्योंकि इसके बाद विपक्षी गठबंधन की पार्टियों में नए सिरे से कलह शुरू हो गई है।
तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने कहा है कि सांसदों को करोड़ों रुपए दिए गए एनडीए उम्मीदवार को वोट करने के लिए। यह नया आरोप नहीं है। 2022 के राष्ट्रपति चुनाव के समय भी ऐसे आरोप सुनने को मिले थे। कहा गया था कि झारखंड में कांग्रेस विधायकों को रुपए दिए गए। जुलाई 2022 के बाद ही कांग्रेस टूटने और हेमंत सोरेन की सरकार गिरने की चर्चा तेज हुई थी। लेकिन यह सही है कि कांग्रेस के कई विधायकों ने राष्ट्रपति की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट किया। वे झारखंड में सबसे लंबे समय तक करीब छह साल राज्यपाल रही थीं। इसलिए संभव है कि बहुत से सांसदों ने निजी संबंधों के चलते वोट दिया या आदिवासी के नाम पर वोट किया हो। इस बार भी झारखंड के कुछ विधायकों के एनडीए को वोट करने की चर्चा है। ध्यान रहे एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन झारखंड के राज्यपाल रहे थे। झारखंड के बाद वे महाराष्ट्र के राज्यपाल बने तभी महाराष्ट्र की दो विपक्षी पार्टियों उद्धव ठाकरे गुट की शिव सेना और शरद पवार गुट की एनसीपी के कुछ सांसदों के उनके पक्ष में वोट करने की चर्चा है। हालांकि दोनों पार्टियां बड़ी दमदारी से इसका विरोध कर रही हैं।
सबसे ज्यादा आम आदमी पार्टी के सांसदों के वोट टूटने की चर्चा है। स्वाति मालीवाल के बारे में लगभग सभी आश्वस्त हैं कि उन्होंने एनडीए को वोट किया होगा क्योंकि वे खुल कर अरविंद केजरीवाल का विरोध करती हैं। उनके अलावा पांच और सांसदों के नाम की चर्चा है और कहा जा रहा है कि ये पांचों पंजाब के सांसद हैं। सोचें, पंजाब में आप के छह राज्यसभा और दो लोकसभा सांसद हैं। इनमें से एक संदीप पाठक को छोड़ कर बाकी सात की निष्ठा संदिग्ध बताई जा रही है, जिसमें एक राघव चड्ढा भी हैं। चड्ढा ने कुछ समय पहले फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की बहन परिणति चोपड़ा से शादी की है। सपा के एक सांसद के गड़बड़ी करने की चर्चा है। कोई किसी का नाम नहीं ले रहा है लेकिन इशारों में पूछा जा रहा है कि क्या यूं ही अमित शाह ने सपा सांसद राजीव राय को उनके जन्मदिन पर बधाई देने के लिए फोन किया था? बहरहाल, किसने और क्यों क्रॉस वोटिंग की यह अभी राज है लेकिन भाजपा के नेता कभी भी इस राज से पर्दा उठा सकते हैं।