आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी ने बहुत बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भले एनडीए का हिस्सा हैं लेकिन वे राहुल गांधी के निरंतर संपर्क में हैं। जगन मोहन रेड्डी की मानें तो तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सेतु का काम कर रहे हैं। यानी रेड्डी के सहारे चंद्रबाबू और राहुल जुड़े हुए हैं और दोनों के बीच अक्सर बातचीत होती है। जगन मोहन का कहना है कि इस वजह से राहुल गांधी आंध्र प्रदेश में वोट चोरी का मामला नहीं उठा रहे हैं। उनके मुताबिक आंध्र में भी वोट चोरी के जरिए नायडू की पार्टी जीती है लेकिन राहुल यह मामला नहीं उठा रहे हैं।
जगन के इस दावे के बाद सोशल मीडिया में कांग्रेस इकोसिस्टम के लोगों की बांछें खिली हुई हैं। उनको लग रहा है कि अब नरेंद्र मोदी की सरकार कुछ दिनों की मेहमान है। वे मान रहे हैं और लिख, बोल रहे हैं कि बिहार चुनाव के बाद नीतीश की पार्टी एनडीए छोड़ देगी और चंद्रबाबू नायडू भी छोड़ देंगे तो मोदी सरकार गिर जाएगी। समूचा इकोसिस्टम राहुल गांधी को असली चाणक्य साबित करने में लगा है। बताया जा रहा है कि राहुल ने कांस्टीट्यूशन क्लब के चुनाव में राजीव प्रताप रूड़ी की मदद करके अमित शाह के उम्मीदवार संजीव बालियान को हरवा दिया और अब चंद्रबाबू नायडू के साथ मिल कर दिल्ली में खेला कर सकते हैं। पता नहीं इसमें कितनी सचाई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि राहुल के विरोधी ही उनका राजनीतिक कद बढ़ा रहे हैं।