कांग्रेस के नेता राहुल गांधी कुछ ट्रिक जान गए हैं। वे जो काम होने वाले होते हैं, पहले ही उनके बारे में बता देते हैं और बाद में उनकी पार्टी के प्रवक्ता और समर्थकों का इकोसिस्टम शोर मचाता है कि देखो राहुल गांधी ने तो पहले ही कह दिया था। जैसे अगर वे कह दें कि रविवार के अगले दिन सोमवार आएगा तो सोमवार को उनके समर्थक ढोल नगाड़े लेकर सोशल मीडिया में उतर पड़ेंगे। उनके भाषण का वीडियो बना कर शेयर किया जाएगा कि उन्होंने तो पहले ही कहा था कि रविवार के बाद सोमवार आएगा। ऐसे बहुत सारे वीडियो सोशल मीडिया में घूम रहे हैं, जिनके आधार पर राहुल को दूरदर्शी नेता साबित किया जा रहा है।
अब उन्होंने एक नया दावा किया है। उन्होंने कहा है कि नौ जुलाई की डेडलाइन खत्म होने के पहले ही भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के सामने झुक जाएंगे। गौरतलब है कि ट्रंप ने अप्रैल के महीने में एक सौ देशों पर जैसे को तैसा टैरिफ लगाया था और उसे 90 दिनों के लिए रोक दिया था। 90 दिन की वह सीमा नौ जुलाई को खत्म हो रही है। तभी भारत की ओर से उससे पहले व्यापार संधि के प्रयास हो रहे हैं। क्यों अगर व्यापर संधि नहीं हुई तो भारत के उत्पादों पर 26 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लगने लगेगा। ट्रंप ने सोमवार को 12 देशों को इस बारे में नोटिस भेजने का भी ऐलान कर दिया है। हालांकि भारत की टीम अमेरिका से बिना किसी नतीजे के लौट आई है। लेकिन फिर भी कहा जा रहा है कि एक अंतरिम समझौता नौ जुलाई से पहले हो सकता है। अब अगर कोई अंतरिम समझौता हो जाता है तो राहुल और उनका पूरा इकोसिस्टम दावा करेगा कि उन्होंने तो पहले ही कह दिया था कि भारत सरकार झुक जाएगी। भले वह समझौता दोनों देशों के हितों के अनुरूप हो लेकिन अगर नौ जुलाई से पहले समझौता हुआ तो राहुल यही दावा करेंगे कि भारत सरकार झुक गई।