भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद से भाजपा के मौजूदा सांसदों की नींद उड़ी है। कोई भी सांसद अपनी सीट को लेकर भरोसे में नहीं है। यहां तक कि नरेंद्र मोदी की सरकार के शीर्ष पांच मंत्री भी आशंका में हैं। जो लोकसभा के सांसद हैं उनको सीट बदले जाने या टिकट कटने का खतरा है तो जो राज्यसभा में हैं वे इस चिंता में हैं कि पता नहीं कहां से लड़ना पड़े। पहले प्रहलाद जोशी के हवाले से खबर आई थी कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर कर्नाटक से लड़ेंगे। लेकिन बाद में इसका खंडन हो गया। अब जयशंकर, सीतारमण और राजीव चंद्रशेखर के लिए कहा जा रहा है कि तमिलनाडु और केरल में उनको लड़ने को कहा जा सकता है। इन दोनों राज्यों में भाजपा का कोई भी नेता चुनाव जीतने की संभावना नहीं देख रहा है।
बहरहाल, केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में 155 सीटों पर नाम तय होने की खबर है। इसमें मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सीटें हैं। कुछ और छोटे राज्यों की सीटें भी हैं और कुछ हारी हुई या मुश्किल से जीती गई सीटें हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि कई मौजूदा सांसदों और कुछ केंद्रीय मंत्रियों की भी टिकट कट गई है। हैरानी की बात है कि केंद्रीय मंत्रियों तक को इधर उधर के सूत्रों से जानकारी मिल रही है। उन्हें आधिकारिक रूप से नहीं कहा गया है कि उनकी टिकट कट गई है। ऐसा लग रहा है कि केंद्रीय मंत्रियों को भी सीधे मीडिया में सूची जारी होने के बाद ही सूचना मिलेगी।
बताया जा रहा है कि गाजियाबाद के लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनकी सीट से भाजपा के महासचिव अरुण सिंह के चुनाव लड़ने की चर्चा है। इसी तरह मध्य प्रदेश में विधानसभा का चुनाव हारे फग्गन सिंह कुलस्ते को टिकट नहीं मिलने की खबर है। मध्य प्रदेश के दो केंद्रीय मंत्री- नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल पहले ही विधाय हो गए हैं तो उनकी सीट पर नए उम्मीदवार उतारे जाएंगे। गुना लोकसभा सीट से केपी यादव की जगह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के लड़ने की खबर है। बताया जा रहा है कि फरीदाबाद के सांसद और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल सिंह गुर्जर की टिकट कट गई है।
बिहार और झारखंड की सीटों पर चर्चा नहीं हुई है लेकिन बताया जा रहा है कि बिहार से तीन केंद्रीय मंत्रियों की टिकट खतरे में है। आरके सिंह, गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे के बारे में चर्चा है कि उनकी टिकट कट सकती है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी के बेगूसराय से बिहार का अभियान शुरू करने के बाद गिरिराज सिंह की उम्मीद कुछ बढ़ी है। झारखंड के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा पिछली बार बहुत कम अंतर से जीते थे। उनकी सीट बदले जाने की खबर है। वे पहले जमशेदपुर से सासंद रहे हैं। सबसे ज्यादा टिकट उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में कटने की चर्चा है। राजधानी दिल्ली की इकलौती मंत्री मीनाक्षी लेखी की सीट पर भी बांसुरी स्वराज सहित चार नए नाम दिए गए हैं।