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झारखंड में राज्यसभा सीट का विवाद

झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों खाली हो रही हैं। हाल ही में पांच सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी जब्त होने के मामले से चर्चा में आए कांग्रेस के सांसद धीरज साहू का कार्यकाल खत्म हो रहा है। कांग्रेस इस सीट पर दावा कर रही है। ध्यान रहे राज्य में कांग्रेस के समर्थन से हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद राज्यसभा के दो चुनाव हुए और दोनों बार सीट जेएमएम के खाते में गई। पहली बार यानी 2020 के मार्च में जेएमएम के संस्थापक शिबू सोरेन को राज्यसभा भेजा गया क्योंकि वे लोकसभा का चुनाव हार गए थे। उसके बाद 2022 में खुद सोनिया गांधी ने हेमंत सोरेन यह सीट देने की मांग की थी लेकिन हेमंत ने अपनी पार्टी की महुआ माझी को राज्यसभा भेज दिया।

इस बार कांग्रेस की सीट खाली हो रही है और उस पर कांग्रेस का दावा है। लेकिन बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन इस बार भी वह सीट कांग्रेस को देने के विचार में नहीं हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि उन्होंने गांडेय विधानसभा सीट से इस्तीफा देने वाले विधायक सरफराज अहमद को वादा किया है कि उनको राज्यसभा भेजेंगे। बताया जा रहा है कि सरफराज अहमद ने पूछा कि वह सीट को कांग्रेस मांग रही है तो हेमंत ने कहा कि जेएमएम के पास इतनी सीटें हैं कि वह अकेले ही राज्यसभा की एक सीट जीत सकती है। गौरतलब है कि विधानसभा में जेएमएम की 30 सीटें हैं और राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए सिर्फ 28 वोट की जरुरत है। हालांकि कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं होगी। वह लगातार तीसरी सीट नहीं छोड़ेगी। लेकिन हेमंत को यह भी पता है कि कांग्रेस इस मसले पर उनकी सरकार को अस्थिर नहीं करेगी।

By NI Political Desk

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