IPL 2025 Eliminator Match – पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस ने छठे खिताब की ओर एक और मजबूत कदम बढ़ाते हुए एलिमिनेटर मुकाबले में गुजरात टाइटंस को 20 रन से हराया। हार्दिक पंड्या की कप्तानी में खेल रही मुंबई इंडियंस ने इस जीत के साथ दूसरे क्वालिफायर में अपनी जगह पक्की कर ली है।
मुल्लांपुर में खेले गए इस रोमांचक मैच में रोहित शर्मा ने धमाकेदार 81 रनों की पारी खेली, जिसकी बदौलत टीम ने प्लेऑफ इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर 228 रन खड़ा किया।
जवाब में साई सुदर्शन ने 80 रनों की शानदार पारी खेलते हुए गुजरात को मुकाबले में बनाए रखा, लेकिन जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट की घातक गेंदबाज़ी ने मैच का रुख बदल दिया और मुंबई को शानदार जीत दिलाई। (IPL 2025 Eliminator Match) इस हार के साथ गुजरात टाइटंस का लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने का सपना अधूरा रह गया।
GT की खराब फील्डिंग पर MI ने करारा वार
शुक्रवार, 30 मई को खेले गए प्लेऑफ के दूसरे मुकाबले में गुजरात टाइटंस (GT) और मुंबई इंडियंस (MI) के बीच जबरदस्त भिड़ंत देखने को मिली। एक तरफ थी पिछले सीज़न की चैंपियन गुजरात, तो दूसरी ओर पांच बार की विजेता मुंबई। इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में जितनी दमदार बल्लेबाज़ी मुंबई इंडियंस ने दिखाई, उतनी ही लचर और निराशाजनक फील्डिंग गुजरात की रही। यही कमजोर फील्डिंग गुजरात की हार की सबसे बड़ी वजह साबित हुई।
मैच की शुरुआत से ही गुजरात के फील्डरों ने निराश किया। दूसरे और तीसरे ओवर में ही कप्तान रोहित शर्मा के दो आसान कैच टपका दिए गए, वो भी महज 5 गेंदों के अंतराल पर। इसके बाद जॉनी बेयरस्टो को भी जीवनदान मिला, जब उन्हें आउट करने का सुनहरा मौका गुजरात ने गंवा दिया। इन चूकों का खामियाज़ा गुजरात को पावरप्ले में ही भुगतना पड़ा, जहां रोहित और बेयरस्टो ने तूफानी बल्लेबाज़ी करते हुए मुंबई की जीत की नींव रख दी।
रोहित शर्मा और जॉनी बेयरस्टो ने मिलकर 84 रनों की तेज़ साझेदारी की, जिसने गुजरात की रणनीति को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। इसके बाद सूर्यकुमार यादव (33) और तिलक वर्मा (25) ने भी तेज़ रफ्तार से रन बटोरे और मुंबई को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। हालांकि बेयरस्टो और सूर्यकुमार अर्धशतक से चूक गए, लेकिन रोहित शर्मा ने पूरे सीज़न के उतार-चढ़ाव को पीछे छोड़ते हुए 81 रनों की शानदार और यादगार पारी खेली।
228 रन का पहाड़ खड़ा कर दिया
मुंबई की पारी का असली धमाका तब हुआ जब आखिरी ओवर में कप्तान हार्दिक पंड्या ने मोर्चा संभाला। हार्दिक ने इस ओवर में 3 गगनचुंबी छक्के लगाकर न केवल दर्शकों का दिल जीता, बल्कि टीम को 228 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। आखिरी ओवर में आए 22 रन अंततः मैच में निर्णायक साबित हुए।
गुजरात टाइटंस की गेंदबाज़ी में साई किशोर और प्रसिद्ध कृष्णा ने 2-2 विकेट लेकर थोड़ी राहत ज़रूर दी, लेकिन उनकी मेहनत भी गुजरात की फील्डिंग की भारी चूक के सामने फीकी पड़ गई। चार आसान कैच टपकाने और ज़रूरी मौकों पर दबाव में चूकने का असर यह हुआ कि गुजरात पूरे मैच में वापसी की राह ही नहीं ढूंढ पाई।
यह मुकाबला इस बात की मिसाल बन गया कि बड़े मैचों में सिर्फ अच्छी गेंदबाज़ी या बल्लेबाज़ी नहीं, बल्कि चुस्त-दुरुस्त फील्डिंग भी जीत का आधार होती है। GT की गलती से MI ने पूरी तरह फायदा उठाया और 228 रन का पहाड़ खड़ा करके मुकाबले में अपनी पकड़ मज़बूत कर ली।
सुदर्शन की कोशिशों पर बुमराह ने पानी फेरा
आईपीएल 2025 के एलिमिनेटर मुकाबले में एक बेहद रोमांचक और उतार-चढ़ाव से भरे मैच में गुजरात टाइटंस की उम्मीदों को करारा झटका तब लगा, जब जसप्रीत बुमराह ने अपनी तेज़ और सटीक गेंदबाज़ी से साई सुदर्शन की बेहतरीन कोशिशों पर पानी फेर दिया। राजस्थान रॉयल्स द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड लक्ष्य के जवाब में गुजरात को शुरुआत से ही संघर्ष करना पड़ा।
मैच की शुरुआत ही निराशाजनक रही, जब कप्तान शुभमन गिल सिर्फ चौथी गेंद पर ट्रेंट बोल्ट (2/56) का शिकार हो गए। ऐसे समय में जब टीम को मजबूती की ज़रूरत थी, साई सुदर्शन ने एक बार फिर अपनी जिम्मेदारी समझते हुए मोर्चा संभाला। इस सीजन में शानदार फॉर्म में चल रहे सुदर्शन ने अपने उसी अंदाज़ को बरकरार रखते हुए एक और उम्दा अर्धशतक जड़ा। उन्होंने कुसल मेंडिस और फिर वॉशिंगटन सुंदर के साथ महत्वपूर्ण साझेदारियाँ निभाईं।
खासकर सुंदर के साथ उनकी 84 रन की साझेदारी ने गुजरात को जीत की पटरी पर ला दिया था। दोनों बल्लेबाज मैच को पलटते दिख रहे थे। सुंदर ने भी 48 रन की अहम पारी खेली और उनके साथ तालमेल बिठाते हुए सुदर्शन ने आक्रामक और संतुलित बल्लेबाज़ी की मिसाल पेश की। ऐसा लग रहा था कि गुजरात अब मुकाबले पर पकड़ बना चुका है।
एक रोमांचक मुकाबले की पूरी कहानी
लेकिन क्रिकेट का यही तो रोमांच है – एक गेंद और पूरा खेल पलट जाता है। यह मोड़ आया 14वें ओवर में, जब राजस्थान की ओर से बुमराह अपना तीसरा ओवर लेकर आए। सुंदर स्ट्राइक पर थे और बुमराह ने एक घातक यॉर्कर डाली – इतनी सटीक और तेज़ कि सुंदर के पास कोई जवाब नहीं था। गेंद सीधे स्टंप्स पर लगी, सुंदर धराशायी हो गए और उनके साथ ही गुजरात की उम्मीदें भी। बुमराह ने सिर्फ विकेट ही नहीं लिया, बल्कि मैच का रुख भी पलट दिया।
इस बड़े झटके से टीम अभी संभल भी नहीं पाई थी कि दो ओवर बाद साई सुदर्शन भी बोल्ड हो गए। एक छोर से टिके सुदर्शन का आउट होना गुजरात की कमर तोड़ गया। इसके बाद बाकी बल्लेबाज दबाव में आ गए और टीम संभल नहीं पाई। पूरे 20 ओवर खेलने के बावजूद गुजरात टाइटंस 208 रन ही बना सकी और लक्ष्य से पीछे रह गई।
इस मैच ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बुमराह जैसे गेंदबाज़ किसी भी वक्त मैच का पासा पलट सकते हैं। साई सुदर्शन की साहसिक और शानदार कोशिशें भी इस बार काम नहीं आ सकीं, क्योंकि क्रिकेट में कभी-कभी एक यॉर्कर ही पूरे सपने चकनाचूर कर सकती है।