चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का नाम इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में हमेशा से ही एक बड़े और सम्मानित फ्रेंचाइज़ी के रूप में लिया जाता है। महेन्द्र सिंह धोनी (MS धोनी ) की कप्तानी में यह टीम न केवल अपनी मजबूत रणनीतियों, बल्कि अपनी जबरदस्त टीम भावना और खेल के प्रति समर्पण के लिए भी जानी जाती रही है।
सीएसके ने अब तक खेले गए 17 सीजन में से 5 बार खिताब जीतकर अपनी ताकत और निरंतरता का परिचय दिया है। यही कारण है कि चेन्नई सुपर किंग्स को उसके फैंस ने हमेशा सर आंखों पर रखा है और उसे “थाला” की टीम कहकर पुकारा है।
हर साल जब आईपीएल का सीजन शुरू होता है, तो MS धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स के प्रशंसकों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। पीली जर्सी पहने हुए फैंस का हुजूम स्टेडियम में उमड़ पड़ता है, और हर चौका-छक्का गूंजता है “सीएसके! सीएसके!” के नारों से।
आईपीएल 2025 की शुरुआत में भी यही जोश देखने को मिला। लोग उम्मीद लगाए बैठे थे कि एक बार फिर सीएसके शानदार खेल दिखाएगी और अपने छठे खिताब की ओर अग्रसर होगी।
हालांकि, इस सीजन में चेन्नई की टीम का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। लगातार मिल रही हारों ने न केवल टीम की स्थिति को प्वाइंट्स टेबल में नीचे धकेल दिया, बल्कि फैंस के उत्साह को भी धीरे-धीरे कम कर दिया।
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जो फैंस हर मैच में स्टेडियम में मौजूद रहते थे, अब वे मायूस होकर अपने घरों तक सीमित हो गए हैं। सोशल मीडिया पर भी नाराजगी साफ दिखाई दे रही है। टीम के खराब फॉर्म ने फैंस को निराश कर दिया है और उनमें अब वो जुनून नहीं दिखाई दे रहा जो कभी हर मैच में देखने को मिलता था।
फिर भी, सीएसके की विरासत इतनी बड़ी है कि एक सीजन की नाकामी उसकी लोकप्रियता को पूरी तरह मिटा नहीं सकती। फैंस को उम्मीद है कि टीम जल्द ही वापसी करेगी और एक बार फिर मैदान पर अपना दबदबा कायम करेगी।
MS धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स की असली ताकत न सिर्फ उसके खिलाड़ी हैं, बल्कि वो लाखों फैंस भी हैं जो हर हाल में अपने पसंदीदा टीम के साथ खड़े रहते हैं। यही उम्मीद और विश्वास शायद टीम को फिर से ऊँचाइयों तक ले जाने की प्रेरणा बनेगा।
MS धोनी की सेना का निराशाजनक प्रदर्शन
आईपीएल 2025 की शुरुआत चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए बेहद निराशाजनक रही है। इस सीजन की शुरुआत में टीम की कमान युवा बल्लेबाज़ ऋतुराज गायकवाड़ को सौंपी गई थी।
सीएसके मैनेजमेंट ने इस उम्मीद से ऋतुराज को कप्तान बनाया था कि वे अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी और शांत नेतृत्व शैली से टीम को एक नई दिशा देंगे।
हालांकि, ऋतुराज के नेतृत्व में टीम कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पाई और शुरुआती मैचों में ही उनकी रणनीति और प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे। इसी बीच एक दुर्भाग्यपूर्ण चोट ने ऋतुराज को पूरे सीजन से बाहर कर दिया, जिससे टीम की स्थिति और भी खराब हो गई।
ऋतुराज के बाहर होने के बाद जब टीम की कमान एक बार फिर अनुभवी और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS धोनी ) को सौंपी गई, तब फैंस को उम्मीद जगी कि “थाला” के नेतृत्व में टीम पटरी पर लौटेगी।
MS धोनी का नाम ही सीएसके के साथ एक भरोसे और प्रेरणा का प्रतीक रहा है। लेकिन इस बार शायद किस्मत ने भी साथ नहीं दिया। धोनी की वापसी के बावजूद सीएसके का प्रदर्शन कुछ खास नहीं सुधर पाया।
अब तक खेले गए 8 मुकाबलों में चेन्नई सुपर किंग्स को सिर्फ 2 मैचों में जीत हासिल हुई है, जबकि 6 मैचों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। इस निराशाजनक प्रदर्शन के चलते टीम पॉइंट्स टेबल में सिर्फ 4 अंकों के साथ सबसे निचले यानी 10वें स्थान पर पहुंच गई है। यह स्थिति न केवल सीएसके के फैंस के लिए चौंकाने वाली है, बल्कि पूरी टीम के आत्मविश्वास को भी प्रभावित कर रही है।
MS धोनी की कप्तानी वाली सीएसके की यह हार केवल आंकड़ों की बात नहीं है, यह उस उम्मीद, उस जुनून और उस प्रतिष्ठा पर भी चोट है, जो इस टीम ने सालों की मेहनत से हासिल की थी।
आईपीएल के इतिहास में चेन्नई सुपर किंग्स को हमेशा एक मजबूत और संतुलित टीम के रूप में देखा गया है, लेकिन 2025 का यह सीजन अब तक टीम की सबसे कमजोर झलकियों में से एक बन गया है।
अब देखना यह होगा कि क्या महेंद्र सिंह धोनी (MS धोनी ) अपने अनुभव और रणनीतिक सोच से सीजन के बाकी मैचों में टीम को उभारने में सफल हो पाएंगे या यह सीजन सीएसके के इतिहास में एक काले अध्याय की तरह दर्ज होगा। फैंस की निगाहें अभी भी “थाला” पर टिकी हैं — शायद एक चमत्कार की उम्मीद में।
CSK के नहीं बिक रहे टिकट
यह वाकई चौंकाने वाली बात है कि चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) जैसी जबरदस्त फैन फॉलोइंग वाली टीम के टिकट अब नहीं बिक रहे हैं। जो टीम हमेशा दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में खेलती आई है, उसके मैचों में अब खाली सीटें दिखाई दे रही हैं, यह किसी को भी हैरान कर देने वाली बात है।
लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ खेले गए पिछले मुकाबले में कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला। यह मैच लखनऊ के स्टेडियम में खेला गया था, लेकिन सीएसके जैसी पॉपुलर टीम की मौजूदगी के बावजूद स्टेडियम पूरी तरह से हाउसफुल नहीं हुआ। (MS धोनी ) कई सीटें खाली रहीं, और यह सवाल उठने लगे कि क्या अब लोगों की दिलचस्पी सीएसके के मैचों में कम हो रही है?
और अब तो मामला और भी गंभीर हो गया है क्योंकि सीएसके का अगला मैच उनके होमग्राउंड एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम (चेपौक) में खेला जाना है। यह वही ग्राउंड है (MS धोनी) जहां सीएसके की टिकटें आते ही मिनटों में बिक जाती थीं। लेकिन इस बार, सोमवार को टिकट बिक्री शुरू होने के बाद भी अभी तक सारे टिकट नहीं बिके हैं।
जहां पहले फैंस को टिकट के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था, वेबसाइट्स क्रैश हो जाती थीं और लोग टिकट पाने के लिए सोशल मीडिया पर गुहार लगाते थे, वहीं अब वही टिकट आसानी से उपलब्ध हैं। (MS धोनी)
इस ट्रेंड से यह संकेत मिल रहा है कि कहीं न कहीं दर्शकों का जुड़ाव टीम से थोड़ा कमजोर हुआ है। इसका कारण टीम के प्रदर्शन में गिरावट हो सकता है, या फिर महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर बनी अनिश्चितता। कुछ फैंस को शायद लग रहा है कि ये सीजन आखिरी हो सकता है, और शायद उन्होंने मानसिक तौर पर खुद को टीम से थोड़ा दूर करना शुरू कर दिया है।
हालांकि, यह भी संभव है कि यह एक अस्थायी फेज हो और जैसे-जैसे प्लेऑफ नजदीक आएंगे, वैसे-वैसे फिर से दर्शकों का जुनून लौट आएगा। (MS धोनी) लेकिन फिलहाल, यह दृश्य कि सीएसके के टिकट आसानी से मिल रहे हैं – क्रिकेट प्रेमियों और खासतौर पर सीएसके फैंस के लिए एक बड़ा झटका है।