Ajit Pawar

  • देश में सभी राज्‍यों के लिए समान कानून होना चाहिए: अजित पवार

    मुंबई। जम्‍मू कश्‍मीर में अनुच्‍छेद 370 खत्म हुए मंगलवार को छह साल पूरे गए। इसको लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्‍होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि देश में सभी राज्‍यों के लिए समान कानून होना चाहिए।  महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि जब हम एक ही देश में रहते हैं, तो जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सभी के लिए एक समान कानून होना चाहिए। पहले इस पर काफी चर्चा होती थी कि कुछ राज्यों के लिए अलग कानून और बाकी राज्यों के लिए अलग कानून क्यों हो। यह बात कई...

  • सहकारिता में लौटे अजित पवार का दबदबा

    महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार की ताकत दिन ब दिन बढ़ रही है। वे 40 साल के बाद सहकारिता की राजनीति में लौटे हैं। अजित पवार ने आखिरी बार 1984 में बारामती में सहकारिता का चुनाव लड़ा था। उसके बाद अब उन्होंने मालेगांव सहकारी चीनी मिल संगठन का चुनाव लड़ा। इसमें वे अध्यक्ष के पद पर लड़े थे और सभी 21 पदों के लिए उनका पैनल चुनाव लड़ा था। उनका पैनल 20 सीटों पर जीता है। वे अध्यक्ष पद का चुनाव लगभग 90 फीसदी वोट लेकर जीते हैं। उनके चाचा शरद पवार ने अध्यक्ष पद के लिए तो उम्मीदवार...

  • पवार कुछ और चाहते हैं भतीजे अजित से

    एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने एक बार फिर पोजिशन बदली है। हालांकि यह भी अंतिम नहीं है लेकिन उन्होंने कहा है वे कभी भी उन लोगों के साथ नहीं जाएंगे, जो भाजपा के साथ जुड़े हैं। उन्होंने भतीजे अजित पवार की पार्टी एनसीपी में अपनी पार्टी के विलय की संभावना को नकार दिया है। साथ ही भाजपा पर निशाना साध कर सीधे भाजपा से तालमेल करने और एनडीए में शामिल होने की संभावना को भी खारिज कर दिया है। ध्यान रहे पिछले कुछ दिनों में उन्होंने कई बार अजित पवार के साथ मंच साझा किया और एक बार यह...

  • शरद-अजित पवार साथ आ रहे ?

    शरद पवार और अजित पवार साथ आ रहे हैं। दोनों की पार्टियों के विलय की तैयारी हो रही है। खुद शरद पवार ने इसका संकेत दिया और उसके बाद अजित पवार के साथ सतारा में मंच साझा किया। एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने गुरुवार, आठ मई को कहा कि अगर दोनों पार्टियों का विलय हो जाए तो आश्चर्य नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि विलय का फैसला उन्होंने पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष और अपनी बेटी सुप्रिया सुले पर छोड़ दिया है। हालांकि ऐसा कुछ नहीं होता है। फैसला तो शरद पवार ने ही किया होगा...

  • महाराष्ट्र में पवार चाचा-भतीजे की जुगलबंदी

    उधर तमिलनाडु में रामदॉस पिता-पुत्र के बीच घमासान छिड़ा है तो दूसरी ओर महाराष्ट्र में पवार चाचा-भतीजे का घमासान थमता दिख रहा है। दोनों के बीच एक साल पहले जैसी तल्खी थी और पिछले साल लोकसभा व विधानसभा में दोनों के परिवार के सदस्य जैसे एक दूसरे से लड़े थे उसके मुकाबले अब काफी शांति बहाल हो गई है। चाचा-भतीजे की जुगलबंदी में नया मोड़ अब तो चाचा-भतीजे की जुगलबंदी देखने को मिल रही है। पिछले 15 दिन में शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच दो बार मुलाकात हुई है। एक परिवार के फंक्शन में और एक...

  • वोट नहीं मिलेंगे तो बांटने की रणनीति

    मुस्लिम वोट को लेकर भाजपा की एक रणनीति यह भी है कि जहां संभव हो वहां वोट बांटने का प्रयास होना चाहिए। उसके लिए बहुआयामी रणनीति अपनाई जा रही है। एक रणनीति सहयोगी पार्टियों के जरिए वोट का बंटवारा कराने की है तो दूसरी ऐसे खिलाड़ी खड़े करने की है, जो वोट बांटने के काम आए। इसके लिए दो मिसाल दी जा सकती है। एक मिसाल महाराष्ट्र में अजित पवार की है। उनकी एनसीपी सरकार में सहयोगी है और एनडीए का घटक दल है। लेकिन अजित पवार इफ्तार दावत का आयोजन करते हैं और खुलेआम कहते हैं कि मुस्लिम भाइयों...

  • मुसलमानों की रक्षा करेंगे अजित पवार

    मुंबई। भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार के उप मुख्यमंत्री और एनसीपी के नेता अजित पवार ने कहा है कि वे राज्य के मुस्लिम समाज की हर तरह से रक्षा करेंगे। औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर चल रहे विवाद और इसी मसले पर नागपुर में 17 मार्च को हुई हिंसा के बाद महाराष्ट्र के अजित पवार ने कहा है, ‘जो भी मुस्लिम भाइयों को आंख दिखाएगा, दो समूहों के बीच संघर्ष भड़काकर कानून व्यवस्था को बाधित करेगा और कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करेगा। वह चाहे कोई भी हो, उसे किसी भी हालत में बख्शा या...

  • महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की तबीयत बिगड़ी

    Ajit Pawar : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की तबीयत बिगड़ गई है। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से उनके सोमवार के सभी निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। उन्हें आज पुणे में कई कार्यक्रमों में शामिल होना था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वे इनमें शामिल नहीं हो पाएंगे।  मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को फोन कर उनका हालचाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। रविवार को पवार ने नाशिक में अपने भाषण में कहा था कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। इसके बाद उन्होंने नाशिक में अपने...

  • पवार परिवार के एकीकरण का अभियान

    महाराष्ट्र में शरद पवार के परिवार के एकीकरण का प्रयास तेज हो गया है। यह कब तक होगा, कहा नहीं जा सकता है लेकिन यह दावा जरूर किया जा रहा है कि परिवार के सदस्यों के बीच जो कटुता थी वह खत्म हो गई है। लोकसभा और विधानसभा के चुनाव खत्म होने के साथ ही शरद पवार और अजित पवार खेमे में बंटे परिवार के सदस्य एक हो गए हैं। पारिवारिक और सामाजिक स्तर पर तो एकीकरण हो भी गया है, अब राजनीतिक एकीकरण का प्रयास शुरू हुआ है। परिवार के बुजुर्गों ने इसकी पहल की है। वैसे यह भी...

  • अजित पवार आरएसएस मुख्यालय नहीं गए

    विपक्षी पार्टियों के गठबंधन को भाजपा से यह गुण जरूर सीखना चाहिए कि घटक दलों के बीच वैचारिक विरोधों को किस तरह से हैंडल किया जाता है। विपक्षी पार्टियां तो मामूली बात पर आपस में लड़ने लगती हैं। लेकिन भाजपा बिल्कुल भिन्न विचार वाली पार्टी के साथ भी निभा लेती है। जैसे महाराष्ट्र में वह अजित पवार के साथ निभा रही है। अजित पवार ने महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के बीच ‘बंटोंगे तो कटोगे’ के नारे का विरोध किया था। उन्होंने योगी आदित्यनाथ के दिए इस नारे के विरोध में यहां तक कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार में ऐसा नारा...

  • मंत्रियों की मध्यावधि समीक्षा के खतरे

    मंत्री बनाना, उसे विभाग देना और पद पर बनाए रखना प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। लेकिन पार्टी सिस्टम में पार्टी की सलाह से ही मंत्री चुने जाते हैं और पार्टी सुप्रीमो तय करते हैं कि कौन मंत्री बनेगा और कितने समय तक बना रहेगा। महाराष्ट्र में नतीजों के 22 दिन के बाद मंत्रिमंडल का गठन हुआ तो उप मुख्यमंत्री और एनसीपी के नेता अजित पवार ने कहा कि मंत्रियों की मध्यावधि समीक्षा होगी। Maharashtra Cabinet Expansion उन्होंने कहा कि मंत्री सिर्फ ढाई साल के लिए बनाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि ढाई...

  • महाराष्ट्र में फड़नवीस-अजित की जोड़ी

    महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ जोड़ियां बहुत मशहूर रही हैं। भाजपा की राजनीति में किसी जमाने में प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे की जोड़ी थी। इसी तरह बाला साहेब ठाकरे और शरद पवार की जोड़ी ने लंबे समय तक महाराष्ट्र की राजनीति को अपने हिसाब से संचालित किया। अब वहां एक नई जोड़ी स्थापित हुई है, देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार की। अब इन दोनों के हिसाब से महाराष्ट्र की राजनीति चलेगी। तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद फड़नवीस अपनी पार्टी के तमाम दिग्गज नेताओं की छाया से मुक्त हो गए हैं और साथ ही मराठा क्षत्रप...

  • शरद पवार का जन्मदिन मनाने पहुंचे अजित पवार

    नई दिल्ली। लोकसभा और उसके बाद विधानसभा चुनाव में कड़वाहट भरे प्रचार और मुकाबले के बाद अजित पवार गुरुवार को अपने चाचा शरद पवार का जन्मदिन मनाने दिल्ली में उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। शरद पवार ने गुरुवार, 12 दिसंबर को परिवार के सदस्यों और शुभचिंतकों के साथ 84वां जन्मदिन मनाया। इस मौके पर उनके भतीजे और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार भी शामिल हुए। पहले कहा जा रहा था कि अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा जन्मदिन के कार्यक्रम में नहीं जाएंगी। लेकिन बाद में वे भी शरद पवार के घर पहुंचीं। इन दोनों के साथ शरद पवार के...

  • अजित पवार की एक हजार करोड़ की संपत्ति रिलीज

    नई दिल्ली। एनसीपी नेता अजित पवार के भाजपा की सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दो दिन बाद ही उनको बड़ी राहत मिली है। कई घोटालों में केंद्रीय एजेंसियां उनको और उनकी पत्नी को पहले ही क्लीन चिट दे चुकी हैं। अब अजित पवार की जब्त बेनामी संपत्ति रिलीज करने का आदेश आ गया। बताया जा रहा है कि दिल्ली के आयकर विभाग ट्रिब्यूनल ने पवार की एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति को मुक्त कर दिया है। असल में सात अक्टूबर 2021 को छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने इन संपत्तियों को जब्त किया...

  • अजित पवार क्या डिप्टी सीएम ही रह जाएंगे?

    अपने चाचा शरद पवार की पार्टी तोड़ कर एनसीपी पर कब्जा करने के बाद भी अजित पवार उप मुख्यमंत्री पद की ही शपथ लिए। सोचें, उन्होंने शरद पवार से किस बात की नाराजगी जताई थी? अजित पवार ने कहा था कि वे उप मुख्यमंत्री बन बन कर थक गए हैं। अब उनको मुख्यमंत्री बनना है। उन्होंने शरद पवार पर यह आरोप भी लगाया था कि 2004 के चुनाव में जब एनसीपी दो सीटें ज्यादा लेकर कांग्रेस से बड़ी पार्टी बन गई, तब भी शरद पवार ने मुख्यमंत्री का पद कांग्रेस को ही दे दिया। वे चाहते थे कि उस समय...

  • पवार भतीजे के साथ जाएंगे या कांग्रेस के?

    सबसे बड़े मराठा क्षत्रप शरद पवार की राजनीति चौराहे पर है। उनको फैसला करना है कि आगे वे क्या करेंगे? वे पिछले चुनाव के बाद से ही 2024 के विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने उद्धव ठाकरे को भाजपा गठबंधन से निकाल कर कांग्रेस और एनसीपी की मदद से सरकार बनाने के लिए तैयार किया तो उनके दिमाग में 2024 का ही चुनाव था। वे एक बिल्कुल नए गठबंधन के साथ यह चुनाव लड़ना चाहते थे और ऐसी स्थिति हासिल करना चाहते थे, जिसमें वे अपनी बेटी सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना देते। चुनाव के बीच...

  • अजित पवार की दशा दुष्यंत चौटाला वाली

    Ajit Pawar Dushyant Chautala: महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर एक चरण में बुधवार, 20 नवंबर को मतदान हो गया। एक्जिट पोल के नतीजे भी आ गए लेकिन सस्पेंस खत्म नहीं हो रहा है। इसके बावजूद एक बात साफ दिख रही है कि अजित पवार, जिनके पास चुनाव आयोग और विधानसभा स्पीकर की कृपा से असली एनसीपी है उनकी दशा वैसी ही होने वाली है, जैसी हरियाणा में दुष्यंत चौटाला की हुई। हरियाणा में दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी के 10 विधायक थे और उनको 2019 में 14 फीसदी के करीब वोट मिला था। लेकिन 2024 के चुनाव में...

  • अजित पवार की भाजपा से दूरी

    Ajit Pawar BJP, ऐसा लग रहा है कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और एनसीपी के नेता अजित पवार को समझ में आ गया है कि भारतीय जनता पार्टी का साथ उनको कोई वोट नहीं दिला पा रहा है। हालांकि वे भी भाजपा को कोई खास फायदा नहीं पहुंचा सके हैं तभी लोकसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा के नेता और संघ के पदाधिकारी उनको निशाना बना रहे थे। अब मतदान से दो दिन पहले प्रचार बंद होते समय उन्होंने कहा कि, ‘हमको वोट देने का मतलब भाजपा को वोट देना नहीं है’। इस तरह अजित पवार ने कहा कि...

  • शरद और अजित पवार का क्या कोई खेला?

    महाराष्ट्र के सबसे बड़े मराठा क्षत्रप शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार दोनों अलग अलग चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि दोनों की लड़ाई इस बार असली है। पवार अपनी आखिरी लड़ाई जीत के साथ खत्म करना चाहते हैं तो अजित पवार यह साबित करना चाहते हैं कि शरद पवार के बिना भी उनका अस्तित्व है। लोकसभा चुनाव में वे यह साबित नहीं कर पाए थे, जो बिना शरद पवार के उनका पहला चुनाव था। जो काम वे लोकसभा चुनाव में नहीं कर पाए उसे विधानसभा चुनाव में करना चाहते हैं। तभी दोनों एक दूसरे...

  • शरद, अजित और फड़नवीस में कौन सच्चा?

    महाराष्ट्र में भाजपा और एनसीपी की सरकार बनवाने के मामले में गौतम अडानी की भूमिका को लेकर तीन तरह की बातें हो रही हैं। उनसे लग रहा है कि शरद पवार, अजित पवार और देवेंद्र फड़नवीस तीनों में से कोई न कोई झूठ बोल रहा है। हो सकता है कि तीनों कुछ न कुछ झूठ बोल रहे हैं। लेकिन तीनों की बातों से साफ है कि अडानी ने सरकार बनाने के लिए कांग्रेस और एनसीपी की बैठक कराई थी। इस तथ्य से कोई इनकार नहीं कर रहा है। सो, यह अपने आप में भाजपा के लिए शर्मिंदगी की बात होनी...

और लोड करें