Nitin Gadkari

  • गडकरी को कोई श्रेय नहीं दे रहा

    इन दिनों केंद्र सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी चौकरफा निशाने पर हैं। लेकिन क्या कोई उनको इस बात का श्रेय देगा कि जीवन और स्वास्थ्य बीमा के प्रीमियम पर लगने वाला 18 फीसदी जीएसटी शून्य हो गया? ध्यान रहे भाजपा विरोधी मीडिया और सोशल मीडिया तो उनको निशाना बना ही रहा है साथ ही राइट विंग के सोशल मीडिया अकाउंट्स से भी उनके ऊपर खूब हमले हो रहे हैं। इथेनॉल को लेकर, टोल टैक्स को लेकर और भारत की सड़कों को अमेरिका जैसा बना देने के उनके बयानों को लेकर उन पर निशाना साधा जा रहा है। सरकार...

  • गडकरी ट्रोलिंग का नया टारगेट हैं

    भारतीय जनता पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं होने की कहानियां अब पुरानी भी हो गईं और थम भी गई हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने 75 साल में रिटायर होने वाले सिद्धांत को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुल कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तारीफ कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन से फिर दोस्ती कर ली है। यह भी तय हो गया है कि भाजपा का संगठन वही चलाएगा, जिसको नरेंद्र मोदी चाहेंगे। उत्तर प्रदेश और गुजरात सहित दूसरे राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति जब मोदी चाहेंगे...

  • उद्धव क्या गडकरी से मिलेंगे?

    महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिव सेना यूबीटी के नेता उद्धव ठाकरे दिल्ली आ रहे हैं। वे राहुल गांधी की ओर से बुलाई गई विपक्षी नेताओं की बैठक में हिस्सा लेंगे। राहुल ने सात अगस्त को बैठक बुलाई है। लंबे अरसे बाद ‘इंडिया’ ब्लॉक की एक बड़ी बैठक होने जा रही है। यह बैठक राहुल गांधी के नए बंगले पांच, सुनहरी बाग लेन में होगी। कई लोग इसको राहुल के नए बंगले का गृह प्रवेश भी बता रहे हैं और मीटिंग को गृह प्रवेश का भोज कह रहे हैं। जो हो लेकिन इस बार की मीटिंग में विपक्षी गठबंधन के...

  • दोपहिया वाहनों पर टोल लगने की रिपोर्ट का नितिन गडकरी ने किया खंडन

    केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को दोपहिया वाहनों पर टोल लगने की रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए कहा कि ऐसा कोई निर्णय प्रस्तावित नहीं है।   केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "कुछ मीडिया हाऊसेस द्वारा दोपहिया वाहनों पर टोल टैक्स लगाए जाने की भ्रामक खबर फैलाई जा रही हैं। ऐसा कोई निर्णय प्रस्तावित नहीं हैं। दोपहिया वाहन के टोल पर पूरी तरह से छूट जारी रहेगी। बिना सच्चाई जाने भ्रामक खबरें फैलाकर सनसनी निर्माण करना स्वस्थ पत्रकारिता के लक्षण नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया...

  • सरकार का परम धर्म टोल वसूलना है

    टैक्स से बड़ा टोल टैक्स है। ऐसा लग रहा है कि भारत सरकार और राज्यों की सरकारों का मुख्य काम टोल वसूलना है। टोल वसूलना परम धर्म है। तभी हर दिन टोल वसूलने के नए नए तरीके निकाले जा रहे हैं। एक नए तरीके की घोषणा केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने की है। उन्होंने कहा है कि सरकार तीन हजार रुपए का सालाना पास जारी करने जा रही है, जिससे दो सौ बार टोल नाका पार किया जा सकता है। उनका कहना है कि इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उनका खर्च कम होगा और टोल...

  • सालाना फास्टैग जारी करेगी सरकार

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नेशनल हाईवे पर टोल टैक्स देने के लिए सालाना पास लॉन्च करने की घोषणा की है। इस साल 15 अगस्त से इसे लागू किया जाएगा। गडकरी ने कहा है कि निजी वाहन के मालिक तीन हजार रुपए सालाना का पास बना सकते हैं। इसमें वे दो सौ बार टोल पार कर पाएंगे। बताया जा रहा है कि 50 रुपए न्यूनतम अगर एक टोल पर लगता है तो दो सौ बार टोल पार करने का खर्च 10 हजार रुपए आता है। सालाना पास से यह काम तीन हजार रुपए में...

  • नितिन गडकरी ने फास्टैग रिचार्ज वार्षिक पास का किया ऐलान

    नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को वार्षिक फास्टैग का ऐलान किया। सरकार की ओर से यह घोषणा निजी वाहन चालकों पर टोल के बोझ को कम करने के लिए की गई है। केंद्रीय मंत्री की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा एक ऐतिहासिक पहल के तहत, 15 अगस्त 2025 से 3,000 रुपए की कीमत वाला फास्टैग आधारित वार्षिक पास शुरू किया जा रहा है। यह पास सक्रिय होने की तिथि से एक वर्ष तक या 200 यात्राओं तक, जो भी पहले हो, वैध रहेगा। इस वार्षिक पास से निजी वाहन चालकों...

  • बार-बार फास्टैग रिचार्ज का झंझट होगा खत्म, नितिन गडकरी ने वार्षिक पास का किया ऐलान

    केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को वार्षिक फास्टैग का ऐलान किया। सरकार की ओर से यह घोषणा निजी वाहन चालकों पर टोल के बोझ को कम करने के लिए की गई है।   केंद्रीय मंत्री की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा, "एक ऐतिहासिक पहल के तहत, 15 अगस्त 2025 से 3,000 रुपए की कीमत वाला फास्टैग आधारित वार्षिक पास शुरू किया जा रहा है। यह पास सक्रिय होने की तिथि से एक वर्ष तक या 200 यात्राओं तक, जो भी पहले हो, वैध रहेगा। इस वार्षिक पास से निजी वाहन चालकों को बार-बार...

  • खड़गे के जाल में नहीं फंसे गडकरी

    सोशल मीडिया और पारंपरिक मीडिया में कई वीडियो क्लिप्स और कई बयानों के जरिए यह धारणा बनाई गई है कि केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी स्वतंत्र राजनीति करते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी नहीं बनती है। प्रधानमंत्री के साथ नहीं बनने की बात को छोड़ दें तो इस बात में सचाई है कि वे स्वतंत्र राजनीति करते हैं और कई बार कैबिनेट की बैठकों में भी असहज सवाल करते हैं और बाहर भी ऐसे बयान देते हैं, जो भाजपा के मौजूदा नेतृत्व की राय से अलग होती है। परंतु कोई उनका कुछ नहीं कर...

  • उर्स के मौके पर नितिन गडकरी ने दरगाह पर चढ़ाई चादर

    अजमेर। राजस्थान के अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज के 813वें सालाना उर्स के मौके पर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) की मखमली चादर दरगाह में पेश की गई। यह चादर भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष असलम खान और नागपुर अल्पसंख्यक मोर्चा मंत्री लाला भाई कुरैशी लेकर पहुंचे थे। दरगाह के खादिम सैयद अफसान चिश्ती की सदारत में चादर और अकीदत के फूल पेश किए गए। इस मौके पर देश में अमन-चैन और खुशहाली की कामना की गई। खादिम दरगाह के सैयद अफसान चिश्ती ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि केंद्रीय परिवहन मंत्री...

  • गडकरी के मंत्रालय में बदलेंगी नीतियां!

    Gadkari ministry: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पिछले 10 साल में नरेंद्र मोदी की सरकार का सबसे काबिल और सबसे सक्षम मंत्री माना जाता है। देश का आम आदमी भी मानता है कि रोड मंत्रालय में बड़ा काम हुआ है। ऐसा मानने का कारण यह भी है कि चारों तरफ नई सड़कों का जाल बिछता दिख रहा है। हालांकि उसके साथ ही गडकरी को लेकर एक धारणा यह भी बनी है या बनाई गई है कि वे सड़क मंत्रालय में बैठे ही इसलिए हैं ताकि टोल टैक्स वसूल सकें। जैसे निर्मला सीतारमण तरह तरह के जीएसटी की...

  • गडकरी, शिंदे, अठावले की चेकिंग

    मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की चेकिंग से उठे विवाद के बीच चुनाव आयोग ने अब भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों के बड़े नेताओं के हेलीकॉप्टर की चेकिंग की है। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हेलीकॉप्टर की जांच हुई थी तो बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के हेलीकॉप्टर की जांच हुई। यह भी बताया गया कि पांच नवंबर को भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के हेलीकॉप्टर की जांच हुई थी। बहरहाल, महाराष्ट्र के पालघर में कोलगांव हेलीपैड पर बुधवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों ने...

  • गडकरी ने लड़की बहिन योजना पर सवाल उठाया

    केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राजनीतिक बातें बड़े छायावादी अंदाज में कहते हैं। उनको भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से नाराजगी जतानी होती है तब भी वे बड़ी बारीकी से अपनी बात कहते हैं। अभी पिछले दिनों उन्होंने नसीहत दी थी कि सार्वजनिक जीवन में रहने वालों को आलोचना के लिए तैयार रहना चाहिए था। यह बात उन्होंने तब कही थी, जब उनकी पार्टी कांग्रेस पर इस बात के लिए हमला कर रही थी कि उसने सैकड़ों बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपमानजनक बातें कही हैं। इसी तरह उन्होंने यह भी कहा कि इन दिनों देश में असहमति के लिए स्पेस...

  • नीतिन गडकरी की साफगोई

    रेवड़ियां दूसरी सब्सिडियों के भुगतान में रुकावट की शर्त पर ही बांटी जा सकती हैं। बल्कि कहा यह जाएगा कि इन पर अमल समाज की जड़ों को मजबूत करने वाली और मानव विकास का आधार बनने वाली योजनाओं की कीमत पर ही होता है। भाजपा की अंदरूनी सियासी समीकरण वाले एंगल में सिर खपाने से बच सकें, तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जो कहा है, उसकी अहमियत बेहतर ढंग से समझ आ सकती है। गडकरी ने महाराष्ट्र में अपनी ही पार्टी की गठबंधन सरकार की नई घोषित लड़की बहिन योजना पर सवाल उठाए हैं। यह सच बयान किया है...

  • गडकरी ज्ञान की धारा बढ़ रही

    केंद्र सरकार के मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी इन्फ्लूयंसर भी हैं। उन्होंने खुद ही बताया है कि उनके मोटिवेशनल वीडियो से कितनी आमदनी होती है। वे वीडियो के अलावा सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी मोटिवेशनल भाषण देते हैं। उसी में राजनीतिक टिप्पणियां भी करते हैं। लेकिन वे टिप्पणियां इतनी छायावादी अंदाज की होती हैं कि लोग उसको डिकोड करते रहते हैं। हर बार कहा जाता है कि उनका निशाना भाजपा का मौजूदा नेतृत्व यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं। संभवतः इसी वजह से विपक्ष का कोई बड़ा नेता उनके पास प्रधानमंत्री पद का...

  • भारत की जानलेवा सड़कें

    Dangerous roads of India: भारत में औसतन हर घंटे 53 सड़क हादसे होते हैं और उनमें 18 लोगों की जान जाती है- यानी रोज 432 मौतें। कुल जितनी दुर्घटनाएं होती हैं, उनमें 45 प्रतिशत में दो पहिया वाहन शामिल रहते हैं। also read: भारत के खिलाफ टेस्ट के लिए बांग्लादेश की टीम घोषित भारत में सड़क यात्रा जोखिम भरी भारत में सड़क यात्रा जोखिम भरी है, यह कोई रहस्य नहीं है। हर साल आने वाले आंकड़े इस बारे में चिंता बढ़ाते हैं, लेकिन उन आंकड़ों की चर्चा थमते ही सब कुछ जैसे को तैसा चलता रहता है। इसलिए परिवहन मंत्री नितिन...

  • दो वर्षों में पेट्रोल और डीजल वाहनों के बराबर हो जाएगी: नितिन गडकरी

    नई दिल्ली। देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) का चलन आने वाले समय में बढ़ेगा। इस कारण अगले दो वर्षों में ईवी की लागत पेट्रोल और डीजल वाहनों के बराबर आ जाएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) की ओर से सोमवार को यह बयान दिया गया। ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसीएमए) की ओर से आयोजित किए गए इवेंट में केंद्रीय मंत्री की ओर से ऑटोमोबाइल को सड़क सुरक्षा को बढ़ाने में अधिक योगदान देने को कहा गया। गडकरी ने कहा 10 साल पहले जब मैंने इलेक्ट्रिक वाहनों को ऑटोमोबाइल कंपनियों से बढ़ाने को कहा...

  • अखिलेश यादव ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को लिखा पत्र

    नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को एक पत्र लिखा। इसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश में कई एक्सप्रेसवे एवं सड़कों का निर्माण कराने की मांग की। समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया (Social Media) अकाउंट से अखिलेश यादव का पत्र शेयर किया गया। अखिलेश यादव ने नितिन गडकरी को लिखे खत में जिक्र किया, ''उत्तर प्रदेश के विकास को गति प्रदान करने के लिए भारत सरकार द्वारा पहले से स्वीकृत एवं नए निम्नलिखित एक्सप्रेसवे एवं सड़कों का निर्माण कराने की कृपा करें। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा स्वीकृत संरेखण, इटावा...

  • गडकरी के आइडिया पर विपक्ष का प्रदर्शन

    देश के मतदाताओं ने विपक्ष की ताकत तो बढ़ा दी है लेकिन विपक्ष के पास आइडिया का घनघोर अभाव है। एक तरह से विचारहीन और दिवालिया विपक्ष है, जिसके पास जाति गणना और संविधान व आरक्षण बचावों का चुनावी नारा भर है। आम जनता से जुड़े किसी मुद्दे पर सरकार को घेरने, उसे कठघरे में खड़ा करने या उसे जन विरोधी फैसले बदलने के लिए मजबूर करने का कोई आइडिया विपक्ष के पास नहीं है। तभी जब जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा पर लगने वाले वस्तु व सेवा कर यानी जीएसटी को लेकर संसद में विपक्ष ने विरोध किया तो...

  • गडकरी की जायज मांग

    जीवन बीमा और मेडिकल प्रीमियम पर टैक्स लगेगा, यह कभी कल्पना से भी बाहर था। लेकिन मोदी सरकार में यह मुमकिन हुआ। यह पहला मौका है, जब इसके खिलाफ सत्ताधारी भाजपा के अंदर से कोई आवाज उठी हो। गुजरे दस साल में यह शायद पहला मौका है, जब नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के एक वरिष्ठ सदस्य ने एक सरकारी कदम को वापस लेने की अपनी मांग को सार्वजनिक कर दिया हो। यह मांग जायज और मध्य वर्ग के बहुत बड़े हिस्से की भावनाओं के अनुरूप है। इसलिए इससे सरकार के लिए गंभीर असमंजस पैदा हो सकता है। वरिष्ठ मंत्री नितिन गडकरी...

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