Nitin Gadkari
भारत में टोल प्लाजा की जगह पर जीपीएस आधारित ट्रैकिंग सिस्टम के लिए नई पॉलिसी लाने की तैयार कर रहे हैं। इसका मतलब टोल टैक्स का कलेक्शन अब जीपीएस के माध्यम से होगा।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि हम पांच वर्ष के अन्दर मध्यप्रदेश का रोड स्ट्रक्चर अमेरिका के समान बना देंगे।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने प्रयागराज में खंभों के सहारे हवा में चलने वाली बसों का संचालन शुरू करने का बड़ा ऐलान किया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सख्त चेतावनी देते हुए नए नियम बताए हैं. उन्होंने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति ट्रैफिक नियमों…
कार्यक्रम में शरद पवार ने कहा- मैं इस कार्यक्रम में इसलिए आया क्योंकि मुझे कहा गया था कि नितिन गडकरी अहमदनगर में कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करने वाले हैं।
यदि हमारे मंत्री और नेता (और प्रधानमंत्री भी) इस तरह का सत्साहस करें तो उनके डर के मारे ही बहुत-सी अव्यवस्था और भ्रष्टाचार से देश को मुक्ति मिल सकती है।
प्रदेश में पार्टी के पक्ष में सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए भाजपा चौतरफा प्रयास कर रही है।
अपने दिल की बात बेबाक अंदाज में कहने के लिए माहिर केंद्रीय मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्रियों की चिंता को लेकर तंज किया है।
देश में पहली बार हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान विमान में खुद देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari ) मौजूद रहेंगे…
वाहनो को स्क्रैप करने की नीति की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। उन्होंने गुजरात में चल रहे निवेशक सम्मेलन में हिस्सा लिया और उसी दौरान इस नीति का ऐलान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से बड़ा फैसला लिया है। देश में व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी को आज लॉन्च कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात में इन्वेस्टर समिट में इस पॉलिसी को लॉन्च किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2021 के केंद्रीय बजट में इस पॉलिसी को पेश किया था।
bjp parliamentary board : भारतीय जनता पार्टी में फैसले करने वाली सर्वोच्च ईकाई संसदीय बोर्ड में एक और जगह बन गई है। संसदीय बोर्ड के सदस्य और केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया गया है। संवैधानिक पद पर जाने के बाद वे भाजपा के संसदीय बोर्ड में नहीं रह पाएंगे। उनसे पहले संसदीय बोर्ड में तीन और जगह अलग अलग कारणों से बनी थी। लेकिन हैरानी की बात है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व संसदीय बोर्ड में नए सदस्यों को नहीं शामिल कर रहा है। बोर्ड में जगह खाली होने का सिलसिला 2017 से चल रहा है। यह भी पढ़ें: संसदीय बोर्ड में किसे मिलेगी जगह सबसे पहले पार्टी के पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू के उप राष्ट्रपति बनने के बाद 2017 में एक जगह खाली हुई थी। लेकिन उनकी जगह कोई नई नियुक्ति नहीं हुई। पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद अगस्त में भाजपा संसदीय बोर्ड के दो सदस्य सुषमा स्वराज और अरुण जेटली का निधन हो गया। उनकी जगह भी किसी को नहीं नियुक्त किया गया और अब थावरचंद गहलोत को राज्यपाल बनाया गया है। इस तरह भाजपा संसदीय बोर्ड में अब चार जगहें खाली हो गई हैं। 12 सदस्यों वाली इस ईकाई… Continue reading भाजपा संसदीय बोर्ड में बनी जगह
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा आलाकमान के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। कुछ दिन पहले तक इसकी अटकलें ही लगाई जा रही थीं लेकिन पांच जून को इसका सबूत भी मिल गया। पांच जून को योगी आदित्यनाथ का 49वां जन्मदिन था लेकिन उनके जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तीनों ने बधाई नहीं दी। राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी जैसे पार्टी के दूसरे बड़े नेताओं ने जरूर उनको बधाई दी पर पार्टी संगठन के तीन शीर्ष नेता खामोश रहे। देर शाम तक तीनों के ट्विटर हैंडल पर सबकी नजर थी, लेकिन बधाई संदेश नहीं आया। जब दिन में इस बात की चर्चा शुरू हुई कि मोदी, शाह और नड्डा ने योगी को बधाई नहीं दी है तो देर शाम सूत्रों के हवाले से एक सफाई आई, जिसमें कहा गया कि कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने किसी को जन्मदिन की बधाई नहीं दी है। हालांकि पिछले साल जून में भी कोरोना की लहर चल रही थी और तब प्रधानमंत्री ने योगी आदित्यनाथ को उनके जन्मदिन की बधाई दी थी। उससे पहले 2019 में भी उन्होंने बधाई दी थी।… Continue reading गडकरी, योगी से इतनी बेरूखी क्यों?
कोरोना वायरस के प्रबंधन को लेकर केंद्र सरकार चौतरफा घिर रही है। विपक्षी पार्टियों के साथ साथ मीडिया का एक बड़ा हिस्सा अब सवाल उठाने लगा है और आम लोग भी सवाल पूछने लगे हैं। लेकिन सरकार के लिए चिंता की बात यह है कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ में भी कोरोना प्रबंधन को लेकर सवाल उठ रहे हैं और यह चिंता जताई जा रही है कि सरकार कुछ करती नहीं दिख रही है। सरकार को बेहतर कामकाज की इमेज रखने वाले नेताओं को आगे करने और मंत्रिमंडल में भी ऐसे लोगों को जगह देने की बात उठी है। बताया जा रहा है कि सरकार में बदलाव के बारे में संघ के अंदर चर्चा हुई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अनायास ही नितिन गडकरी का नाम नहीं लिया था। बताया जा रहा है कि संघ में इस बात की चर्चा हुई है कि गडकरी जैसे नेताओं को आगे लाना चाहिए। उनकी छवि बेहतर कामकाज और प्रबंधन करने वाले नेता की है। यह भी कहा जा रहा है कि संघ सरकार में कुछ बदलाव चाहता है। जानकार सूत्रों के मुताबिक मोदी सरकार के अनेक मंत्री कोरोना वायरस की महामारी के दौरान एक्सपोज हुए हैं। उनसे… Continue reading संघ में भी उठने लगे सवाल
नई दिल्ली। भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रह्मण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री कार्यालय और उसके अधिकारियों पर तीखा हमला किया है और कोरोना वायरस से लड़ाई की कमान नितिन गडकरी को सौंपने की मांग की है। कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह देते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि प्रधानमंत्री को कोविड के खिलाफ लड़ाई की कमान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को सौंपनी चाहिए। स्वामी ने ट्विटर पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री कार्यालय के ऊपर भी तीखा हमला किया। सुब्रह्मण्यम स्वामी की सोशल मीडिया पोस्ट पर जब एक व्यक्ति ने गडकरी को कमान सौंपने की वजह पूछी तो स्वामी ने कहा- कोविड से निपटने के लिए बुनियादी ढांचे के फ्रेम वर्क की जरूरत है और गडकरी इस मामले में खुद को साबित कर चुके हैं। उन्होंने लिखा- भारत इस महामारी से भी लड़ाई जीतेगा, उसी तरह जैसे मुस्लिम आक्रमणकारियों और ब्रिटिश घुसपैठियों के खिलाफ उसने जीती थी। स्वामी ने लिखा- अगर सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो हम तीसरी लहर का भी सामना करेंगे, जिसमें बच्चों पर ज्यादा असर पड़ सकता है। ऐसे में एक गंभीर संकट प्रबंधन टीम की जरूरत है, प्रधानमंत्री कार्यालय के साइकोज यानी मनोरोगियों पर भरोसा करना बेकार… Continue reading गडकरी को सौंपी जाए कमान