चुनाव में क्या कुछ भी वादा किया जा सकता है?
राजनीतिक दलों और नेताओं में आखिर इतनी हिम्मत कहां से आती है कि वे चुनाव से पहले कुछ भी वादा कर देते हैं? लोकतंत्र के लिए यह बहुत जरूरी सवाल है और इसका सीधा सरल जवाब यह है कि चूंकि जनता चुनाव के बाद नेताओं को जवाबदेह नहीं ठहराती है, उनसे उनके वादों के बारे में पूछताछ नहीं करती है इसलिए नेताओं में यह हिम्मत आती है। अगर चुनाव के बाद लोग घोषणापत्र लेकर नेताओं का सामना करें और उनको जवाबदेह ठहराएं तो धीरे धीरे इसमें बदलाव आ सकता है। लेकिन जैसा कि एक लेखक ने लिखा है कि अगर...