Siddaramaiah

  • सिद्धारमैया हिंदू धर्म को बांट रहे!

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया क्या अपने राजनीतिक लाभ के लिए हिंदू धर्म को बांट रहे हैं? कर्नाटक में इस बात की चर्चा तेज है। जाति गणना को लेकर अलग विरोध हो रहे हैं लेकिन हिंदू धर्म को कमजोर करने का मुद्दा अलग उठा हुआ और यह मुद्दा इतना बड़ा हो गया है कि कांग्रेस के ही विधायक और मंत्री आपस में लड़ रहे हैं। लिंगायत समुदाय के भीतर विवाद छिड़ा हुआ है और किसी न किसी रूप में सिद्धारमैया के ऊपर ठीकरा फोड़ा जा रहा है। भाजपा की ओर से सिद्धारमैया की आलोचना की जा रही है। लेकिन वे इस...

  • सिद्धारमैया पद छोड़ने को तैयार नहीं

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ताल ठोंक कर कहा है कि वे मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं छोड़ने जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वे पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। गौरतलब है कि मई 2023 में कर्नाटक की सरकार बनते समय इस बात की चर्चा हुई थी कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच ढाई ढाई साल तक सत्ता में साझीदारी का फॉर्मूला तय हुआ है। पहले ढाई साल सिद्धारमैया सीएम रहेंगे और इस अवधि में शिवकुमार उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश अध्यक्ष भी बने रहेंगे। इस फॉर्मूले के मुताबिक बाद के ढाई साल शिवकुमार को सीएम बनाना...

  • ममता और सिद्धारमैया का सेकुलरिज्म

    त्योहार हिंदुओं का चल रहा है लेकिन कई पार्टियों और उनके नेताओं का सेकुलरिज्म फुल डिस्प्ले में है। ऐसा लग रहा है कि उनको दुर्गापूजा के अवसर पर ही अपनी धर्मनिरपेक्षता साबित कर देनी है क्योंकि फिर मौका नहीं मिलेगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल में दुर्गापूजा पंडालों के लिए पहले से ज्यादा पैसा दिया है और ज्यादा मदद की है। लेकिन पिछले दिनों जब वे एक पंडाल में गईं तो उनके साथ राज्य सरकार के मंत्री मदन मित्रा भी गए थे। दुर्गा पंडाल में खड़े होकर मदन मित्रा माइक से काबा और मदीना का गुणगान कर...

  • प्रेमजी ने ठुकराया सिद्धारमैया का अनुरोध

    बेंगलुरू। भारत के सबसे अमीर कारोबारियों में से एक और आईटी कंपनी विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का अनुरोध खारिज कर दिया है। सिद्धारमैया ने बेंगलुरू में ट्रैफिक कम करने के लिए अजीम प्रेमजी से विप्रो कैम्पस की सड़क खोलने का अनुरोध किया था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया है। प्रेमजी ने बुधवार को सिद्धारमैया को चिट्ठी लिख कर बताया कि वे सड़क नहीं खोल सकते हैं। अजीम प्रेमजी ने चिट्टी में लिखा, ‘कंपनी हमारी निजी संपत्ति है। इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। इसमें सुरक्षा से जुड़े कुछ मुद्दे भी शामिल हैं’। गौरतलब है...

  • सिद्धारमैया के आगे सब पस्त

    ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस आलाकमान ने भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आगे हथियार डाल दिया है। वे बिल्कुल अपने अंदाज में राजनीति कर रहे हैं। जैसे जैसे ढाई साल की कथित समय सीमा नजदीक आ रही है वैसे वैसे उनकी आक्रामकता बढ़ती जा रही है। उन्होंने कांग्रेस आलाकमान पर इतना दबाव डाल दिया है कि अगर उनके मन में डीके शिवकुमार को ढाई साल के बाद मुख्यमंत्री बनाने का रत्ती भर भी विचार है तो वह उस बारे में सोचना बंद कर दे। अब कर्नाटक में जैसी राजनीति हुई है उसमें सिद्धारमैया को बदलना कांग्रेस के लिए...

  • कर्नाटक में सिद्धारमैया से नाराज हैं लिंगायत

    कर्नाटक में जातीय गणना शुरू होने वाली है। उससे पहले घमासान शुरू हो गया है। राज्य के सबसे बड़े जातीय समूह लिंगायत मुख्यमंत्री से नाराज है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री लिंगायत समुदाय को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा भी इससे नाराज है। यह भी कहा जा रहा है कि उप समूहों में बांटने की कोशिश हो रही है, इससे उनकी संख्या कम दिखेगी। अभी लिंगायत कर्नाटक की करीब सात करोड़ की आबादी में अपने को एक चौथाई से ज्यादा बताते हैं। हालांकि कर्नाटक सरकार की पिछली जातीय गणना में उनकी आबादी सिर्फ 66.35 लाख यानी 11 फीसदी...

  • सिद्धारमैया आखिर क्या चाहते हैं?

    ऐसा लग रहा है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ऐसी राजनीतिक लाइन पकड़ रहे हैं, जिसमें उनके प्रतिद्वंद्वी और मुख्यमंत्री पद के दावेदार डीके शिवकुमार अलग थलग हों। अपनी इस राजनीति में वे पार्टी नेतृत्व को भी असहज कर रहे हैं। उनकी सारी राजनीति कन्नड़ अस्मिता और अहिंदा राजनीति को बचाने की है और अपने को उस राजनीति का प्रतिनिधि बनाने की है। अहिंदा राजनीति में मुख्य रूप से पिछड़ा, मुस्लिम और दलित शामिल हैं। सिद्धारमैया खुद पिछड़ी जाति से हैं और मुस्लिम वोट साधने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। दूसरी ओर वोक्कालिगा समाज से आने वाले...

  • सिद्धारमैया का राष्ट्रपति से बेतुका सवाल

    बेंगलुरू। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भाषा विवाद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भी घसीट लिया। उन्होंने राष्ट्रपति से एक बेतुका सवाल पूछ दिया कि क्या उनको कन्नड़ आती है। आज कल कर्नाटक में ऑटो रिक्शा वालों से लेकर दुकानदारों और बैंक कर्मचारियों से स्थानीय लोग यह सवाल पूछते हैं। यही सवाल मुख्यमंत्री ने देश की प्रथम नागरिक से पूछ लिया। हालांकि राष्ट्रपति ने बहुत संयम के साथ इसका जवाब दिया। घटना एक सितंबर की है लेकिन इसकी जानकारी शुक्रवार, पांच सितंबर को सामने आई। एक सितंबर को अखिल भारतीय वाणी एवं श्रवण संस्थान, एआईआईएसएच का गोल्डन जुबली समारोह था।...

  • सिद्धारमैया से क्या राहुल नाराज हैं

    कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार के मंत्री केएन राजन्ना की सरकार से विदाई एक बड़ा संकेत है। राज्य की सत्ता में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच साझेदारी को लेकर चल रहे विवाद में इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा है। ध्यान रहे राजन्ना घोषित रूप से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया खेमे के हैं। वे लगातार मुख्यमंत्री के समर्थन और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के खिलाफ बयान देते रहे हैं। उन्होंने खुल कर कहा था कि प्रदेश अध्यक्ष बदला जाएगा। ध्यान रहे मुख्यमंत्री नहीं बनने पर शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की दोहरी जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन राजन्ना बार...

  • सिद्धारमैया और डीकेएस से क्यों नहीं मिले राहुल?

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार चार दिन तक दिल्ली में बैठे रहे और कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी उनसे नहीं मिले। ये दोनों नेता कर्नाटक से दिल्ली सिर्फ राहुल गांधी से मिलने आए थे। सरकारी कार्यक्रम भी था, जो पहले ही दिन निपट गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ दोनों नेताओं की मुलाकात थी। उसके बाद सिद्धारमैया और शिवकुमार इंतजार करते रहे कि राहुल गांधी मिलेंगे लेकिन मुलाकात नहीं हुई। इस दौरान राहुल एक दिन बिहार गए, जहां उन्होंने मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान के खिलाफ चक्का जाम में हिस्सा लिया और एक दिन भोपाल...

  • सिद्धारमैया ने कहा, पांच साल सीएम रहूंगा

    बेंगलुरू। कर्नाटक में चल रहे सियासी नाटक का तत्कालिक पटाक्षेप मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कर दिया है। उन्होंने दो टूक अंदाज में कहा है कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है, वह पांच साल चलेगी और वे पांच साल मुख्यमंत्री रहेंगे। ऐसा लग रहा है कि उनको चुनौती दे रहे उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भी इस स्थिति को स्वीकार कर लिया है। शिवकुमार ने सिद्धारमैया के इस बयान के बाद अपनी असहायता जाहिर करते हुए कहा है कि उनके पास विकल्प क्या हैं? उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान जो कहेगा, उसे वे पूरा करेंगे। इससे पहले सिद्धारमैया ने बुधवार...

  • कांग्रेस आलाकमान से सिद्धारमैया का विवाद

    कर्नाटक के मुख्यमंत्री खुद और अपने समर्थकों के सहारे अभी तक उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार से लड़ रहे थे लेकिन अब उन्होंने सीधे कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ मोर्चा खोला है। सिद्धारमैया बनाम कांग्रेस आलाकमान का मतलब यह नहीं है कि मुख्यमंत्री पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अपने ही प्रदेश की रहने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे से लड रहे हैं। उनका मोर्चा राहुल गांधी के खिलाफ है। दिलचस्प यह है कि आलाकमान के साथ सिद्धारमैया के इस झगड़े में डीके शिवकुमार का कोई हाथ नहीं है। उनको कुछ नहीं करना पड़ा। जाति गणना को लेकर पहले खड़गे नाराज हुए...

  • सीएम सिद्दारमैया ने भारत भूषण के परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की

    कर्नाटक में बेंगलुरु के निवासी भारत भूषण की पहलगाम में आतंकियों ने हत्या कर दी थी। कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया ने मृतक के परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की और मृतक को श्रद्धांजलि दी।  इस मौके पर उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैं सरकार और सात करोड़ कन्नड़िगों की ओर से मृतक भारत भूषण के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। वह युवा थे और उन्होंने एमबीए किया था। ऐसा नहीं होना चाहिए था। मैं इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। आतंकवाद को खत्म करना सरकार का कर्तव्य है। हमारे देश में...

  • जाति गणना पर पीछे हट रहे सिद्धारमैया

    कर्नाटक में एक दशक पुरानी जाति गणना की रिपोर्ट पर विवाद खत्म नहीं हो रहा है। इस रिपोर्ट के आंकड़े सामने आ गए हैं लेकिन उसके बाद से ही घमासान मचा है। राज्य के दोनों बड़े समुदाय यानी लिंगायत और वोक्कालिगा आंदोलित हैं। उनका कहना है कि जान बूझकर इन दोनों समुदायों की आबादी कम दिखाई गई है। इनके मुकाबले पिछड़ी जातियों की संख्या ज्यादा बताई गई है और मुसलमानों की आबादी भी ज्यादा बताई गई है। कई नेता इस बात से आशंकित हैं कि मुसलमानों की आबादी ज्यादा बताने और उनके लिए आरक्षण की व्यवस्था का लाभ भाजपा को...

  • सिद्धारमैया को बदलने की क्या हिम्मत होगी?

    karnataka politics : असली परीक्षा कांग्रेस आलाकमान की होनी है। क्या कांग्रेस आलाकमान कर्नाटक में मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष बदल सकता है? करीब दो साल पहले मई 2023 में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ी खींचतान हुई थी। इसके बाद बताया गया कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच ढाई ढाई साल तक सत्ता की हिस्सेदारी का फॉर्मूला बना है। (karnataka politics) हालांकि कोई इसकी पुष्टि नहीं करता है लेकिन बताया जा रहा है कि ऐसी बात हुई थी और तब तक शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री के साथ साथ प्रदेश अध्यक्ष का पद भी संभालना...

  • सिद्धारमैया ताकत बढ़ाने में लगे हैं

    कांग्रेस के अंदरूनी समीकरण में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया थोड़े कमजोर पड़ रहे थे। उनकी पत्नी की ऊपर मैसुरू शहरी विकास प्राधिकरण की जमीन में घोटाले के आरोप लगने के बाद वे कमजोर हुए थे। इस बात की चर्चा शुरू हो गई थी कि मुख्यमंत्री बदला जा सकता है। लेकिन अब वे फिर से अपनी स्थिति मजबूत करने में लगे हैं। जमीन घोटाले की जांच चल रही है लेकिन सिद्धारमैया पिछड़ी जाति के विधायकों को अपने पीछे एकजुट कर रहे हैं। उनके साथ साथ वे एससी और एसटी समुदाय के विधायकों और मुस्लिम नेताओं को भी साथ जोड़ रहे हैं। असल में...

  • लोकायुक्त पुलिस ने सिद्धारमैया से पूछताछ की

    बेंगलुरू। मैसुरू शहरी विकास प्राधिकरण, मुडा की जमीन आवंटन में हुई कथित गड़बड़ियों के मामले में लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार, छह नवंबर को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से पूछताछ की। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सिद्धारमैया एक समन के जवाब में लोकायुक्त पुलिस के सामने पेश हुए और लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक टीजे उदेश के नेतृत्व वाली टीम के सवालों के जवाब दिए। लोकायुक्त के एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ करीब दो घंटे तक चली। लोकायुक्त पुलिस की पूछताछ के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा- मुझसे पूछताछ की गई। मैंने सब सच बताया है। उन्होंने आगे कहा- लोकायुक्त सीबीआई की तरह एक स्वतंत्र...

  • मुडा मामला: पूछताछ के लिए लोकायुक्त के समक्ष पेश हुए सीएम सिद्धारमैया

    मैसूर (कर्नाटक)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) 'मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण' (एमयूडीए) मामले को लेकर बुधवार सुबह मैसूर लोकायुक्त अधीक्षक टी जे उदेश के सामने पेश हुए। मुडा (एमयूडीए) में कथित अनियमितताओं से संबंधित मामले में सीएम सिद्धारमैया को मुख्य आरोपी बनाया गया है। कर्नाटक के इतिहास में सत्ता में रहते हुए लोकायुक्त जांच का सामना करने वाले सिद्धारमैया पहले मुख्यमंत्री हैं। सीएम सिद्धारमैया का पिछला रिकॉर्ड काफी साफ सुथरा रहा है।चार दशक के राजनीतिक करियर में वो पहली बार जांच का सामना कर रहे हैं। सीएम सिद्धारमैया (Siddaramaiah) बेंगलुरु से मैसूर पहुंचे। उनका सरकारी गेस्ट हाउस में समाज कल्याण...

  • शक्ति योजना रद्द करने से संबंधित कोई प्रस्ताव नहीं: सीएम सिद्धारमैया

    बेंगलुरु। कर्नाटक में शक्ति योजना (Shakti Scheme) इन दिनों चर्चा में है। इस पर परिवहन मंत्री रामालिंगा रेड्डी और सीएम सिद्धारमैया की प्रतिक्रिया सामने आई है। कर्नाटक के परिवहन मंत्री रामालिंगा रेड्डी ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार की शक्ति योजना को समाप्त करने का कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि शक्ति योजना अगले साढ़े तीन वर्षों तक और उसके बाद पांच वर्षों तक जारी रहेगी। हम सत्ता में हैं, इसलिए अगले साढ़े आठ वर्षों तक यह योजना राज्य में जारी रहेगी। हम इस योजना को रद्द करने या समीक्षा करने नहीं जा रहे हैं। महिलाएं इस योजना...

  • कर्नाटक सरकार की बदले की राजनीति

    कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार इंतजार नहीं करती है। वह तत्काल हिसाब चुकता करती है। एक गैर सरकारी संगठन के सदस्यों ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उनके परिजनों के खिलाफ शिकायत की और आरोप लगाया कि धोखाधड़ी से मैसुरू शहरी विकास प्राधिकरण यानी मुडा से प्राइम जमीन ली गई है। इस आरोप में सिद्धारमैया के खिलाफ शिकंजा कसता दिखा तो तुरंत उस गैर सरकारी संगठन की ओर से याचिका देने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया। स्नेहमयी कृष्णा याचिकाकर्ताओं में एक अहम चेहरा हैं। जब सिद्धारमैया के खिलाफ मुकदमा चलाने के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के फैसले को हाई कोर्ट...

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