Taiwan
अमेरिकी संसद के निचले सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से ही चीनी सेना ताइवान के बिल्कुल नजदीक सैन्य अभ्यास कर रही है और ताइवान पर दबाव बना रही है।
विश्व राजनीति- अमेरिका का रूख बदला है। मई में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन रुख को सख्त करते नजर आए।
ताइवान की सेना ने कहा है कि 68 चीनी लड़ाकू विमान और 13 युद्धपोतों ने ताइवान स्ट्रेट को घेर रखा है।
पता नहीं देश और दुनिया के भी कूटनीतिक और सामरिक जानकार क्यों यह निष्कर्ष निकाले बैठे हैं कि अमेरिका की वजह से ताइवान मुश्किल में फंस गया है।
अमेरिका की हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान से लौटने के बाद चीन ने आक्रामक तेवर दिखाए हैं और ताइवान के खिलाफ सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है।
अमेरिकी कांग्रेस (निम्न सदन) की अध्यक्षा नैन्सी पेलोसी की ताइवान-यात्रा पर सारी दुनिया का ध्यान केंद्रित हो गया था।
चीन की धमकियों की परवाह किए बिना अमेरिकी संसद की स्पीकर 82 वर्षीय नैंसी पेलोसी ताइवान पहुंचीं।
बाइडेन ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका ताइवान की सैन्य मदद करेगा। चीन की तीखी प्रतिक्रिया।
चीन लगातार ताइवान को हथियाने की कोशिश में है । चीन के खतरे को भांपते हुए ताइवान भी तैयारी में जुटा हुआ है। जिसके लिए ताइवान ने एक युद्ध अभ्यास किया।
ताइवान के अलगाववादी ताइवान की ‘स्वतंत्रता’ की रक्षा कर पाने की अमेरिका की क्षमता पर सवाल उठा रहे थे।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच अमेरिका को एक खतरा ताइवान में दिख रहा है। ऐसा लग रहा है कि रूस-यूक्रेन युद्ध का फायदा उठा कर चीन कहीं ताइवान पर हमला न कर दे।
चीन के साथ सैन्य तनाव 40 से अधिक वर्षों में सबसे खराब स्थिति में है। ताइपे और बीजिंग के बीच तनाव एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है।
भारत अपनी ही सीमा में पीछे हटे और चीन भारत की सीमा से निकल कर अपनी पुरानी पोजिशन पर बैठे। इस तरह पूरा बफर जोन भारत की जमीन में बन जाएगा। यह चीन की ‘स्लाइसिंग मिलिट्री स्ट्रेटेजी’ है। जिस तरह किसी भी चीज के पतले पतले स्लाइस काटे जाते हैं वैसे ही चीन पड़ोसी देशों की सीमा पर उनकी जमीन के पतले-पतले टुकड़े काटता है और उस पर कब्जा करता जाता है। यह भी पढ़ें: विपक्ष में क्या हाशिए में होगी कांग्रेस? सारी दुनिया चीन को कठघरे में खड़ा कर रही है। जी-7 देशों के नेताओं ने कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर चीन पर सीधी उंगली उठाई। चीन की परवाह किए बगैर जी-7 देशों ने ताइवान को तरजीह दी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने देश की खुफिया एजेंसियों को वायरस की उत्पत्ति की जांच करके 90 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। चार देशों के क्वाड में शामिल तीन देश- अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया भी चीन पर सवाल उठाते रहते हैं। लेकिन भारत पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। क्वाड के चार देशों में भारत एकमात्र देश है, जिसकी सीमा चीन से लगती है और भारत ही चुप है। भारत एकमात्र देश है, जिसके साथ चीन… Continue reading भारत भी तो कुछ कहे चीन को!
ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी बेनक्यू ने 29,999 रुपये की शुरूआती कीमत पर भारतीय बाजार में दो नए आई-केयर एंटरटेनमेंट मॉनिटर लॉन्च किए हैं।
अमेरिका में चुनाव के पहले राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप चीन से टकराव को लगातार बढ़ा रहे हैं। शायद यही उन्हें अपने दोबारा निर्वाचित होने का फॉर्मूला महसूस होता है।