Trinamool
गोवा में पिछली बार कांग्रेस पार्टी ने अपनी गलती से सत्ता गंवा दी थी। सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद वह सरकार नहीं बना सकी क्योंकि पार्टी समय रहते नेता ही तय नहीं कर पाई।
जिस तरह कांग्रेस पार्टी में पिछले कई बरसों से नए बनाम पुराने नेताओं का संघर्ष चल रहा है उसी तरह का संघर्ष तृणमूल कांग्रेस में भी शुरू हो गया है।
कांग्रेस पार्टी से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले सभी नेता अपनी नई पार्टी के नाम में कांग्रेस शब्द जरूर रखते हैं। ममता ने भी अपनी पार्टी के नाम में रखा है।
क्या समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस में तालमेल नहीं हो पाया? पिछले साल नवंबर के आखिर में जब ममता बनर्जी मुंबई के दौरे पर गई थीं
क्या सचमुच तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस पार्टी को बहुत बड़ा झटका दिया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत बनाने के सपने को वास्तविकता में वह साकार कर रही है?
ममता बनर्जी अगल लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष का चेहरा बनने की राजनीति कर रही हैं।
यह आम धारणा है कि विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर कांग्रेस मजबूती से भाजपा और उसकी सरकार के खिलाफ नहीं लड़ रही है। यह बात कुछ हद तक सही है लेकिन पहले भी ऐसा ही रहा है।
जुलाई में केंद्रीय मंत्री पद से हटाए गए भाजपा के सांसद बाबुल सुप्रियो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। शनिवार को उन्होंने तृणमूल के महासचिव अभिषेक बनर्जी और पार्टी सांसद डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी
मैं दशको से व्यासजी का यह शब्द पढ़ते-पढ़ते उनका कायल हो गया हूं कि हर सरकार अपनी बरबादी का कारण साथ लाती है। अब जब पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के खास सुवेंदु अधिकारी के टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल होने की खबर पढ़ी तो वह बात मेरे मन में कौंध गई।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव बहुत दिलचस्प होगा। बिहार विधानसभा चुनाव के बाद अचानक भाजपा ने जिस अंदाज में गियर बदला है
भाजपा के साथ मिलीभगत के आरोप लगाते हुए अब तृणमूल कांग्रेस ने भी फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को चिट्ठी लिखी है।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को अपना स्थापना दिवस ‘नागरिक दिवस’ के तौर पर मनाया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने
नई दिल्ली। कोलकाता को यूरोप से सीधे जोड़ने वाली उड़ानें और क्षेत्रीय भाषा में उड़ान की घोषणाएं कराना जैसे नागरिक उड्डयन से संबंधित दो प्रमुख सुझाव शुक्रवार को राज्यसभा में दिए गए। तृणमूल कांग्रेस के सांसद अहमद हसन ने सरकार से आग्रह किया कि कोलकाता से यूरोप के देशों तक सीधी उड़ान सेवाएं होनी चाहिए, ताकि पश्चिम बंगाल सहित क्षेत्र के दूसरे राज्यों- झारखंड, ओडिशा और अन्य पूर्वोत्तर राज्य को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने सुझाव दिया कि सीधी उड़ान सेवाओं से क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) के संस्थापक वाइको चाहते हैं कि उड़ान में होने वाली घोषणाएं क्षेत्रीय भाषाओं में होनी चाहिए। उन्होंने विचार को क्रियान्वित करने के लिए साथी सदस्यों का समर्थन मांगा। उन्होंने कहा भारत में उड़ान की घोषणाएं क्षेत्रीय भाषा में की जानी चाहिए। इसे भी पढ़ें : कश्मीर के ऊपरी इलाकों में फिर बर्फबारी, बारिश कम से कम राज्य के भीतर चलने वाली उड़ानों में तो ऐसा होना ही चाहिए। राज्यसभा के सभापति एम.वेंकैया नायडू ने सुझाव की सराहना की और विदेश राज्यमंत्री और संसदीय कार्य मंत्री वी. मुरलीधरन से इसे विचार के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय को भेजने के लिए कहा। उन्होंने कहा कृपया इस पर… Continue reading कोलकता से यूरोप के लिए हो सीधी उड़ान : तृणमूल