जेपीसी में शामिल होने पर तृणमूल को ऐतराज
गिरफ्तारी और 30 दिन की हिरासत पर मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और प्रधानमंत्री को पद से हटाए जाने के प्रावधान वाले बिल को लेकर शुरू हुआ विवाद थम नहीं रहा है। लोकसभा में जिस समय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह बिल पेश किया उस समय विपक्ष ने बड़ा हंगामा किया। विपक्ष के सांसदों ने बिल की कॉपी फाड़ी और उसके गोले बना कर अमित शाह की ओर उछाले। उन्होंने इस पर कोई चर्चा नहीं होने दी। बिना चर्चा को बिल को संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी में भेजा गया। अब जेपीसी के गठन का विवाद अलग शुरू हो गया है।...