Thursday

03-07-2025 Vol 19

west bengal politics

गांगुली ने पहले ही राजनीति से दूरी बना ली

भारतीय क्रिकेट टीम के सर्वकालिक महान कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पहले ही राजनीति से दूरी बना ली है।

दिलीप घोष क्या भाजपा छोड़ने वाले हैं?

पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के सामने एक बड़ा संकट आता दिख रहा है।

अभिषेक विदेश में, देश में ममता पर हमला

तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पार्टी के नंबर दो नेता अभिषेक बनर्जी विदेश में हैं।

ठीकरा फोड़ने की ममता की राजनीति

इस बार चुनाव से एक साल पहले वक्फ कानून के मामले पर राज्य में हिंसा फैली है।

शिक्षकों के मामले में ममता, राहुल एक साथ

ममता बनर्जी आक्रामक हैं और उन्होंने इस फैसले को चुनौती देने का ऐलान किया है।

कल्याण बनर्जी पर गिरेगी गाज

महुआ मोइत्रा के खिलाफ कल्याण बनर्जी की नाराजगी सबको पता है।

सुवेंदु नहीं संभाल पा रहे हैं विधायकों को

पश्चिम बंगाल में 2021 में भारतीय जनता पार्टी के 77 विधायक जीते थे लेकिन अब उसके पास 65 विधायक बचे हैं।

अभिषेक बनर्जी पर कार्रवाई की चिंता नहीं

पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद और ममता बनर्जी की भतीजे अभिषेक बनर्जी का नाम आरोपपत्र में...

बंगाल में भाजपा को चेहरे की तलाश

bjp west bengal : गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के घर गए थे। कहा जा रहा था कि गांगुली को चेहरा...

अभिषेक की भूमिका क्यों नहीं बढ़ा रहीं ममता?

सबको पता है कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उत्तराधिकारी उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी हैं।

अधीर रंजन चौधरी बने रहेंगे बागी

कांग्रेस पार्टी ने पश्चिम बंगाल में प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया है। अधीर रंजन चौधरी की जगह शुभंकर सरकार को कांग्रेस ने नया अध्यक्ष बनाया है।

विपक्षी नेताओं से आगे आगे राज्यपाल

पश्चिम बंगाल में ऐसा लग रहा है कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भाजपा, कांग्रेस और लेफ्ट यानी समूचे विपक्ष से आगे आगे चलने का फैसला किया है।

भाजपा ने बंगाल में हार मान ली!

भारतीय जनता पार्टी ने क्या मान लिया है कि वह पश्चिम बंगाल में नहीं जीत सकती है?

बंगाल में टकराव बनाए रखने की रणनीति

ऐसा लग रहा है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस और राज्यपाल व मुख्यमंत्री लगातार टकराव बनाए रखना चाहते हैं।

ममता के लोग भाजपा को मौका दे रहे

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेता और उनके पाले हुए गुंडे बेकाबू हो रहे हैं, जिससे भारतीय जनता पार्टी को राजनीति करने का मौका...

अधीर रंजन चौधरी की छुट्टी हो सकती है

पश्चिम बंगाल के कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी पहली बार लोकसभा का चुनाव हारे हैं और अब उनकी प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा...

ममता चुपचाप नहीं बैठी हैं

ममता बनर्जी ने लगातार दो बार भाजपा को शिकस्त दी। पहले 2021 के विधानसभा चुनाव में और फिर 2024 के लोकसभा चुनाव में। इसके बावजूद वे चुपचाप नहीं बैठी...

खड़गे ने क्यों अधीर को निशाना बनाया?

यह बहुत हैरान करने वाली बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी पर तीखा हमला किया।

ममता का बयान वोट बंटवारे की चिंता में

सवाल है कि चुनाव के बीच में इस तरह का बयान देने की क्या जरुरत आन पड़ी, जबकि वे कांग्रेस और लेफ्ट दोनों से लड़ कर अलग हुई हैं?

ममता हराना चाहती हैं अधीर को

पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अभी कांग्रेस से तालमेल के लिए तैयार नहीं हैं। वे सिर्फ दो सीटें देने की बात कर रही हैं, जिसके लिए कांग्रेस तैयार...

बंगाल में राहुल के लिए बड़ी तैयारी

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए पश्चिम बंगाल में बड़ी तैयारी हो रही है। हालांकि कांग्रेस बंगाल में ज्यादा मजबूत नहीं है। मुख्य मुकाबला तृणमूल कांग्रेस...

ममता की छवि बिगाड़ने का अभियान

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के व्यक्तित्व की दो बातें राजनीति में उनको दूसरे अनेक नेताओं से अलग बनाती है।

तृणमूल ने दिया अधीर रंजन को जवाब

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की ओर से तृणमूल कांग्रेस पर किए गए हमले का पार्टी की ओर से जवाब दिया गया है।

अभिषेक बनर्जी को अभी इंतजार करना होगा

ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी को पार्टी की कमान और राज्य की कमान संभालने के लिए अभी इंतजार करना होगा।

बंगाल का उपचुनाव बहुत अहम है

अगर लेफ्ट और कांग्रेस वोट काट कर तृणमूल की जीत सुनिश्चित करते हैं तो गठबंधन नहीं होगा और अगर उनके वोट काटने से भाजपा जीतती है तो गठबंधन की...

बंगाल में किसी की सदस्यता नहीं जा रही

इसी तरह तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में गए अर्जुन सिंह फिर तृणमूल में वापस लौट गए हैं।