winter session

  • संविधान पर सियासी बहस

    Constitution Debate: लोकसभा में हुई चर्चा पर सियासी तू तू-मैं मैं ही हावी रही। संविधान की तारीफ, अनेक संदर्भों में इसके अयथार्थ महिमामंडन की आम होड़ और उन कसौटियों पर दूसरे पक्ष को कमतर दिखाने की प्रवृत्ति से संसदीय बहस उबर नहीं पाई। also read: REET 2024:शिक्षक बनने का सुनहरा मौका!आवेदन प्रक्रिया शुरू,प्रवेशपत्र भी आए… संविधान की 75वीं सालगिरह पर संसद में विशेष चर्चा का आयोजन तय हुआ, तो सामान्य स्थितियों में यही अपेक्षा होती कि इस संविधान के तहत 75 साल के अनुभवों पर सदस्य गंभीरता से मंथन करेंगे। इस दौरान वर्तमान संवैधानिक व्यवस्था की उपलब्धियों और नाकामियों का ठोस...

  • संसद का गतिरोध कैसे ख़त्म हो?

    पिछले कुछ वर्षों से ये देखने में आ रहा है कि जब भी विपक्ष सरकार को भ्रष्टाचार या अन्य किसी मुद्दे पर घेरने की कोशिश करता है तो संसद का वह सत्र शोर-शराबे के बीच बर्बाद हो जाता है। वैसे तो हर सरकार ही ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना चाहती, जहां उसकी छीछालेदर हो। वो उससे बचने के रास्ते खोजती है। संसद का शीतकालीन सत्र पहले दिन से हंगामेदार बना हुआ है। विपक्ष ने सरकार को अडानी मुद्दे पर घेर रखा है। विपक्ष की माँग है कि सरकार अडानी मुद्दे पर बयान दे कर अपना रुख़ साफ़ करे। परंतु...

  • सभापति, अध्यक्ष की मंत्रियों को नसीहत

    आमतौर पर ऐसा सुनने या देखने को नहीं मिलता है कि राज्यसभा या लोकसभा में पीठासीन अधिकारी सरकारी पक्ष के लोगों को कुछ नसीहत दें। उनकी सारी नसीहतें और नियम विपक्ष के सदस्यों के लिए होते हैं। तभी विपक्षी पार्टियों को अच्छा लगा होगा, जब मंगलवार को राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के स्पीकर दोनों ने सत्तापक्ष के सदस्यों को नसीहत दी। इतना ही नहीं मंत्रियों को भी समझाया और सवाल पूछा। हालांकि सभापति और स्पीकर ने तो नसीहत दी लेकिन एक समय स्पीकर की जगह आसन पर मौजूद तेलुगू देशम पार्टी के कृष्णा प्रसाद तेनेथी ने ऐसा सद्भाव नहीं...

  • विपक्ष की बैठक में नहीं गई तृणमूल कांग्रेस

    नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने parliament winter session में सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कमरे में हुई ‘इंडिया’ ब्लॉक की बैठक में हिस्सा नहीं लिया। तृणमूल कांग्रेस ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वह अडानी मामले पर संसद में बाधा डालने में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के साथ नहीं है। गौरतलब है कि कांग्रेस मांग कर रही है कि अडानी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग के आरोपों पर चर्चा के लिए सदन में सभी कामकाज स्थगित किए जाएं। सोमवार को भी कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने अडानी मुद्दे पर चर्चा के...

  • बिहार विधानसभा में स्मार्ट मीटर को लेकर जोरदार हंगामा

    पटना। बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन (शुक्रवार) 'स्मार्ट मीटर (Smart Meter)' को लेकर जोरदार हंगामा देखने को मिला। इस बीच, प्रश्न काल में कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने पूछा 18 लाख स्मार्ट मीटर में से कितने की जांच की गई। इस पर मंत्री ने जवाब दिया कि आप हमें बताइए कि कितने मीटर खराब हैं। जब इंसान बीमार पड़ सकते हैं, तो मीटर क्यों नहीं? वहीं, सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी दलों के विधायक पोस्टर बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन करते दिखे। इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायकों ने राबड़ी देवी...

  • संसद सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक

    नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें सत्र के सुचारू संचालन को लेकर चर्चा हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक हुई, जिसमें 30 पार्टियों के कुल 42 नेता मौजूद थे। गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार, 25 नवंबर से शुरू हो रहा है। कांग्रेस सहित सभी विपक्षी नेताओं ने लोकसभा में पहले दिन अडानी मामले पर बहस की मांग की है। गौरतलब है कि अमेरिका की एक अदालत ने गौतम अडानी सोलर एनर्जी का ठेका हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को लगभग 22 सौ...

  • संसद का शीतकालीन सत्र खास होगा

    Parliament winter session: संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू हो रहा है, जो 20 दिसंबर तक चलेगा। इस बार का सत्र बहुत खास होने वाला है। हंगामा तो जाहिर तौर पर होगा क्योंकि विपक्ष पहले से ज्यादा मजबूत होकर लोकसभा में आया है। लेकिन खास इस मामले में होगा कि कुछ बहुत बड़े और अहम विधेयक सरकार पेश करने वाली है और उसे पास कराने की कोशिश करेगी। मणिपुर के मसले पर भी विपक्ष हमलावर होगा क्योंकि राज्य में नए सिरे से हिंसा भड़क गई है। अगर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी 25 नवंबर से पहले मणिपुर...

  • शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होगा

    नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा का पहला शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक यह सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। इसमें ‘एक देश, एक चुनाव’ का कानून पेश किया जा सकता है और साथ ही वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन के बिल को भी पेश किया जा सकता है। इस बिल को मानसून सत्र में पेश किया गया था लेकिन विपक्ष के विरोध के बाद इसे संयुक्त संसदीय समिति में भेज दिया गया है। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली समिति इस पर विचार कर रही है। समिति की रिपोर्ट आने के बाद फिर से बिल...

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