Wednesday

30-04-2025 Vol 19

म्यांमार में 7.2 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, बैंकॉक तक दहशत, जानें ताजा हालात

Myanmar Earthquake: म्यांमार और उसके आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार (28 मार्च) को एक भीषण भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.2 मापी गई।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में था और यह धरती की सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में उत्पन्न हुआ। तेज झटकों के कारण पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई, और लोग घबराकर अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए।

फिलहाल, इस भूकंप से जान-माल के नुकसान की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, इतनी तीव्रता का भूकंप भारी तबाही मचा सकता है, जिससे इमारतें गिर सकती हैं और बुनियादी ढांचे को नुकसान हो सकता है। (Myanmar Earthquake)

क्षेत्रीय प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं, ताकि स्थिति का आकलन किया जा सके और जरूरतमंदों की सहायता की जा सके। स्थानीय आपदा प्रबंधन एजेंसियां लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।

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थाईलैंड में भी तेज झटके, बैंकॉक में हिली इमारतें

इस भूकंप के झटके केवल म्यांमार तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि पड़ोसी देश थाईलैंड में भी महसूस किए गए। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में दोपहर को 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे ऊंची इमारतें हिल गईं। (Myanmar Earthquake)

जर्मनी के जीएफजेड भूविज्ञान केंद्र ने पुष्टि की कि यह भूकंप भी धरती के 10 किलोमीटर की गहराई में केंद्रित था और इसका मुख्य स्रोत म्यांमार के अंदर ही था।

थाईलैंड में भूकंप के झटकों का असर इतना जबरदस्त था कि बैंकॉक में एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत ढह गई। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, इमारत भूकंप के झटकों को सहन नहीं कर पाई और भरभराकर गिर गई। (Myanmar Earthquake)

इस घटना के बाद राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंच गए हैं, और मलबे में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

लोगों में दहशत, वायरल हुए वीडियो (Myanmar Earthquake) 

भूकंप के झटकों के बाद लोगों में जबरदस्त दहशत फैल गई। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोग घबराकर इमारतों से बाहर भागते हुए नजर आ रहे हैं। कुछ फुटेज में सड़कों पर भगदड़ मचने और वाहनों को झटकों के कारण रुकते हुए देखा जा सकता है।

भूकंप विज्ञानियों का मानना है कि इस भूकंप के बाद कुछ और हल्के झटके (आफ्टरशॉक्स) महसूस किए जा सकते हैं, जिससे और नुकसान होने की आशंका है। विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की सलाह दी है।

इस भूकंप ने म्यांमार और थाईलैंड में चिंता बढ़ा दी है। प्रशासनिक अधिकारी हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं और जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास कर रहे हैं। (Myanmar Earthquake)

ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र में भूकंप का झटका

म्यांमार में आए भीषण भूकंप ने न केवल स्थानीय क्षेत्रों में तबाही मचाई, बल्कि ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र को भी झकझोर कर रख दिया। इस भूकंप के कारण ऊंची इमारतों में रहने वाले लोगों को मजबूरन अपने घरों और कार्यालयों को छोड़कर बाहर निकलना पड़ा। (Myanmar Earthquake)

भूकंप के झटकों के कारण बैंकॉक की घनी आबादी वाले इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। जैसे ही झटके महसूस हुए, लोग डर के मारे बहुमंजिला इमारतों, कॉन्डोमिनियम और होटलों से बाहर भागने लगे।

भूकंप का केंद्र और वैज्ञानिक विश्लेषण

भू-वैज्ञानिकों के अनुसार, इस विनाशकारी भूकंप का केंद्र म्यांमार के दक्षिणी तट पर सागाइंग के पास स्थित था। जर्मनी के GFZ भूविज्ञान केंद्र और भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक, यह भूकंप दोपहर के समय आया और इसकी गहराई लगभग 10 किलोमीटर (6.2 मील) थी, जिससे तेज झटके महसूस किए गए।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस भूकंप की तीव्रता 7.7 रिक्टर स्केल थी। इसके अलावा, मुख्य झटके से लगभग 2 घंटे पहले भी एक हल्का भूकंप दोनों देशों में दर्ज किया गया था। (Myanmar Earthquake)

ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र पर भूकंप का प्रभाव

ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र में करीब 17 मिलियन से अधिक लोग रहते हैं, जिनमें से एक बड़ी संख्या ऊंची इमारतों में निवास करती है। जब भूकंप के झटके महसूस हुए, तो शहर के कई हिस्सों में लोग भयभीत होकर सड़कों पर निकल आए। विशेष रूप से सेंट्रल बैंकॉक क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग अपने दफ्तरों और घरों से बाहर आ गए। (Myanmar Earthquake)

इस स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दोपहर की चिलचिलाती धूप में भी लोग सड़कों पर बने रहे। कुछ लोग इस भयावह स्थिति में सुरक्षित स्थान की तलाश में इधर-उधर भागते दिखे, जबकि कुछ समय बाद ही वे अपने घरों को लौटने लगे।

भूकंप से होने वाला संभावित नुकसान (Myanmar Earthquake) 

हालांकि बैंकॉक में इस भूकंप के चलते किसी बड़ी इमारत के गिरने की खबर नहीं आई है, लेकिन इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी कि एक पुल को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। राहत एजेंसियां स्थिति की निगरानी कर रही हैं और किसी भी संभावित क्षति की जांच कर रही हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में भी इस क्षेत्र में भूकंप आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में स्थानीय प्रशासन और लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। (Myanmar Earthquake)

बैंकॉक प्रशासन ने निवासियों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और किसी भी आपातकालीन स्थिति में प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

म्यांमार में आए इस शक्तिशाली भूकंप ने ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र को भी हिला कर रख दिया। हालांकि इस घटना में फिलहाल किसी बड़ी जनहानि की खबर नहीं आई है, लेकिन लोगों में डर और दहशत का माहौल बना हुआ है। (Myanmar Earthquake)

प्रशासन और वैज्ञानिक संस्थान लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं। इस प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से बचने और उनकी रोकथाम के लिए आपदा प्रबंधन योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता है।

भूकंप का केंद्र और स्थिति (Myanmar Earthquake) 

म्यांमार में आए इस शक्तिशाली भूकंप का केंद्र देश के मध्य भाग में स्थित था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर (30 मील) पूर्व में था। भूकंप की तीव्रता काफी अधिक थी, जिससे आसपास के इलाकों में तेज झटके महसूस किए गए।

म्यांमार वर्तमान में एक गृहयुद्ध से जूझ रहा है, जिससे देश की सुरक्षा और स्थिरता पहले से ही प्रभावित है। ऐसे में इस भूकंप ने और भी अधिक चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, इस भूकंप से होने वाले नुकसान और प्रभावित क्षेत्रों की विस्तृत रिपोर्ट अब तक उपलब्ध नहीं हुई है। फिर भी, विशेषज्ञों द्वारा यह आशंका जताई जा रही है कि इस भूकंप के कारण म्यांमार में भारी क्षति हो सकती है। ( Myanmar Earthquake)

प्रभाव और संभावित नुकसानबैंकॉक और अन्य आसपास के क्षेत्रों में भी इस भूकंप के प्रभाव को महसूस किया गया। स्थानीय समय के अनुसार, दोपहर करीब 1:30 बजे भूकंप के झटके आने के बाद कई इमारतों में अलार्म बजने लगे, जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

बैंकॉक जैसे घनी आबादी वाले शहरों में ऊंची इमारतों और होटलों से लोगों को तुरंत बाहर निकाला गया ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। हालांकि, अभी तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है। लेकिन भूगर्भीय विशेषज्ञों और आपदा प्रबंधन टीमों द्वारा स्थिति पर नजर रखी जा रही है। (Myanmar Earthquake)

भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी कि ऊंची इमारतों के अंदर बने स्वीमिंग पूल में पानी हिलने लगा और लहरें उठती दिखीं। यह बताता है कि झटके काफी तीव्र और व्यापक प्रभाव वाले थे। हालांकि, फिलहाल म्यांमार में भूकंप से हुए नुकसान की कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है।

भूकंप क्यों आता है?

भूकंप एक प्राकृतिक आपदा है, जो पृथ्वी की आंतरिक गतिविधियों के कारण होती है। यह तब आता है जब धरती के अंदर मौजूद टेक्टोनिक प्लेटें (Tectonic Plates) आपस में टकराती, खिसकती या टूटती हैं। (Myanmar Earthquake)

इन प्लेटों के अचानक हिलने या टकराने से जबरदस्त ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो भूकंपीय तरंगों (Seismic Waves) के रूप में धरती की सतह तक पहुंचती है। यह कंपन जितना अधिक होता है, भूकंप उतना ही तीव्र और विध्वंसक हो सकता है।

म्यांमार एक ऐसे क्षेत्र में स्थित है, जहां टेक्टोनिक गतिविधियां बहुत अधिक होती हैं। इस कारण यह देश भूकंप के प्रति अधिक संवेदनशील है और समय-समय पर यहां छोटे और बड़े भूकंप आते रहते हैं। (Myanmar Earthquake)

वैज्ञानिक और विशेषज्ञ लगातार इस क्षेत्र की भौगोलिक हलचलों पर नजर बनाए रखते हैं ताकि संभावित खतरों का पूर्वानुमान लगाया जा सके और जन-धन की हानि को कम किया जा सके।

निष्कर्षम्यांमार में आए इस भूकंप ने कई लोगों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, अभी तक इसके प्रभावों का पूरा आकलन नहीं किया गया है, लेकिन भूकंप की तीव्रता और इसकी व्यापकता को देखते हुए संभावित क्षति की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। (Myanmar Earthquake)

सरकार और आपदा प्रबंधन टीमें स्थिति पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठा रही हैं। इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि भूकंप एक अप्रत्याशित आपदा है, जिसके लिए हमें हमेशा सतर्क और तैयार रहना चाहिए।

Naya India

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