• समान नागरिक संहिता पर क्या हो रहा है?

    क्या केंद्र सरकार जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई कमेटी की सिफारिशों के आधार पर देश में समान नागरिक कानून लागू करेगी? इस मामले की क्रोनोलॉजी देख कर ऐसा लग रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 जून को भोपाल में एक कार्यक्रम में समान नागरिक संहिता की वकालत की, जिसके तेजी से घटनाक्रम शुरू हुआ। एक तरफ उत्तराखंड सरकार द्वारा इस मसले पर बनाई गई समिति के सदस्य विधि आयोग से मिले तो दूसरी ओर विधि आयोग आम लोगों से इस पर राय मांगी और खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कह दिया था कि एक घर दो कानून से नहीं चल सकता...

  • व्हाट्सऐप चैनल पर मोदी, राहुल, केजरीवाल

    सोशल मीडिया का कोई प्लेटफॉर्म ऐसा नहीं है, जहां देश के बड़े और लोकप्रिय नेता सक्रिय नहीं हैं। कोई भी नया प्लेटफॉर्म आते ही नेता उस पर अपना अकाउंट बना लेते हैं और लाखों लोग उसे फॉलो भी करने लगते हैं। फेसबुक से लेकर ट्विटर यानी एक्स और इंस्टाग्राम पर सभी बड़े नेताओं के अकाउंट हैं और लाखों-करोड़ों फॉलोवर हैं। अब दो दिन के अंतराल में देश के तीन बड़े नेताओं ने व्हाट्सऐप का चैनल ज्वाइन किया है। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना व्हाट्सऐप चैनल शुरू किया। इसके तुरंत बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के...

  • क्या मोदी को मिलेगा श्रेय?

    महिला आरक्षण बिल, जिसे नारी शक्ति वंदन अधिनियम के तौर पर पेश किया गया है उसका श्रेय क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिल पाएगा? इसे लेकर दो राय है। भाजपा के ही नेता मान रहे हैं कि अगल अगले साल के लोकसभा चुनाव में इसे लागू कर दिया जाता तब तो प्रधानमंत्री मोदी को इसका श्रेय मिल जाता। लेकिन अगर यह 2029 के लोकसभा चुनाव तक टला रहता है तो उस समय तक श्रेय लेने का समय निकल जाएगा। उनका सवालिया लहजे में यह कहा था कि अभी तत्काल इस कानून का श्रेय कैसे किसी को मिल सकता है, जबकि...

  • कनाडा मानों भारत का नया पाकिस्तान!

    भारत के लिए ऐसा लग रहा है कि कनाडा नया पाकिस्तान बन रहा है। कनाडा के साथ उसी तरह तनाव बढ़ रहा है, जैसे किसी जमाने में पाकिस्तान के साथ बढ़ा था। हालांकि पाकिस्तान पड़ोसी है और कनाडा व भारत के बीच 10 हजार किलोमीटर से ज्यादा की दूरी है। दोनों की सीमा भले नहीं लगती है लेकिन विवाद उसी तरह से बढ़ रहा है। कनाडा ने भारत सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने एक सिख नेता की हत्या कराई। ट्रुडो ने संसद में कहा कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में भारत सरकार के एजेंटों ने सिख नेता हरदीप...

  • रहस्य और रोमांच से भरा संसद सत्र!

    ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी की सरकार को रहस्य और रोमांच बहुत पसंद है। तभी सरकार अपने फैसले को, अपने एजेंडे को आखिरी समय तक रहस्य बना कर रखती है और एकदम से सबको चौंका देती है। सरकार का यह आचरण उसके अपने कामकाज में दिखता ही है संसद सत्र में भी दिखता है। अन्यथा कोई कारण नहीं था कि सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाए और उसका एजेंडा इतना गोपनीय रखे की किसी को उसकी जानकारी न हो। विपक्ष की ओर से बार बार सवाल उठाए जाने के बाद सरकार ने विशेष सत्र का एक एजेंडा बताया है...

  • जी-20 का प्रचार चलता रहेगा

    जी-20 शिखर सम्मेलन का प्रचार तुरंत थमने वाला नहीं है। संसद के विशेष सत्र और उसके बाद पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी इसे मुद्दा बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस बड़े आयोजन का अधिकतम प्रचार करने और अधिकतम लाभ लेने की योजना पर काम कर रहे हैं। तभी शिखर सम्मेलन खत्म होने के बाद से हर दिन कोई न कोई कार्यक्रम हो रहा है, जो इससे जुड़ा हुआ है। जैसे सम्मेलन के अगले दिन प्रधानमंत्री मोदी भारत मंडपम गए, जहां क्राफ्ट का मेला लगा हुआ है। उन्होंने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ सुषमा स्वराज भवन में...

  • विशेष सत्र का असली एजेंडा क्या?

    संसद के विशेष सत्र का एक एजेंडा बुधवार की शाम को लोकसभा की ओर से एक सूचना के तौर पर जारी की गई। इसमें बताया गया कि सामान्य कामकाज यानी दस्तावेज आदि सदन के पटल पर रखे जाने के अलावा संसदीय प्रणाली की 75 साल की यात्रा, उपलब्धियों आदि के बारे में चर्चा होगी। इसमें कहा गया कि संविधान सभा से शुरू करके इसकी उपलब्धियों और इससे मिली सीख के बारे में चर्चा होगी। इसके अलावा चार सामान्य बिल पास कराए जाएंगे। इनमें से दो बिल- एडवोकेट संशोधन बिल और सावधि प्रकाशनों का पंजीकरण और प्रेस बिल पहले राज्यसभा से...

  • अचानक जागा है भारत प्रेम

    भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार का भारत प्रेम अचानक ही जागा है। पहले इस तरह की कोई पहल न भाजपा की ओर से हो रही थी और न केंद्र सरकार कर रही थी। यहां तक कि कोई दो दशक पहले मुलायम सिंह यादव ने देश का नाम भारत करने का सुझाव दिया था तो भाजपा ने उसे ठुकरा दिया था। उत्तर प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बतौर सांसद संसद में एक प्रस्ताव रखा था कि देश का नाम हिंदुस्तान कर देना चाहिए। इसके अलावा भी कई ऐसे तथ्य हैं, जिनसे पता चलता है कि भाजपा का भारत...

  • मोदी के जन्मदिन पर बड़ा अभियान

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर केंद्र सरकार बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है। हालांकि तकनीकी रूप से इसकी शुरुआत 13 सितंबर को हो जाएगी, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आयुष्मान भव योजना शुरू करेंगी। लेकिन जमीनी स्तर पर इस पर कामकाज 17 सितंबर यानी प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर ही शुरू होगा। ध्यान रहे भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर सेवा सप्ताह मनाती है। इस बार भी भाजपा का कार्यक्रम चलता रहेगा लेकिन इस बार सरकार बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य मेला लगाने जा रही है। स्वास्थ्य के जरिए सरकार करोड़ों नए लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर...

  • तमिल के बाद अब मराठा प्रतीक!

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रतीकों के इस्तेमाल में माहिर हैं। उन्होंने संसद भवन की नई इमारत का उद्घाटन किया तो तमिलनाडु के पवित्र धार्मिक प्रतीक शेंगोल को स्पीकर के आसन के बगल में स्थापित किया। यह एक धर्मदंड है, जो न्याय का प्रतीक है। इसे स्थापित करने के बाद भाजपा के नेताओं ने तमिल अस्मिता और संस्कृति को महत्व देने का प्रचार शुरू किया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसी आधार पर तमिलनाडु के लोगों से कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी को आभार स्वरूप राज्य की 25 लोकसभा सीटें जिताएं। मोदी ने शेंगोल स्थापित करने के साथ साथ अपने...

  • हिंदी और हिंदू प्रतीकों का इस्तेमाल बढ़ा

    पिछले कुछ समय से सरकारी कामकाज में हिंदी और हिंदू प्रतीकों का इस्तेमाल बढ़ गया है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने आईपीसी, सीआरपीसी और इविडेंस एक्ट में बदलाव के लिए तीन विधेयक पेश किए तो तीनों विधेयकों का नाम हिंदी में रखा गया। दक्षिण भारत की पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं लेकिन सरकार हिंदी में बिल पास कराने पर अड़ी है। इसी तरह दक्षिण भारत से आने वाले एस जयशंकर और निर्मला सीतारमण जैसे केंद्रीय मंत्री भी हिंदी में ही भाषण आदि दे रहे हैं। इसी तरह हिंदू प्रतीकों का इस्तेमाल भी काफी बढ़ गया है। एक प्रतीक को...

  • कर्नाटक के नेताओं से नाराज मोदी?

    कर्नाटक में भाजपा के बुरी तरह से हारने के बाद क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य के अपने नेताओं से नाराज हैं? चुनाव नतीजे के साढ़े तीन महीने बाद भी राज्य के बारे में कोई फैसला नहीं हुआ है। विधायक दल का नेता नहीं चुना गया है और न नए प्रदेश अध्यक्ष का फैसला हुआ है। इस बीच चुनाव के बाद पहली बार प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक पहुंचे तो उन्होंने अपनी पार्टी के किसी नेता से मिलना जरूरी नहीं समझा। भाजपा के प्रदेश नेता तैयारी में थे कि प्रधानमंत्री से मिलना है लेकिन किसी की मुलाकात नहीं हुई। यहां तक कि समूह...

  • डिजिटल स्पेस में मोदी की लोकप्रियता घट रही है!

    इस मामले में अभी बहुत विस्तार से काम नहीं हुआ है लेकिन ऐसी खबरें आ रही हैं कि सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की लोकप्रियता कम हो रही है। हाल की दो घटनाओं को लेकर कुछ लोगों ने स्वतंत्र रूप से इसके आंकड़े जुटाए हैं, जिनके मुताबिक सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म पर भाजपा की पहुंच कम हो रही है और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बढ़ रही है। इस तरह के अध्ययन प्रायोजित भी हो सकते हैं लेकिन कुछ आंकड़े जरूर सच के करीब हैं। जिन दो घटनाओं को लेकर इस तरह के...

  • सांसदों को मोदी की नसीहत

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र के दौरान भाजपा और एनडीए के घटक दलों के सांसदों से मुलाकात की। ध्यान रहे एनडीए में भाजपा के अलावा घटक दलों के सांसदों की संख्या गिनी चुनी है। एकनाथ शिंदे की पार्टी के अलावा बाकी सहयोगी पार्टियों के पास एक-एक, दो-दो सांसद हैं। सो, बुनियादी रूप से यह बैठक भाजपा के सांसदों की ही थी। इसमें बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने सांसदों को अपने चुनाव क्षेत्र में काम करने और चुनाव लड़ने को लेकर नसीहत दी। लेकिन इसके साथ ही यह भी कहा कि सांसदों को सिर्फ चुनाव लड़ने...

  • जाति गणना पर क्या करेगा केंद्र?

    ऐसा लग रहा है कि जाति गणना पर केंद्र सरकार को एक स्टैंड लेना होगा क्योंकि यह एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन रहा है, जिसका नुकसान भाजपा को हो सकता है। अब यह मामला ऐसी स्थिति में पहुंच गया है, जहां भाजपा और उसकी केंद्र सरकार तटस्थ नहीं रह सकते हैं और न कोई एडहॉक नजरिया रख कर बच सकते हैं। यह नहीं हो सकता है कि बिहार और झारखंड में भाजपा जाति गणना का समर्थन करे और उत्तर प्रदेश में इसका विरोध करे और दिल्ली में तटस्थ रहे। ये तीनों चीजें एक साथ नहीं हो पाएंगी। इसलिए केंद्र सरकार...

  • भारत विश्वगुरू है या विश्वमित्र?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद से शायद कहीं नहीं कहा है कि भारत विश्वगुरू बन गया है या विश्वगुरू बन रहा है। हालांकि पार्टी की ओर से बार बार यह बात कही जाती है। भाजपा के आईटी सेल की ओर से इसका खूब प्रचार हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत के विश्वगुरू बनने का नैरेटिव भाजपा ने बनाया हुआ है। लेकिन अब खुद प्रधानमंत्री ने विश्वमित्र का नया जुमला गढ़ा है। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से कहा कि भारत विश्वमित्र बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का अटूट साथी है। अब सवाल...

  • कैबिनेट फेरबदल की फिर चर्चा

    संसद का मानसून सत्र समाप्त होने के बाद ही एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में फेरबदल की चर्चा शुरू हो गई है। पिछले महीने 20 जुलाई को सत्र शुरू होने के ठीक पहले तक यह चर्चा चलती रही थी। अब कहा जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल होगी और कुछ नए चेहरे सरकार में शामिल होंगे। सहयोगी पार्टियों की ओर से इस बात की ज्यादा चर्चा चलाई जा रही है लेकिन भाजपा के नेता भी उम्मीद लगाए हुए हैं। ध्यान रहे प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी दूसरी सरकार में जुलाई 2021 में फेरबदल...

  • ‘इंडिया’ का प्रचार कर रहे प्रधानमंत्री

    विपक्षी गठबंधन ने 18 जुलाई की बेंगलुरू में हुई बैठक में तय किया था उसका नाम इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस यानी ‘इंडिया’ होगा। उसके बाद दो हफ्ते से भी कम समय में यह नाम लोगों की जुबान पर चढ़ गया है और इसका श्रेय जाता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी के नेताओं को। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी गठबंधन को लेकर पिछले 10-12 दिन में इतने बयान दिए हैं, जितने खुद गठबंधन के नेताओं ने नहीं दिए। उन्होंने भाजपा के संसदीय बोर्ड की बैठक में ‘इंडिया’ को लेकर तीखे बयान दिए और उसे ईस्ट इंडिया कंपनी, इंडियन मुजाहिदीन...

  • मोदी के लिए अविश्वास प्रस्ताव मौका

    ऐसा लग रहा है कि विपक्षी पार्टियां अपने बनाए इस नैरेटिव पर सचमुच विश्वास करने लगी हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में बोलने से डर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के बारे में और बहुत सी बातें सही हो सकती हैं लेकिन यह बात कतई सही नहीं है कि वे कहीं भी बोलने से डरते हैं। बोलना तो उनकी आदत में शुमार है और संसद तो उनके लिए खेल का मैदान है। संसद में दिया गया उनका हर भाषण राजनीतिक भाषण होता है, जिसमें वे पूरे देश के लोगों और खास कर अपने समर्थकों को संबोधित करते हैं। हां, यह...

  • तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की हकीकत

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में नए कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करते हुए कहा कि उनके तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। उन्होंने कहा कि यह उनकी गारंटी है। मीडिया में इसे मोदी की गारंटी के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है। लेकिन असल में यह कई गारंटी नहीं है, बल्कि एक सीधा सा गणित है, जिसके तहत भारत 2027 में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। देश की गद्दी पर रामलाल जी हो या श्यामलाल जी उससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। आखिर पिछले तीन...

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