नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के अध बीच दिल्ली के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ तालमेल और दो सीटों पर दूसरी पार्टियों से आए नेताओं को टिकट देने से विरोध में इस्तीफा दिया है। लवली ने प्रदेश के प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया पर भी हमला किया है और कहा है कि वे उनको काम नहीं करने दे रहे थे। लवली ने उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर कन्हैया कुमार और उत्तर पश्चिमी दिल्ली सीट पर उदित राज को उम्मीदवार बनाने का विरोध किया है।
अरविंदर सिंह लवली ने रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चिट्ठी लिखी। चार पन्नों की चिट्ठी में उन्होंने लिखा है- दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ है, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के आधार पर बनी थी। इसके बावजूद पार्टी ने दिल्ली में आप के साथ गठबंधन करने का फैसला किया। उन्होंने लिखा कि इसे भी उन्होंने आलाकमान का फैसला मान कर स्वीकार किया लेकिन उम्मीदवारों की घोषणा में भी प्रदेश कमेटी की अनदेखी की गई।
जानकार सूत्रों का कहना है कि, लवली का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। जल्दी ही नए अध्यक्ष की घोषणा होगी। गौरतलब है कि कांग्रेस ने 31 अगस्त 2023 को लवली को अध्यक्ष बनाया था। इससे कुछ ही दिन पहले वे भाजपा से वापस कांग्रेस में लौटे थे। उनके इस्तीफा देने के बाद पार्टी के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा कि लवली की निजी पीड़ा जाहिर हुई है। उन्होंने परोक्ष रूप से लवली का समर्थन किया। गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर संदीप दीक्षित को प्रबल दावेदार माना जा रहा था, जहां से कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को टिकट दिया है।
दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि लवली भाजपा में शामिल हो सकते हैं। खान ने लवली को निशाना बनाते हुए कहा- उन्होंने जो पत्र खुले तौर पर मीडिया को जारी किया है, वह सीधे तौर पर बीजेपी को फायदा पहुंचा रहा है। मैं इतना कह सकता हूं कि भाजपा एक दो दिन में हर्ष मल्होत्रा की जगह लवली को पूर्वी दिल्ली से अपना उम्मीदवार घोषित कर देगी। आसिफ मोहम्मद के इस बयान के बाद लवली समर्थकों ने मीडिया के सामने उनके साथ धक्कामुक्की की। वहीं लवली ने कहा कि वे कांग्रेस में ही हैं, किसी और पार्टी में नहीं जा रहे।