श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में एक बार फिर बड़ा भूस्खलन हुआ है। शनिवार की सुबह हुए इस हादसे में कई लोगों की मौत हुई है। राहत व बचाव कार्य में लगी टीमों ने सात शव बरामद किए हैं। इससे पहले वैष्णो देवी के रास्ते में हुए भूस्खलन में चालीस से ज़्यादा लोगों की मौत हुई थी। इस वजह से पांच दिन से यात्रा रूकी हुई है। बहरहाल, शनिवार का हादसा रियासी इलाक़े में हुआ। वहां और भी लोगों के फंसे होने की ख़बर है।
उधर रामबन के राजगढ़ में बादल फटने से चार लोगों की मौत हो गई। एक व्यक्ति लापता है। उसकी तलाश जारी है। हिमाचल प्रदेश में भी बारिश और बादल फटने का क़हर जारी है। मंडी के गोहर में शुक्रवार देर रात बादल फटा था। नांडी पंचायत में नसेंणी नाला में कई गाड़ियां बह गईं। शिमला के जतोग कैंट में भूस्खलन के कारण सेना की रिहायशी इमारतों को खाली कराया गया। उधर पंजाब के अमृतसर, पठानकोट समेत आठ जिलों में बाढ़ के हालात बने हैं।बाढ़ में अब तक आठ लोगों की मौत हो गई है।
उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर में शुक्रवार को बादल फटने की घटनाएं हुईं। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई और 11 लापता हैं। बागेश्वर के कपकोट में कई घरों को भी नुकसान हुआ है। उत्तर प्रदेश के 18 जिले बाढ़ की चपेट में है। राज्य में अब तक सैकड़ों मकान बारिश और बाढ़ में ढह चुके हैं। वाराणसी में सभी 84 घाटों का आपसी संपर्क टूटा है। जम्मू कश्मीर के कटरा में बारिश के कारण वैष्णो देवी यात्रा पांच दिन से रुकी है।


