कैंचीधाम में नीम करौली बाबा 15 जून को लगने वाले प्रसिद्ध मेले को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर विशेष योजना तैयार की है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और पर्यटन सीजन के चलते क्षेत्र में वाहनों का दबाव बहुत अधिक है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने 14 और 15 जून को बाहरी दोपहिया वाहनों के पर्वतीय इलाकों में प्रवेश पर रोक लगा दी है।
पुलिस की योजना के अनुसार, बाहरी बाइक सवारों को काठगोदाम और कालाढूंगी में ही रोका जाएगा। वहां से श्रद्धालुओं को शटल टैक्सियों और बसों के माध्यम से कैंचीधाम और नैनीताल तक भेजा जाएगा। इस निर्णय का उद्देश्य यातायात जाम को रोकना और श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाना है।
इन दिनों नैनीताल, भवाली, भीमताल, काठगोदाम और कैंचीधाम मार्गों पर भारी भीड़ और ट्रैफिक का दबाव देखा जा रहा है। सड़कों पर लंबी कतारें लग रही हैं, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। पुलिस द्वारा अस्थाई पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, लेकिन इनसे भी पूरा भार नियंत्रित नहीं हो पा रहा है।
एसपी यातायात एवं अपराध डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि पर्यटकों की बड़ी संख्या को देखते हुए यह फैसला जरूरी था। उन्होंने बताया कि सभी श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की जा रही है ताकि मेला शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके।
कैंचीधाम के लिए विशेष शटल सेवा का संचालन
कैंचीधाम मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु प्रशासन द्वारा विशेष शटल सेवा का संचालन किया जाएगा। डीएम वंदना के अनुसार, इस बार पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी संख्या में शटल वाहन लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिल सके।
यह शटल सेवा उत्तराखंड के प्रमुख शहरों — कालाढूंगी, हल्द्वानी, नैनीताल, काठगोदाम, गरमपानी, खैरना, भीमताल और भवाली — से कैंचीधाम तक संचालित की जाएगी। इसके अलावा रोडवेज बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी ताकि मेले के दौरान यात्रियों की भीड़ को सुचारू रूप से नियंत्रित किया जा सके।
यह पहल श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित, सुविधाजनक और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
निर्धारित किराए पर श्रद्धालुओं की यात्रा
15 जून को कैंची धाम में होने वाले वार्षिक स्थापना दिवस मेले को लेकर प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हल्द्वानी से कैंची धाम तक शटल सेवाएं चलाई जाएंगी, जिनमें यात्री निर्धारित किराया देकर यात्रा कर सकेंगे।
मंगलवार को एडीएम विवेक राय और आरटीओ गुरुदेव सिंह ने भीमताल, भवाली और कैंची धाम का दौरा कर मेले की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने जलसंस्थान, ऊर्जा निगम और नगर पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि 15 जून को सभी पार्किंग स्थलों पर श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
इसके साथ ही वाहन चालकों को हिदायत दी गई कि वे श्रद्धालुओं के साथ नम्रता से व्यवहार करें और निर्धारित किराया ही लें। निरीक्षण के दौरान एआरटीओ नंदन आर्य, ट्रैफिक इंस्पेक्टर महेश चंद्र सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
इन 15 पार्किंग स्थलों पर खड़े होंगे वाहन
नीम करौली बाबा के कैंची धाम मेले में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने 15 जून को यातायात व्यवस्था को सुगम और सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए कुल 15 पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की है।
इन पार्किंग स्थलों पर श्रद्धालुओं के निजी और सार्वजनिक वाहन खड़े किए जाएंगे, जहां से शटल सेवा, रोडवेज बस, केमू बस और मैक्स वाहनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को कैंची धाम तक पहुंचाया जाएगा।
इसके लिए कैंची धाम, पनीराम ढाबा, भवाली चौराहे के पास पुराने रोडवेज स्टेशन की पार्किंग, नैनीबैंड रोड पार्किंग, सेनिटोरियम-भवाली अर्द्ध निर्मित रातीघाट पार्किंग, फरसौली परिवहन निगम, विकास भवन पार्किंग, भवाली मस्जिद के पास पुलिस बैरियर, नगर पालिका मैदान भवाली, खैरना मंडी पार्किंग, कैंची प्राइवेट पार्किंग, प्लांटिस पार्किंग, भवाली जलसंस्थान कैंपस, भवाली-श्यामखेत-घोड़ाखाल मार्ग और भवाली बाईपास डंपिंग जोन में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इन जगहों से ही श्रद्धालुओं को रोडवेज बस, केमू बस और मैक्स वाहनों से भेजा जाएगा।
शटल सेवा और पार्किंग व्यवस्था की पूरी जानकारी
कैंचीधाम मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। इस बार प्रमुख शहरों — कालाढूंगी, हल्द्वानी, नैनीताल, काठगोदाम, गरमपानी, खैरना, भीमताल और भवाली — से शटल सेवा और रोडवेज बसों का संचालन किया जाएगा। प्रशासन की योजना के अनुसार, इस बार पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी संख्या में शटल वाहन चलाए जाएंगे, ताकि किसी भी श्रद्धालु को आवाजाही में परेशानी न हो।
मेले के मुख्य दिन 15 जून को ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए 15 पार्किंग स्थलों की पहचान की गई है। श्रद्धालुओं के निजी वाहनों को इन्हीं पार्किंग स्थलों पर खड़ा किया जाएगा, जहां से वे शटल सेवा का उपयोग कर कैंचीधाम तक पहुंच सकेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं
प्रशासन ने सभी पार्किंग स्थलों पर पेयजल, शौचालय और पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
बता दें कि बड़ी छोटी मिलाकर 500 से अधिक गाड़ियां शटल के रूप में चलाई जाएंगी. हल्द्वानी से कैंची धाम तक बस में 150, मैक्स में 200, भीमताल से 100 रुपये और भवाली से 50 रुपये किराया रहेगा.
शटल सेवा के लिए रंग पहचान व्यवस्था
कैंचीधाम मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुचारु आवागमन के लिए इस बार प्रशासन एवं परिवहन विभाग ने शटल सेवाओं के लिए कलर बोर्ड प्रणाली लागू की है। इस व्यवस्था के तहत अलग-अलग स्थानों से चलने वाली शटल बसों को अलग-अलग रंगों से चिन्हित किया गया है:
हल्द्वानी-काठगोदाम से चलने वाली शटल — गुलाबी रंग
भीमताल विकास भवन से चलने वाली शटल — हरा रंग
भवाली से कैंचीधाम की शटल — पीला रंग
नैनीताल से कैंचीधाम की शटल — नीला रंग
इस रंग-कोडिंग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रद्धालु जिस स्थान से शटल सेवा द्वारा कैंचीधाम पहुंचे हैं, वे वापसी में भी उसी रंग की शटल से अपने गंतव्य पर लौटें। यह व्यवस्था भीड़-भाड़ में पहचान आसान बनाकर यात्रा को सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बनाएगी।
छोटे-बड़े वाहनों से श्रद्धालुओं की सुविधा
कैंचीधाम मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न शहरों से बड़े पैमाने पर शटल सेवाएं संचालित की जाएंगी।
भीमताल विकास भवन से कैंचीधाम तक आने-जाने के लिए 40 बसें और 50 मैक्स वाहन, हल्द्वानी-काठगोदाम से 100 बसें और 25 मैक्स, भवाली से 20 बसें और 80 मैक्स, तथा नैनीताल से 10 बसें और 20 मैक्स की व्यवस्था की गई है।
शटल सेवाओं का संचालन हल्द्वानी रोडवेज बस अड्डा, काठगोदाम रेलवे स्टेशन, भीमताल निकट विकास भवन, नैनी टू बाईपास, सेनिटोरियम बाईपास, नैनीताल, और गरमपानी जैसे प्रमुख स्थानों से किया जाएगा।
इस पूरे शटल सेवा संचालन में 500 से अधिक बड़े और छोटे वाहन श्रद्धालुओं को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से कैंचीधाम पहुंचाने के लिए तैयार रहेंगे।
निर्धारित रहेगा कैंची धाम का शुल्क
कैंची धाम के लिए परिवहन विभाग ने निर्धारित किराया तय किया है। हल्द्वानी से कैंची धाम तक बस में 150, मैक्स में 200, भीमताल से 100 रुपये और भवाली से 50 रुपये निर्धारित किया गया है।
जलसंस्थान विभाग की ओर से कैंची धाम और सड़क किनारे पेयजल टैंकर की व्यवस्था और शौच के लिए मोबाइल टॉयलेट के साथ लाइटिंग की व्यवस्था रहेगी। साथ ही सफाई कर्मियों की नियुक्ति रहेगी।
मेले के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी है। मेले में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के अनुमान को देखते हुए शटल सेवा के साथ पार्किंग स्थलों का चयन किया गया है। सभी से प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। – विवेक राय, एडीएम
हल्द्वानी से कैंची धाम तक शटल सेवा से ही श्रद्धालुओं को भेजा जाएगा। दोपहिया वाहनों का भी प्रवेश बंद रहेगा। इसके लिए पार्किंग व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित किराया तय किया गया है। – गुरुदेव सिंह, आरटीओ
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