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जाति गणना जरूरी: मोदी

जाति जनगणना

नई दिल्ली। जाति गणना कराने के कैबिनेट के फैसले के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  इस फैसले पर बोले। उन्होंने भाजपा और एनडीए के दूसरे घटक दलों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों की बैठक में रविवार को कहा कि यह एक जरूरी फैसला है, जिसके जरिए हाशिए में पड़े लोगों को मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जिक्र किया और कहा इससे जाहिर होता है कि प्रतिरक्षा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।

गौरतलब है कि नीति आयोग की गवर्निंग कौंसिल की बैठक के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्री दिल्ली में थे। नीति आयोग की बैठक के एक दिन बाद रविवार को एनडीए के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों की बैठक हुई। इसमें भाजपा और एनडीए के घटक दलों के शासन वाले 19 राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री शामिल हुए। इनके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे।

जाति जनगणना पर मोदी का संदेश

जानकार सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार हाशिए पर पड़े लोगों और हर क्षेत्र में पिछड़े लोगों को विकास की मुख्यधारा में लाएगी। इसके लिए ही जाति जनगणना कराने का फैसला किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जाति जनगणना को जाति की राजनीति के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। बताया जा रहा है कि सभी मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों ने जाति जनगणना के फैसले का समर्थन किया और इतना बड़ा फैसला करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की।

प्रधानमंत्री ने आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से दिख रहा है देश आत्मनिर्भरता की और बढ़ रहा है और हमने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने बताया कि स्वदेशी हथियारों से सटीक निशाना लगाते हुए भारत ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल मार गिराए।

प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए के सभी मुख्यमंत्रियों को अपने शासन वाले राज्यों में सुशासन अपनाने की सलाह दी। बाद में केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बैठक में ऑपरेशन सिंदूर और जनगणना को लेकर प्रस्ताव पास हुआ। इसके अलावा मोदी की तीसरी सरकार के एक साल पूरे होने, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 10 साल पूरे होने और देश में लगी इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा पर विचार किया गया।

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जेपी नड्डा ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा, ‘पहला प्रस्ताव ऑपरेशन सिंदूर को लेकर था, जो प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चलाया गया। हमारी सेना के काम की खूब सराहना की गई। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया’। उन्होंने बताया कि जाति जनगणना को लेकर भी एक प्रस्ताव पारित किया गया। सभी नेताओं ने इस पर सहमति दी और इस फैसले की तारीफ की। नड्डा ने कहा, ‘हमने यह साफ कर दिया है कि हम जाति की राजनीति नहीं करते, बल्कि हमारा मकसद है कि जो लोग वंचित, पीड़ित और शोषित हैं, जिन्हें अब तक नजरअंदाज किया गया है, उन्हें मुख्यधारा में लाया जाए। यही समाज की जरूरत है’।

By NI Desk

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