मुंबई। पंजाब नेशनल बैंक, पीएनबी से करीब 14 हजार करोड़ रुपए का घोटाला करने वाले भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। बेल्जियम में एंटवर्प कोर्ट ऑफ अपील ने चोकसी को एक और झटका दिया है। उसके प्रत्यपर्ण की अपील को मंजूरी देने के बाद अब अदालत ने कहा है कि चोकसी के एंटीगुआ में अपहरण का कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है जिससे ये साबित हो कि भारतीय अधिकारियों के कहने पर ऐसा हुआ। कोर्ट के इस फैसले से चोकसी के प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो सकता है। गौरतलब है कि, चोकसी प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को लटकाना चाहता है इसलिए उसने जून 2022 भारत की सरकार और भारतीय एजेंट्स पर एंटीगुआ में हनीट्रैप के जरिए अपहरण का केस किया था।
इस बीच भारत में चोकसी को रखने वाली जेल तैयार कर ली गई है और इसकी तस्वीरें बेल्जियम की अदालत को भेज दी गई है। भारत ने बेल्जियम के अधिकारियों को मुंबई की आर्थर रोड जेल की आधिकारिक तस्वीरें सौंपी हैं। इनके जरिए बताया गया कि चोकसी को प्रत्यर्पण के बाद जब ऑर्थर रोड जेल में रखा जाएगा तो वहां उसे क्या सुविधा मिलेगी। गौरतलब है कि बेल्जियम के एंटवर्प शहर की एक अदालत ने 17 अक्टूबर को भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी।
बहरहाल, चोकसी को रखने के लिए जेल में तैयार की गई बैरक 46 वर्ग मीटर की है। इसमें दो कमरे हैं। दोनों में निजी शौचालय और बुनियादी सुविधाएं मौजूद हैं। इसकी तस्वीरें भारत की ओर से बेल्जियम के अधिकारियों को भेजी गई है। ताकि चोकसी के इस दावे का खंडन किया जा सके कि भारतीय जेलें भीड़भाड़ वाली और असुरक्षित हैं। बताया गया है कि चोकसी को मुंबई की हाई सिक्योरिटी वाली आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा।


