नई दिल्ली। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद मतदाता सूची का मसौदा जारी कर दिया गया है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने इसे जारी किया और लोगों से अपनी आपत्तियां दर्ज कराने को कहा। बताया गया है कि चुनाव आयोग ने अपने अधिकारियों को लगाया है कि वे आम मतदाताओं की मदद करें ताकि उन्हें जरूरी दस्तावेज हासिल हो सकें। बहरहाल, आयोग ने शुक्रवार को सभी 38 जिलों के कलेक्टरों और राजनीतिक पार्टियों से मतदाता सूची का मसौदा साझा किया।
मसौदा मतदाता सूची चुनाव आयोग की वेबसाइट पर डाल दी गई है। लोग इसमें अपना नाम चेक कर सकते हैं और नाम नहीं होने पर आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। बिहार में कुल 65 लाख 20 हजार मतदाताओं के नाम कटे हैं। इनमें ऐसे लोग हैं, जिनकी मृत्यु हो गई है या जो स्थायी रूप से शिफ्ट हो गए हैं या जिनके नाम एक से ज्यादा जगहों पर मतदाता सूची में दर्ज थे। चुनाव आयोग ने कहा है कि वोटर लिस्ट में नाम जुड़ने, हटने या गलत जानकारी को लेकर जिनको शिकायत है, उन्हें सुधार का मौका मिलेगा। इसे लेकर दो अगस्त से एक सितंबर 2025 तक विशेष कैंप लगाए जाएंगे, जहां मतदाता अपने दावे और आपत्तियां दर्ज करवा सकेंगे।
बिहार में सबसे ज्यादा नाम समस्तीपुर जिले में कटा है। वहां 31 लाख 45 हजार 370 मतदाता थे। मसौदा मतदाता सूची के अनुसार 28 लाख 61 हजार 415 मतदाताओं के नाम है। इस तरह दो लाख 83 हजार 955 मतदाताओं के नाम कट गए हैं। बहरहाल, चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि दो अगस्त से एक सितंबर के विशेष कैंपों में सुबह 10 से शाम पांच बजे तक काम होगा। रविवार को भी कैंप में कर्मचारी काम करेंगे। बूथ लेवल अधिकारी यानी बीएलओ को निर्देश दिया गया है कि दिव्यांग और बुजुर्ग के घर जाकर आवेदन लें। ताकि वो भी बिना किसी परेशानी के मतदाता सूची में शामिल हो सकें।