शिमला/नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही तेज बारिश से कई इलाकों में भारी तबाही मची है। भूस्खलन के चलते प्रदेश की सैकड़ों सड़कें बंद कर दी गई हैं। मानसून की बारिश शुरूर होने के बाद से राज्य में अब तक 44 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार शाम तक पिछले 24 घंटे में कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है। हिमाचल के अलावा देश के दूसरे हिस्सों में भी मानसून की बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ है। उत्तराखंड में भी भूस्खलन से कई सड़कें बंद हैं।
हिमाचल प्रदेश के मंडी और कुल्लू नेशनल हाईवे पर एक टनल के पास सोमवार सुबह भूस्खलन हो गया। इससे टनल के अंदर पांच घंटे तक कई गाड़ियां फंसी रहीं। भारी बारिश के अलर्ट के चलते सोमवार को हिमाचल प्रदेश के चार जिलों में स्कूल बंद हैं। उधर बिहार में बारिश के साथ साथ बिजली गिरने की कई घटनाएं हुई हैं। भोजपुर, बक्सर और नालंदा में बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई।
उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण उत्तरकाशी नेशनल हाईवे का एक हिस्सा चट्टानों और पत्थरों से बंद हो गया। मौसम विभाग ने सोमवार को 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। उत्तराखंड और झारखंड में रेड अलर्ट जारी किया गया था, जबकि मध्य प्रदेश और राजस्थान सहित 12 राज्यों में तेज बारिश का ऑरेंज और 17 राज्यों में यलो अलर्ट जारी किया गया था।
ओडिशा के उत्तरी हिस्से में कई प्रमुख नदियों के उफान पर होने के कारण राज्य सरकार ने निचले इलाकों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया है। राज्य सरकार ने बालासोर और मयूरभंज के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, क्योंकि सुवर्णरेखा, बुधबलंग, जलाका और सोनो जैसी नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बालासोर तथा मयूरभंज जिलों में बचाव और राहत अभियान शुरू कर दिया है। सोमवार सुबह तक बालासोर में 11 सौ से ज्यादा लोगों को निकाला गया था।
उधर जम्मू कश्मीर में भारी बारिश के चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ गया। इसके बाद सलाल डैम के कई गेट खोल दिए गए हैं। बारिश के बाद खतरे को देखते हुए मध्य प्रदेश के भेड़ाघाट का फेमस धुआंधार वॉटरफॉल को 15 अक्टूबर तक बंद कर दिया है। झारखंड के लातेहार जिले में सोमवार को भारी बारिश के बाद एक पुल बह गया। इलाके में लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है। इस बीच खबर है कि मुंबई से नागपुर को जोड़ने वाला समृद्धि एक्सप्रेस में बारिश के बाद पानी भर गया है।