विंडहॉक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों की यात्रा के आखिरी चरण में बुधवार को नामीबिया पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी को बुधवार को नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया। नामीबिया की राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी नदैतवाह ने उन्हें यह सम्मान दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं यह सम्मान नामीबिया और भारत की जनता और हमारी अटूट दोस्ती को समर्पित करता हूं। दोनों देश अपने स्वतंत्रता संग्राम के समय से ही एक दूसरे के साथ खड़े रहे हैं। भविष्य में भी हम विकास के पथ पर एक-दूसरे का हाथ थामकर आगे बढ़ते रहेंगे’।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘नामीबिया दुनिया के सबसे बड़े हीरा उत्पादकों में से एक है और भारत में सबसे बड़ा हीरा पॉलिशिंग उद्योग है, वह भी मेरे गृह राज्य गुजरात में। मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में हमारी साझेदारी भी इन हीरों की तरह चमकेगी’। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को एक दिन के लिए नामीबिया पहुंचे थे। उनका पांच देशों का यह दौरा दो जुलाई से 10 जुलाई तक का है। इस दौरान उन्होंने घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा की।
इस यात्रा के दौरान आठ दिन में घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो और ब्राजील ने भी प्रधानमंत्री मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है। इस तरह आठ दिन की यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी को चार देशों का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिला है। नामीबिया में मिला सर्वोच्च सम्मान बतौर प्रधानमंत्री यह उनका 27वां अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया पहुंचने पर 21 तोपों की सलामी दी गई। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार सुबह नामीबिया की राजधानी विंडहोक पहुंचे थे।
हवाईअड्डे पर नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी नदैतवाह ने मोदी का स्वागत किया। नामीबिया के कलाकारों ने उनके स्वागत में पारंपरिक नृत्य किया। प्रधानमंत्री ने भी कलाकारों के साथ ढोल बजाया। इसके बाद मोदी अपने होटल पहुंचे, जहां भारतीय समुदाय के लोगों से मिले। दोपहर में प्रधानमंत्री विंडहोक स्थित स्टेट हाउस पहुंचे। वहां दोनों नेताओं के बीच डेलिगेशन लेवल पर बातचीत हुई। दोनों देशों ने एक दूसरे के साथ कई समझौतों पर दस्तखत किया।


