इस्लामाबाद। पाकिस्तान में आम चुनाव और चार प्रांतीय चुनाव गुरुवार को संपन्न हो गए। शाम साढ़े पांच बजे मतदान समाप्त होने के साथ ही वोटों की गिनती शुरू हो गई। देर रात तक के रूझान सभी पार्टियों के लिए मिले-जुले थे। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी का चुनाव चिन्ह जब्त हो गया है और उनकी पार्टी के सारे उम्मीदवार निर्दलीय लड़ रहे हैं। लेकिन उनको बड़ी बढ़त मिली है। बताया जा रहा है कि सेना नवाज शरीफ को फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाहती है। इसके बावजूद देर रात तक के रूझानों में नवाज शरीफ की पार्टी आवामी लीग इमरान खान के समर्थकों से पीछे थी।
बहरहाल, गुरुवार को मतदान सुबह साढ़े आठ बजे शुरू हुआ और शाम साढ़े पांच बजे तक चला। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू हुई। सात बजे से रुझान भी आने लगे। हालांकि आधिकारिक नतीजे कल यानी शुक्रवार नौ फरवरी तक ही आने की उम्मीद है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं। इनमें से गुरुवार को 265 सीटों पर चुनाव हुआ, जबकि बाकी सीटें रिजर्व हैं।
वोटिंग के दौरान पूरे देश में कई घंटे तक मोबाइल और इंटरनेट सेवा करीब-करीब बंद रहीं। सरकार दावा कर रही है कि धीरे-धीरे ये सर्विस बहाल हो रही हैं। हालांकि, हकीकत ये है कि ज्यादातर वेबसाइट्स देर रात तक बंद रहीं। न्यूज चैनलों की वेबसाइट भी नहीं खुल रही थी। हालांकि पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने गुरुवार रात साढ़े आठ बजे सोशल मीडिया पोस्ट में कहा- मुल्क के कुछ हिस्सों में मोबाइल सर्विस बहाल की जा चुकी है। बहुत जल्द ये पूरे देश में बहाल हो जाएगी।
बहरहाल, देर रात खबर लिखे जाने तक 265 में से 138 सीट के रुझान सामने आए थे। इमरान की पार्टी के समर्थन वाले निर्दलीय 82 सीटों पर आगे थे। 35 सीटों पर नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन और 17 पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार आगे थे। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी तीनों सीट- लाहौर, लरकाना और कंवर शहदकोट से आगे चल रहे थे। नवाज शरीफ भी अपनी सीट से आगे चल रहे थे। उधर खैबर पख्तूनवा की राजधानी पेशावर की सभी सीटों पर इमरान खान के समर्थक लीड कर रहे थे।