कांग्रेस पार्टी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर का मुद्दा छोड़ने को राजी नहीं है। कांग्रेस ने पटना में कार्य समिति यानी सीडब्लुसी की बैठक की और उसमें भी पार्टी का फोकस एसआईआर पर रहा। राहुल गांधी ने खुद भी कहा और पार्टी के नेताओं ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी वोट चोरी पर हाइड्रोजन बम और यूरेनियम बम फोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि एसआईआर का विरोध जारी रहेगा। अब सवाल है कि जिस एक राज्य बिहार में अभी तक एसआईआर हुई है वहां उसका कोई विरोध नहीं कर रहा है। जनता के बीच से कोई आवाज नहीं आ रही है। कोई जन आंदोलन नहीं खड़ा हो रहा है फिर भी कांग्रेस इस मुद्दे को पकड़ कर बैठी है।
बिहार में भाजपा की सहयोगी और सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी राजद ने यह मुद्दा छोड़ दिया है। तेजस्वी यादव ने पांच दिन की बिहार अधिकार यात्रा की तो उसमें एक जगह भी यह मुद्दा नहीं उठाया। वे राहुल की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान भी चाहते थे कि बेरोजगारी, गरीबी, पलायन, महंगाई आदि को मुद्दा बनाया जाए। लेकिन ऐसा लग रहा है कि राहुल गांधी असली मुद्दों को छोड़ कर इमोशनल मुद्दे पर ही आगे के चुनावों की रणनीति बना रहे हैं। तभी वोट चोरी, एसआईआर, ‘जेन जी’ आदि का मुद्दा पकड़े हुए हैं। वे विपक्षी पार्टियों को भी तैयार कर रहे हैं कि जब देश भर में एसआईआर शुरू हो तो इसका विरोध किया जाए, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने आधार को सत्यापन दस्तावेज के तौर पर स्वीकार करने का आदेश दे दिया है और आयोग ने इसे मान भी लिया है।