अगर ऐसा है तो यह आजाद भारत के इतिहास में संभवतः पहली बार होगा कि किसी पार्टी का कार्यालय कोई केंद्रीय एजेंसी अटैच कर लेगी। हालांकि पार्टियों को आरोपी बनाने की शुरुआत हो गई है। आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया जा चुका है और केरल में सीपीएम को भी आरोपी बनाया जा चुका है। लेकिन पार्टी कार्यालय अटैच करने का नोटिस मिला है देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को उसका सुकमा जिला कार्यालय अटैच करने का नोटिस मिला है। ईडी की ओर से नोटिस के साथ साथ कई दस्तावेज पार्टी कार्यालय में जाकर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में 32 सौ करोड़ रुपए के कथित शराब घोटाले की जांच ईडी कर रही है। इस जांच में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित उनके प्रशासन के अनेक अधिकारियों और अनेक नेताओं के नाम हैं। इसी सिलसिले में ईडी ने सुकमा कार्यालय अटैच करने की अपील पीएमएलए ट्रिब्यूनल में की थी। पीएमएलए ट्रिब्यूनल के सामने कांग्रेस की ओर से कहा गया कि उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद अदालत ट्रिब्यूनल ने कांग्रेस को जानकारी देने का आदेश दिया। इस आदेश के बाद केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों ने सुकमा में कांग्रेस कार्यालय में जाकर नोटिस और दूसरे कागजात दिए। अब तक आरोपियों की संपत्ति अटैच होते सुना गया था। पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक राष्ट्रीय पार्टी का कार्यालय अटैच होगा।


