राजधानी दिल्ली में भाजपा की पुरानी पीढ़ी अब पूरी तरह से राजनीति से बाहर हो गई। डॉक्टर हर्षवर्धन भाजपा के आखिरी पुराने और बड़े नेता थे, जिनको इस बार टिकट नहीं दी गई। इससे पहले पिछले चुनाव में विजय गोयल को टिकट नहीं दी गई थी। वे भी पुरानी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते थे। BJP Lok Sabha candidates list
जिस समय नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने उस समय भाजपा की पुरानी पीढ़ी के नेताओं में विजय कुमार मल्होत्रा सक्रिय थे। 2013 तक वे दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता था। लेकिन 2014 में उनको टिकट नहीं मिली। उस समय तक मदनलाल खुराना की सेहत खराब हो गई थी और साहिब सिंह वर्मा का निधन हो गया था।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं सुषमा स्वराज पहले ही दिल्ली छोड़ चुकी थीं और मध्य प्रदेश से लोकसभा का चुनाव लड़ती थीं। वे 2014 में सांसद बनीं और विदेश मंत्री रहीं लेकिन 2019 में वे चुनाव नहीं लड़ीं और थोड़े दिन के बाद ही उनका निधन हो गया। उनकी बेटी बांसुरी स्वराज को इस बार पार्टी ने नई दिल्ली सीट से टिकट दिया है। हालांकि साहेब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा टिकट पाने में नाकाम रहे हैं।
हो सकता है कि उनको हरियाणा की किसी सीट से टिकट मिले। बहरहाल, खुराना, वर्मा और मल्होत्रा के बाद विजय गोयल और फिर डॉक्टर हर्षवर्धन की भी विदाई हो गई। पुराने नेताओं यानी 1993 की पहली विधानसभा का चुनाव लड़ने वालों में से रामवीर सिंह विधूड़ी को भाजपा ने दक्षिण दिल्ली से उम्मीदवार बनाया है। लेकिन वे कई पार्टियों से घूम कर कुछ साल पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे।
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