कांग्रेस की नेशनल अलायंस कमेटी ने सीटों पर बातचीत शुरू कर दी है। आम आदमी पार्टी के तीन नेताओं संदीप पाठक, आतिशी और सौरभ भारद्वाज के साथ सोमवार को कांग्रेस नेताओं ने बात की। आप ने दिल्ली में तीन और पंजाब में छह सीट का प्रस्ताव दिया है, जबकि कांग्रेस को दिल्ली में चार और पंजाब में आठ सीटें चाहिए। ऐसा लग रहा है कि दोनों के बीच बात बन जाएगी। इससे एक दिन पहले कांग्रेस की नेशनल अलायंस कमेटी के पांच सदस्यों- अशोक गहलोत, मुकुल वासनिक, भूपेश बघेल, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश को बिहार के बारे में बातचीत करनी थी लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यू ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया।
तभी कांग्रेस नेताओं की बातचीत सिर्फ राजद के साथ हुई। राजद की ओर से राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कांग्रेस नेताओं से बात की। लेकिन सवाल है कि नीतीश की पार्टी के बगैर कैसे बात आगे बढ़ेगी? नीतीश कुमार इस बात पर अड़े हैं कि वे पिछली बार भाजपा के साथ 17 सीटों पर लड़े थे तो इस बार भी 17 सीटें चाहिए और उन्होंने जो 16 सीटें जीती थीं उनमें से किसी सीट पर अदला-बदली नहीं करेंगे। उनकी जिद की वजह से राजद के मुस्लिम-यादव समीकरण वाली कम से कम पांच सीटें फंस रही हैं। ऐसा लग रहा है कि नीतीश किसी खास मकसद से सीट बंटवारे की बात को अटका रहे हैं। इसी तरह उधर ममता बनर्जी ने मामला अटका दिया है। वे बार बार कांग्रेस को दो सीट देने की बात कर रहे हैं, जिससे अधीर रंजन चौधरी भड़क रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ममता की दया की जरुरत नहीं है। सो, ममता और नीतीश के कारण बंगाल और बिहार का मामला अटक रहा है।