भारतीय जनता पार्टी के सांसदों की टिकट एंटी इन्कम्बैंसी कम करने के लिए काटी जा रही है। पार्टी के कई नेताओं ने इसकी पुष्टि की है। लेकिन कई नेताओं की टिकट इसलिए कटने की संभावना है कि बाहरी नेता बड़ी संख्या में पार्टी में शामिल हुए हैं। कई राज्यों में भाजपा ने कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों के नेताओं की थोक में भर्ती की है। इनमें से कई नेताओं को लोकसभा टिकट का वादा किया गया है। भाजपा अपने मौजूदा सांसदों की टिकट काट कर बाहर से आए नेताओं को टिकट देगी। हरियाणा की हिसार सीट से दिग्गज जाट नेता बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह भाजपा के सांसद हैं। वे आईएएस की नौकरी छोड़ कर राजनीति में उतरे थे।
लेकिन बताया जा रहा है कि कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए कुलदीप बिश्नोई की वजह से उनकी टिकट कटेगी या सीट बदलेगी। इसी तरह कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर के भाजपा में शामिल होने से सिरसा लोकसभा सीट की सांसद सुनीता दुग्गल की मुश्किल बढ़ी है। कहा जा रहा है कि तंवर वहां से उम्मीदवार हो सकते हैं। वे सिरसा सीट से सांसद रहे हैं और पिछली बार सुनीता दुग्गल ने ही उनको हराया था।
बिहार में भाजपा के कई सांसद इस चिंता में हैं कि पार्टी बाहर से जिन नेताओं को थोक के भाव भर्ती किया जा रहा है उनको टिकट दी जाएगी। शिवहर सीट की भाजपा सांसद रमा देवी की टिकट कटने की चर्चा है क्योंकि बिहार सरकार के विश्वास मत के समय राजद छोड़ कर भाजपा के साथ आए विधायक चेतन आनंद की मां लवली आनंद को शिवहर से टिकट मिल सकती है। इसी तरह भाजपा के साथ गए विक्रम के कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ सौरभ पाटलिपुत्र सीट के दावेदार हैं, जहां से भाजपा का रामकृपाल यादव दो बार से चुनाव जीत रहे हैं।
सासाराम लोकसभा सीट के तहत आने वाले तीन विधानसभा सीटों के विधायक- मुरारी गौतम, संगीता सिंह और भरत बिंद भाजपा के साथ चले गए हैं। तभी वहां के मौजूदा सांसद छेदी पासवान की सीट खतरे में बताई जा रही है। हिसुआ की कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने खुला प्रस्ताव दिया है कि अगर भाजपा नवादा लोकसभा सीट देती है तो वे भाजपा के साथ जाने को तैयार हैं। इससे नवादा के लोजपा सांसद चंदन सिंह की चिंता बढ़ी है। बिहार और उत्तर प्रदेश के नए सहयोगियों की वजह से भी भी भाजपा के कुछ सांसदों की टिकट कटेगी।