भारतीय जनता पार्टी लद्दाख में समस्या झेल रही है। सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के भूख हड़ताल और उसके बाद उनकी सक्रियता ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लोगों को भाजपा के खिलाफ खड़ा किया है। इस बीच पार्टी ने अपने मौजूदा सांसद जामयांग शेरिंग नामग्याल की टिकट काट दी है। भाजपा ने उनकी जगह ताशी ग्यालसन को टिकट दिया है। इसका बड़ा विरोध हो रहा है। नामग्याल की टिकट कटने पर भाजपा की प्रदेश ईकाई में बगावत हो गई है। बड़ी संख्या में पार्टी के नेता प्रदर्शन कर रहे हैं और भाजपा छोड़ने की चेतावनी दे रहे हैं। भाजपा के सामने यह दूसरा संकट है। दिलचस्प बात यह है कि लद्दाख के लोगों के अलावा देश के दूसरे हिस्सों में भी लोग पूछ रहे हैं कि नामग्याल की टिकट क्यों कटी?
यह इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि कुछ समय पहले नामग्याल और उनकी पत्नी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दोनों देश के सबसे तेज चैनल के सबसे पदाधिकारी सह पत्रकार से बातचीत कर रहे थे। इस बातचीत में नामग्याल की पत्नी सोनम वांग्मो ने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का बचाव किया था। वे जेएनयू में पढ़ी हैं और जिस समय कथित भारत विरोधी नारेबाजी हुई थी वे वहां मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि यह सब उनको हॉस्टल के सामने हुआ था और कन्हैया ने कोई भारत विरोधी नारा नहीं लगाया था। उन्होंने यह भी कहा कि कन्हैया के साथ ज्यादती हुई है। उनका इशारा भाजपा की ओर था। माना जा रहा है कि उनके इस इंटरव्यू ने उनके पति की टिकट कटवा दी। इसके अलावा कोई कारण नहीं है क्योंकि नामग्याल ने कुछ समय पहले ही संसद में बहुत दमदार भाषण दिया था, जिसके लिए खुद प्रधानमंत्री ने उनकी तारीफ की थी।