बहुजन समाज पार्टी के नेता आकाश आनंद ने बड़ी ईमानदारी से स्वीकार किया है कि उनकी पार्टी भाजपा के ऊपर ज्यादा हमला इसलिए नहीं कर रही है क्योंकि उसे ईडी और सीबीआई का डर है। आमतौर पर इतनी ईमानदारी से यह बात कोई स्वीकार नहीं करता है। लेकिन आकाश आनंद ने अंग्रेजी के एक अखबार को दिए इंटरव्यू में खुल कर यह बात कही। उन्होंने कहा कि दूसरी पार्टियों के पास पैसे हैं और साधन हैं लेकिन बसपा के पास सिर्फ लोग हैं।
अगर बसपा बहुत ज्यादा हमला भाजपा के ऊपर करती है और केंद्रीय एजेंसियों ईडी, सीबीआई आदि की कार्रवाई शुरू हो जाती है तो बसपा के लोग क्या करेंगे? वे कैसे इससे निपटेंगे? इसलिए रणनीति के तहत काम हो रहा है। बसपा प्रमुख मायावती के घोषित उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने चुनाव लड़ने की रणनीति भी बताई और यह भी कहा कि जहां जैसी जरुरत होगी उसके हिसाब से पार्टियों को निशाना बनाया जाएगा।
गौरतलब है कि मायावती का ज्यादा हमला कांग्रेस और सपा के ऊपर है लेकिन पिछले कुछ दिनों से उन्होंने भाजपा को भी निशाना बनाना शुरू किया है। लेकिन आकाश आनंद ने स्वीकार किया है कि यह सीमित होगा और रणनीतिक होगा। माना जा रहा है कि जहां बसपा का मुस्लिम उम्मीदवार लड़ रहा है वहां मायावती भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट करेंगी। मुस्लिम उम्मीदवारों के समर्थन की सभाओं में वे भाजपा पर हमला करेंगी तो इससे मुस्लिम वोट सपा और कांग्रेस गठबंधन से टूटेगा। तभी भाजपा के नेता इस बात का बुरा नहीं मानेंगे कि मायावती उनकी पार्टी और नेता पर हमला कर रही हैं। ध्यान रहे मायावती ने बहुत देर से चुनाव प्रचार शुरू किया और जिस तरह से विधानसभा चुनाव में वे निष्क्रिय रहीं उसी तरह लोकसभा चुनाव में भी दिख रहा है। हालांकि इसके बावजूद पिछले दिनों हुए सीएसडीएस और लोकनीति के सर्वे में कहा गया कि बसपा को तीन फीसदी वोट देश भर में मिल सकता है। पिछली बार उनको 3.66 फीसदी वोट मिले थे।