nayaindia Maharashtra politics uddhav thackeray उद्धव के और विधायक टूटेंगे

उद्धव के और विधायक टूटेंगे

महाराष्ट्र में पासा पलट गया है। चुनाव आयोग के फैसले के बाद एकनाथ शिंदे गुट ही असली शिव सेना है। इसलिए उनके विधायकों पर नहीं, बल्कि उद्धव ठाकरे के साथ बचे हुए विधायकों पर अयोग्यता की तलवार लटक गई है। ध्यान रहे उद्धव के साथ सिर्फ 14 विधायक बचे हैं और बाकी 40 विधायक शिंदे के साथ यानी असली शिव सेना के साथ है। विधानसभा सत्र में शिंदे की ओर से सभी 55 विधायकों के लिए व्हिप जारी कर दिया गया है। अगर कोई विधायक व्हिप का उल्लंघन करता है तो उसकी सदस्यता जा सकती है। ध्यान रहे अभी महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल डेढ़ साल से ज्यादा बचा हुआ है। ऐसे में कौन विधायक अपनी सदस्यता गंवाना चाहेगा?

पिछले कुछ दिन से उद्धव ठाकरे बार बार कह रहे हैं कि विधानसभा चुनाव समय से पहले होगा, लेकिन उनके सहयोगी शरद पवार ही इस संभावना को नकार चुके हैं। इसलिए संभव है कि अपनी विधानसभा की सदस्यता बचाने के लिए कुछ विधायक शिंदे गुट के साथ जा सकते हैं। हालांकि यह भी संभव है कि वे व्हिप का पालन करें और उद्धव ठाकरे के साथ बने रहें। लेकिन शिंदे गुट को असली शिव सेना माने जाने का असर यह हुआ है कि पहली बार उद्धव गुट का एक विधान पार्षद टूटा है। विधान परिषद के सदस्य विप्लव बाजोरिया ने पाला बदल कर शिंदे गुट के साथ जाने का ऐलान किया है। ध्यान रहे अभी तक शिव सेना का एक भी एमएलसी या राज्यसभा सांसद पार्टी छोड़ कर नहीं गया था। अब इसकी भी शुरुआत हो गई है। अब उद्धव गुट की एकमात्र उम्मीद सुप्रीम कोर्ट से है, जहां 16 विधायकों की अयोग्यता का मामला लंबित है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें