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Maharashtra politics

  • पंकजा से बात करेंगे भाजपा नेता

    महाराष्ट्र के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय गोपनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे ने भाजपा नेतृत्व को मुश्किल में डाला है। उन्होंने पार्टी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे भाजपा की हैं लेकिन भाजपा उनको अपनी नहीं मानती है यानी भाजपा उनकी नहीं है। इस बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी हलचल है। बयान के तुरंत बाद एनसीपी के नेता एकनाथ खड़से उनसे मिलने उनके घर पहुंचे। परली में खड़से और मुंडे की मुलाकात हुई। हालांकि मुंडे के सबसे बड़े विरोधी और अपने चचेरे भाई धनंजय मुंडे एनसीपी में हैं इसलिए उनका भी एनसीपी में जाना...

  • कर्नाटक का असर महाराष्ट्र में!

    कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत का एक बड़ा कारण सिद्धरमैया का चेहरा रहा। वे पिछड़ी जाति के मजबूत नेता हैं और उनकी वजह से ओबीसी वोट कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा। तभी महाराष्ट्र में भी अब फोकस मराठा वोट से ज्यादा ओबीसी वोट पर बन रहा है और इसी बीच भाजपा को मुंडे बहनों ने झटका दिया है। ध्यान रहे कर्नाटक में भाजपा लिंगायत वोट पर बहुत आश्रित रही थी। वह वोट उसको मिला भी लेकिन वह उससे जीत नहीं सकती है। वैसे भी महाराष्ट्र में सबसे ताकतवर मराठा समुदाय भाजपा के साथ नहीं है। इसलिए उसकी नजर ओबीसी...

  • शिंदे गुट को भाजपा से शिकायत

    महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भले सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन उनकी पार्टी के सांसद और विधायक नाराज हैं। कई नेता अब खुल कर नाराजगी जाहिर करने लगे हैं। उनकी पहली नाराजगी इस बात को लेकर है कि एक साल होने के बाद भी पाला बदलने वाले ज्यादातर विधायकों को न मंत्री पद मिला है और न कोई दूसरा सरकारी पद मिला है। सांसदों को नाराजगी है कि उनको केंद्र में मंत्री नहीं बनाया गया। पहले कहा जा रहा था कि उद्धव ठाकरे गुट से अलग होकर जो 13 सांसद एकनाथ शिंदे गुट के साथ गए...

  • नाना पटोले को लेकर कांग्रेस की दुविधा

    कांग्रेस पार्टी में महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को लेकर बड़ी दुविधा है। पार्टी को प्रदेश अध्यक्ष बदलना है क्योंकि पटोले के खिलाफ कांग्रेस नेता लगातार शिकायत कर रहे हैं और इतना ही नहीं कांग्रेस की दोनों सहयोगी पार्टियों की ओर से भी उनकी शिकायत मिली है। एनसीपी और शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट ने भी उनको हटाने की मांग की है क्योंकि वे इन दोनों पार्टियों पर भी हमला करते रहे हैं। उनके बड़बोलेपन की वजह से उनको महाराष्ट्र का नवजोत सिंह सिद्धू कहा जा रहा है। पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस के कई नेता दिल्ली में डेरा...

  • उद्धव के कारण सावरकर पर चुप्पी!

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • महाराष्ट्र का इंतजार कब तक होगा?

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • पवार की पार्टी में खींचतान जारी

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • उद्धव ने शिंदे से इस्तीफा मांगा

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • पवार के अभियान में शिव सेना साथ है

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • केसीआर के राजनीति और एमवीए की समस्या

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • भाजपा को क्या पवार से है भरोसा?

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • पवार से पार पाना मुश्किल

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • महाराष्ट्र में राज ठाकरे और शिवपाल यादव की कहानी

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • हार में भी अजित पवार को फायदा

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • शरद पवार भतीजे को सीएम नहीं बनने देते

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • अपनी पार्टी में क्या बदलाव करेंगे शरद पवार?

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • विपक्ष के गड़बड़ाते समीकरण?

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • एनसीपी का मामला सुलझाने की कोशिश

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • अजित पवार का कद कम होगा!

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

  • उद्धव की राजनीति से एनसीपी परेशान!

    विपक्षी पार्टियों ने नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार किया। विपक्षी की 20 पार्टियों के सांसदों और नेताओं ने निमंत्रण के बावजूद उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि 25 से ज्यादा पार्टियों के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए, जिनमें कई पार्टियां भाजपा विरोधी भी हैं। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि एकाध छिटपुट बयान के अलावा किसी विपक्षी पार्टी ने इस बात को मुद्दा नहीं बनाया कि संसद की नई इमारत का उद्घाटन 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के दिन हो रहा है। बिना बात भी सावरकर का नाम घसीट कर उन पर हमला करने वाले...

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