भ्रष्टाचार के मुद्दे से भरोसा उठा
आजाद भारत में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्ता बदलती रही है। सबको याद होगा कि कैसे बोफोर्स घोटाले की चर्चा से राजीव गांधी की चार सौ से ज्यादा लोकसभा सीट वाली कांग्रेस हारी थी और 2जी, कोयला आदि के घोटालों की चर्चा से मनमोहन सिंह की सरकार सत्ता से बाहर हुई थी। 1996 में भी पीवी नरसिंह राव की सरकार के जाने के पीछे एक कारण सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप भी थे। अरविंद केजरीवाल का एक परिघटना के रूप में उभरना भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लोगों की नाराजगी का सबसे बड़ा सबूत है। लेकिन दुर्भाग्य से अरविंद केजरीवाल...