मीडिया बीस साल से राहुल का विरोधी
राहुल आज के टारगेट नहीं हैं। बीस साल से हैं। और जिसे गोदी मीडिया आज कह रहे हैं दरअसल वह यथास्थितिवादी मूल्यों को बनाए रखने वाला दक्षिणपंथी सोच का मीडिल क्लास है। उसे राहुल की प्रगतिशीलता पाखंड मुक्त सहजता बहुत परेशान करती है। Rahul Gandhi congress शुरू से जब राहुल दलितों के घर जाते थे तो उसकी पारंपरिक सोच को चोट पहुंचती थी। इधर कांग्रेस में भी ऐसे लोग बड़ी तादाद में थे जो राहुल की धर्मनिरपेक्ष, दलित समर्थक, जनपक्षीय सोच के विरोधी थे। उन्होंने अपने अपने तरीके से राहुल विरोधी मीडिया और पार्टी के व्यक्तियों को खूब आगे बढ़ाया।...