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  • चीन के बाद भारत आएंगे अरब देशों के विदेश मंत्री

    नई दिल्ली। इजराइल और हमास की जंग के बीच अरब देशों के विदेश मंत्री दुनिया भर के देशों का दौरा कर रहे हैं। चीन का दौरा करने के बाद उनकी टीम भारत के दौरे पर आएगी। बताया जा रहा है कि इसी हफ्ते के आखिर तक कई अरब देशों के विदेश मंत्री एक साथ भारत आ सकते हैं। पश्चिम एशिया के हालात पर उनसे चर्चा होने की संभावना है। इस बीच उधर इजराइल और हमास की जंग में युद्धविराम की डील तय होने की खबरें आ रही हैं। हमास के नेता इस्माइल हानिया ने कहा है कि जल्दी ही समझौता...

  • इजराइल क्यों अमेरिका के लिए इतना खास?

    सवाल आज दुनिया में बहुत से लोगों के मन में है और इस पर खासी चर्चा भी हो रही है। तो आइए, इसे समझने की कोशिश करते हैं। अमेरिका के इस लगाव के संभवतः दो आयाम हैं। इनमें एक का संबंध अमेरिका की अंदरूनी राजनीति से है। दूसरा अमेरिका की वर्चस्ववादी महत्त्वाकांक्षाओं से संबंधित है। इन महत्त्वाकांक्षाओं के नजरिए से देखें, तो कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस से समृद्ध पश्चिम एशिया पर नियंत्रण बरकरार रखना विश्वव्यापी अमेरिकी वर्चस्व के लिए निर्णायक महत्त्व का है।    सत्येंद्र रंजन फिलस्तीन के गजा में इजराइली अत्याचार दीर्घकालिक नजरिए से अमेरिका के लिए बहुत महंगा...

  • क्या इजराइल मिट जाएगा?

    दरअसल इजराइल की जान पर वही जिहादी आफत है, जो भारत के हिन्दुओं पर पिछले हजार, विशेष कर सौ सालों से है! जैसे विविध इस्लामी दस्तों, संगठनों ने भारत पर बाहर-अंदर से हमले किए हैं, उसी तरह इजराइल के बनते ही उस पर मिस्र, इराक, जोर्डन, लेबनान, सीरिया ने इकट्ठा हमला किया था। पर जो इजराइल को ही दुष्ट दोषी मान कर सारा विमर्श करते हैं, उन्हें याद रहे कि यहूदी लोग इतने शान्त स्वभाव रहे हैं कि खुद मुस्लिम उन्हें कायर कहते थे! भारत में सदा की तरह फिलीस्तीन का रोना शुरू हो गया है। जबकि इजराइल के लिए...

  • यहूदीः फिर नफरत और लड़ाई!

    क्या सही है और क्या गलत? एक तरफ आईने में दिखता लाइव सत्य है तो दूसरी तरफ उसे नकारती भावना, ख्याल, आशंका और स्मृतियां हैं। इंसान लाइव नरसंहार को देख विचलित हो या यह माने कि जैसे को तैसा या ये तो हैं ही इसी लायक! जैसा मैंने पिछले सप्ताह लिखा, अब्राहम की संतानों के तीनों धर्मों में परस्पर घृणा उतनी ही पुरानी है, जितना घृणा शब्द है। इजराइल-यरुशलम-फिलस्तीन की भूमि में पैदा यहूदी, ईसाई और इस्लाम तीनों का सत्य है परस्पर नफरत। इन तीनों धर्मों से चार हजार वर्षों में पृथ्वी पर जितनी लड़ाइयां, क्रूसेड, नरसंहार हुए हैं वैसा...

  • गुस्साएं 45 करोड अरबी, आशंकित हुक्मरान

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • पश्चिमी खेमे में फूट?

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • भारत ने गाजा को मदद भेजी

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • अब्राहम की संतानें (यहूदी, ईसाई, मुसलमान) मानव या पशु?

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • पूरे अरब में जबरदस्त गुस्सा

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • विपक्ष के नेता फिलस्तीन के राजदूत से मिले

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • इजराइल बनाम हमास के झगड़े की जड़ क्या?

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • ‘वॉर क्रिमिनल’ नेतन्याहू और इजराइल कलंकित!

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • गाज़ा पट्टी के पेच-ओ-ख़म और गंगा आरती

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • इजराइली हमला तेज

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • फिलिस्तीन पर कोई चर्चा नहीं!

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  • इजराइल-हमास पर भारत की संतुलित प्रतिक्रिया

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  • हमास-इजराइल में जंग, 1000 की मौत!

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • एक नेतन्याहू और घायल इजराइल!

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

  • बाइडेन ने नेतन्याहू से बात की

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  • इजराइल पर हमास का बड़ा हमला

    अरब लोग नाराज़ हैं।ये दो दर्जन से ज्यादा देशों में फैलेकोई 45 करोड़ है। उनकी सहानुभूति फिलिस्तीन के साथ है। अरबी लोग फिलिस्तीनके पक्ष में खुल कर बोल रहे हैं। वे 24 घंटे टीवी से चिपके रहते हैं और सोशल मीडिया पर कभी खत्म न होने वाली चर्चा में हमास के भयावह हमले, जिसे उन्होंने ‘प्रिजन ब्रेक’ (जेल तोड़ना) का नाम दिया है, पर अपनी-अपनी बात कहते हुए हैं। उनके पोस्ट, बताते हैं कि वे हमास के बर्बर हमले के ज़बरदस्त समर्थक हैं। उनकी निगाह में इजराइल एक ‘युद्ध अपराधी’ है। वैसे कुछ अरब देशों ने इजराइल के साथ सामान्य...

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