Regional Parties

  • मोदी सुनामी क्षत्रपों से फुस्स!

    गुजरे सप्ताह महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की क्षत्रपता स्थापित हुई। पिछले सप्ताह भी मैंने लिखा था कि राहुल गांधी और शरद पवार ठीक कर रहे हैं, जो उद्धव ठाकरे को बड़ा भाई बना रहे हैं। अब सीटों के बंटवारे (ठाकरे पार्टी को 21, कांग्रेस 17, शरद पवार पार्टी 10 सीट) ने भी महाराष्ट्र की जनता की निगाह में उद्धव ठाकरे बनाम नरेंद्र मोदी की सीधी प्रतिद्वंद्विता बना दी है। इसका अर्थ है लोगों में, समर्थकों में एकनाथ शिंदे और अजित पवार की वोट दुकान खत्म। इनकी वही दशा होनी है जो बिहार में भाजपा के पार्टनर नीतीश, मांझी, पासवान आदि...

  • प्रादेशिक पार्टियां भी हकीकत समझें!

    पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस के चार राज्यों में हारने के बाद प्रादेशिक पार्टियों खास कर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों ने म्यान से तलवारें निकाल ली हैं। समाजवादी पार्टी से लेकर जनता दल यू और सीपीएम से लेकर तृणमूल कांग्रेस तक सब कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। बिना आंकड़ा देख सब यह ज्ञान दे रहे हैं कि अगर ‘इंडिया’ एकजुट होकर लड़ता तो कांग्रेस इस तरह से नहीं हारती। हालांकि यह बात पूरी तरह से सही नहीं है। कांग्रेस के ऊपर सबसे ज्यादा हमलावर ममता बनर्जी हैं, जिन्होंने कांग्रेस पर तीखा बयान दिया और अब उनकी...

  • क्षेत्रीय पार्टियां क्या खत्म हो सकती हैं?

    भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक बार फिर यह बहस छेड़ दी है कि क्षेत्रीय पार्टियों का क्या भविष्य होगा? क्या वे खत्म हो जाएंगी या अब ऐसा समय आ गया है कि और ज्यादा मजबूत होंगी? जेपी नड्डा पांच अक्टूबर को पटना गए थे, जहां उन्होंने कैलाशपति मिश्र की सौवीं जयंती के कार्यक्रम में कहा कि क्षेत्रीय पार्टियां परिवारवाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती हैं इसलिए ये खत्म हो जाएंगी। इससे ठीक 14 महीने पहले 31 जुलाई 2022 को भी पटना में ही जेपी नड्डा ने यह बात कही थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा अपनी विचारधारा...

  • क्षेत्रीय पार्टियों की राष्ट्रीय चुनौती

    अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए कमर कस रही पार्टियों में से लगभग सभी पार्टियां क्षेत्रीय हैं। यह एक स्तर पर उनकी ताकत है तो दूसरे स्तर पर कमजोरी भी है। उनकी ताकत यह है कि लगभग सभी क्षेत्रीय पार्टियों के पास दमदार नेता हैं, जो 24 घंटे राजनीति करते हैं। सभी प्रादेशिक पार्टियों के पास एक मजबूत सामाजिक समीकरण यानी वोट का एक आधार है और अपने अपने राज्य में उनके पास अच्छा खासा सांगठनिक ढांचा है। अपने राज्य में राजनीति करने के लिए उनके पास...

  • मजबूत हो रही हैं क्षेत्रीय पार्टियां

    पिछले दिनों दो क्षेत्रीय पार्टियों ने अपनी स्थापना की रजत जयंती मनाई। ओड़िशा में बीजू जनता दल ने स्थापना के 25 साल पूरे किए हैं तो पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के 25 साल पूरे हुए हैं। बीजू जनता दल ने 26 दिसंबर 2022 को श्रीजगन्नाथ धाम में पार्टी की स्थापना की रजत जयंती मनाई और इस मौके पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों ने ओड़िशा के विकास की अनदेखी की। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि अगर राज्य की महिलाओं का आशीर्वाद मिला तो बीजू जनता दल अगले एक सौ साल तक राज्य के लोगों...

  • क्षेत्रीय पार्टियों को भी कांग्रेस से ज्यादा चंदा

    पिछले दिनों दो क्षेत्रीय पार्टियों ने अपनी स्थापना की रजत जयंती मनाई। ओड़िशा में बीजू जनता दल ने स्थापना के 25 साल पूरे किए हैं तो पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के 25 साल पूरे हुए हैं। बीजू जनता दल ने 26 दिसंबर 2022 को श्रीजगन्नाथ धाम में पार्टी की स्थापना की रजत जयंती मनाई और इस मौके पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों ने ओड़िशा के विकास की अनदेखी की। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि अगर राज्य की महिलाओं का आशीर्वाद मिला तो बीजू जनता दल अगले एक सौ साल तक राज्य के लोगों...

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