संघ परिवार: हिन्दुओं पर प्रहार
संघ नेताओं द्वारा गंभीर मुद्दों पर मुल्लों की तरह फतवे देकर मनगढ़ंत बातें कहने की जिद क्या दर्शाती है? यह कैसा आचरण है? यह न हिन्दू आचार है, न हिन्दू ज्ञान परंपरा से जुड़ाव, न जिम्मेदार बौद्धिकता, न देश-हितकारी।….नित झूठे बयानों से ऐसे संघ-भाजपा नेता कौन सा 'चरित्र निर्माण' कर रहे हैं, यह सभी के लिए विचारणीय है। हाल में आर.एस.एस. (संघ) के एक सर्वोच्च नेता ने हिन्दू समाज पर कहा: "हम ने अपने ही साथी मनुष्यों को सामाजिक व्यवस्था में पीछे रखा। हम ने उन की परवाह नहीं की और यह सिलसिला दो हजार साल चलता रहा। उन का...